क्रोध एक हानिकारक नकारात्मक संवेग है, यह व्यक्तिगत जीवन एवं कार्य जीवन दोनों के लिये हानिकारक है। इसे कैसे नियंत्रित किया जा सकता है? व्याख्या कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2020]
प्रभावी प्रशासन और लोक सेवा के प्रति समर्पण 1. सेवा की प्रतिबद्धता: प्रभावी प्रशासन के लिए लोक सेवा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता आवश्यक है। उदाहरण के तौर पर, दिल्ली की COVID-19 प्रतिक्रिया में अधिकारियों की प्रतिबद्धता ने टीकों और संसाधनों के वितरण में दक्षता सुनिश्चित की, जिससे सार्वजनिक विश्वास और कलRead more
प्रभावी प्रशासन और लोक सेवा के प्रति समर्पण
1. सेवा की प्रतिबद्धता: प्रभावी प्रशासन के लिए लोक सेवा के प्रति गहरी प्रतिबद्धता आवश्यक है। उदाहरण के तौर पर, दिल्ली की COVID-19 प्रतिक्रिया में अधिकारियों की प्रतिबद्धता ने टीकों और संसाधनों के वितरण में दक्षता सुनिश्चित की, जिससे सार्वजनिक विश्वास और कल्याण बढ़ा।
2. उत्तरदायित्व और पारदर्शिता: लोक सेवा के प्रति समर्पण में उच्च मानकों का पालन और पारदर्शिता शामिल है। प्रधानमंत्री जन धन योजना एक उदाहरण है, जहाँ प्रशासनिक समर्पण ने वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया और गरीबों के लिए बैंकों की सेवाओं को सुगम बनाया।
3. सक्रिय समस्या समाधान: प्रशासनिक अधिकारियों को सार्वजनिक मुद्दों का सक्रिय समाधान करना चाहिए। स्वच्छ भारत मिशन ने स्वच्छता और sanitation में समर्पण के माध्यम से सार्वजनिक स्वास्थ्य और जीवन गुणवत्ता में सुधार किया।
4. नैतिक नेतृत्व: समर्पण में नैतिक आचरण और उदाहरण पेश करना शामिल है। उत्तर प्रदेश के भ्रष्टाचार विरोधी पहल ने दिखाया कि लोक सेवा के प्रति समर्पण भ्रष्टाचार को कम करने और शासन को बेहतर बनाने में सहायक होता है।
इस प्रकार, लोक सेवा के प्रति समर्पण प्रभावी प्रशासन के लिए आवश्यक है, जो बेहतर शासन और सार्वजनिक कल्याण को सुनिश्चित करता है।
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क्रोध नियंत्रण के उपाय: व्यक्तिगत और कार्य जीवन में प्रभाव 1. क्रोध का प्रभाव: क्रोध एक हानिकारक नकारात्मक संवेग है जो व्यक्तिगत जीवन और कार्य जीवन दोनों में नुकसान पहुंचा सकता है। यह रिश्तों को बिगाड़ सकता है, निर्णय क्षमता को प्रभावित कर सकता है, और प्रोफेशनल प्रदर्शन को भी नुकसान पहुंचा सकता है।Read more
क्रोध नियंत्रण के उपाय: व्यक्तिगत और कार्य जीवन में प्रभाव
1. क्रोध का प्रभाव: क्रोध एक हानिकारक नकारात्मक संवेग है जो व्यक्तिगत जीवन और कार्य जीवन दोनों में नुकसान पहुंचा सकता है। यह रिश्तों को बिगाड़ सकता है, निर्णय क्षमता को प्रभावित कर सकता है, और प्रोफेशनल प्रदर्शन को भी नुकसान पहुंचा सकता है। उदाहरण के लिए, प्रेस और मीडिया में विवाद और विवादित टिप्पणियाँ, जो क्रोध के कारण होती हैं, अक्सर व्यक्तिगत और पेशेवर प्रतिष्ठा को प्रभावित करती हैं।
2. क्रोध नियंत्रित करने के उपाय:
3. निष्कर्ष: क्रोध को नियंत्रित करने के लिए स्व-चेतना, तनाव प्रबंधन, सकारात्मक संवाद, और पेशेवर मदद महत्वपूर्ण उपाय हैं। इन विधियों को अपनाकर, व्यक्तिगत और कार्य जीवन में सकारात्मकता और संतुलन बनाए रखा जा सकता है, जिससे कि संबंधों और प्रोफेशनल प्रदर्शन में सुधार हो सके।
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