समुद्र ब्रह्मांड का एक महत्वपूर्ण घटक है’ उपरोक्त क्थन के आलोक में पर्यावरण रक्षण और समुद्री संरक्षा एवं सुरक्षा को बढ़ाने में आई.एम.ओ. (अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन) की भूमिका पर चर्चा करें। (250 words) [UPSC 2023]
डब्ल्यू.टी.ओ. के लक्ष्य और दोहा दौर की वार्ताओं पर भारतीय परिप्रेक्ष्य परिचय विश्व व्यापार संगठन (WTO) का उद्देश्य वैश्वीकरण के युग में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को प्रबंधित और प्रोत्साहित करना है। हालांकि, दोहा दौर की वार्ताएँ विकसित और विकासशील देशों के बीच मतभेदों के कारण ठप हो गई हैं। डब्ल्यू.टी.ओ.Read more
डब्ल्यू.टी.ओ. के लक्ष्य और दोहा दौर की वार्ताओं पर भारतीय परिप्रेक्ष्य
परिचय विश्व व्यापार संगठन (WTO) का उद्देश्य वैश्वीकरण के युग में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को प्रबंधित और प्रोत्साहित करना है। हालांकि, दोहा दौर की वार्ताएँ विकसित और विकासशील देशों के बीच मतभेदों के कारण ठप हो गई हैं।
डब्ल्यू.टी.ओ. के लक्ष्य और उद्देश्य
- व्यापार मुक्तिकरण: डब्ल्यू.टी.ओ. का लक्ष्य वैश्विक व्यापार बाधाओं को कम करना और मुक्त व्यापार को बढ़ावा देना है।
- विवाद निवारण: यह संस्था सदस्य देशों के बीच व्यापार विवादों को सुलझाने का मंच प्रदान करती है।
- आर्थिक विकास: समान और निष्पक्ष व्यापार नीतियों को लागू करके वैश्विक आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करती है।
दोहा दौर की वार्ताओं में चुनौतियाँ
- विकसित और विकासशील देशों के बीच मतभेद:
- कृषि सब्सिडी: विकसित देशों द्वारा दी जाने वाली कृषि सब्सिडी पर विकासशील देशों का जोर है। भारत ने बार-बार यह मुद्दा उठाया है कि पश्चिमी देशों की सब्सिडी उनकी कृषि वस्तुओं की कीमत को वैश्विक बाजार में कृत्रिम रूप से कम करती है, जिससे भारतीय किसानों को नुकसान होता है।
- वाणिज्यिक पहुंच: विकासशील देशों के लिए बाजार पहुंच के मुद्दे पर भी विवाद है। भारत ने व्यापारिक पहुंच में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है, विशेषकर निर्यात क्षेत्र में।
भारतीय परिप्रेक्ष्य
- भारत का दृष्टिकोण: भारत ने दोहा दौर की वार्ताओं में किसानों की सुरक्षा और घरेलू उद्योगों के संरक्षण पर जोर दिया है। भारत का मानना है कि व्यापार नीतियाँ विकासशील देशों के विकास के अनुकूल होनी चाहिए।
- हाल के प्रयास: भारत के कृषि और व्यापार नीतियाँ, जैसे प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना और नैशनल एग्रीकल्चर मार्केट (eNAM), घरेलू किसानों की स्थिति को मजबूत करने में मदद कर रही हैं, जिससे वे वैश्विक व्यापार में बेहतर तरीके से प्रतिस्पर्धा कर सकें।
निष्कर्ष डब्ल्यू.टी.ओ. के व्यापक लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को प्रबंधित और प्रोत्साहित करना है, लेकिन दोहा दौर की वार्ताओं में विकसित और विकासशील देशों के बीच मतभेदों के कारण प्रगति में रुकावट आई है। भारतीय दृष्टिकोण से, कृषि सब्सिडी और बाजार पहुंच जैसे मुद्दे महत्वपूर्ण हैं, और इसके समाधान से वैश्विक व्यापार प्रणाली में समावेशिता और समानता सुनिश्चित की जा सकती है।
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समुद्र ब्रह्मांड का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो वैश्विक पारिस्थितिक तंत्र, जलवायु नियमन, और मानव गतिविधियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में, आई.एम.ओ. (अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन) पर्यावरण संरक्षण और समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पर्यावरण संरक्षण में भूमिका: आईRead more
समुद्र ब्रह्मांड का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो वैश्विक पारिस्थितिक तंत्र, जलवायु नियमन, और मानव गतिविधियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में, आई.एम.ओ. (अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन) पर्यावरण संरक्षण और समुद्री सुरक्षा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
पर्यावरण संरक्षण में भूमिका:
आई.एम.ओ. ने समुद्री प्रदूषण को रोकने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं:
समुद्री सुरक्षा और संरक्षा में भूमिका:
आई.एम.ओ. समुद्री सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण नियमों और संधियों को लागू करता है:
आई.एम.ओ. की इन पहलों के माध्यम से समुद्र की सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान होता है। ये प्रयास वैश्विक समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की स्थिरता और सुरक्षा को बनाए रखने में सहायक हैं।
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