भारतीय समाज में निरन्तरता एवं परिवर्तन के कारकों पर प्रकाश डालिए । (200 Words) [UPPSC 2022]
भारत में डिजिटल पहल और शिक्षा व्यवस्था में उनका योगदान परिचय भारत में डिजिटल पहल ने शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देने और उसे सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये पहल विशेष रूप से शिक्षा की गुणवत्ता, पहुंच, और नवाचार को बढ़ाने में सहायक रही हैं। मुख्य डिजिटल पहल ई-लर्निंग प्लेटफार्म DIKSHA (DRead more
भारत में डिजिटल पहल और शिक्षा व्यवस्था में उनका योगदान
परिचय
भारत में डिजिटल पहल ने शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देने और उसे सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये पहल विशेष रूप से शिक्षा की गुणवत्ता, पहुंच, और नवाचार को बढ़ाने में सहायक रही हैं।
मुख्य डिजिटल पहल
- ई-लर्निंग प्लेटफार्म
DIKSHA (Digital Infrastructure for Knowledge Sharing) और SWAYAM जैसी प्लेटफार्मों ने व्यापक शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराई है। DIKSHA शिक्षकों और छात्रों को पाठ्यक्रम से जुड़ी सामग्री प्रदान करती है, जबकि SWAYAM MOOCs के माध्यम से विभिन्न विषयों पर पाठ्यक्रम उपलब्ध कराती है। COVID-19 महामारी के दौरान, SWAYAM ने स्कूल बंद होने के बावजूद शिक्षा को जारी रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। - ई-लर्निंग टूल्स
NPTEL (National Programme on Technology Enhanced Learning) और ePathshala उच्च गुणवत्ता वाली शैक्षिक सामग्री प्रदान करते हैं। NPTEL विशेष रूप से इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी छात्रों के लिए वीडियो लेक्चर और ऑनलाइन कोर्स उपलब्ध कराता है, जबकि ePathshala स्कूल के छात्रों के लिए पाठ्यपुस्तकें और सहायक सामग्री प्रदान करता है। - राष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी मंच (NETF)
NETF का उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और डेटा-संचालित नीति निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करना है। यह शैक्षिक योजना, कार्यान्वयन, और मूल्यांकन में प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देता है। - डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी
BharatNet और National Knowledge Network (NKN) ने ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी को बढ़ाया है, जिससे डिजिटल कक्षाओं, ऑनलाइन संसाधनों, और वर्चुअल सहयोग को समर्थन मिला है।
हाल के उदाहरण
- eVidya: 2020 में शुरू की गई इस पहल ने COVID-19 के दौरान दूरस्थ क्षेत्रों में छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा प्रदान की, जिसमें टीवी चैनल और ऑनलाइन प्लेटफार्म शामिल हैं।
- PM eVIDYA: आत्मनिर्भर भारत पहल के तहत लॉन्च की गई इस योजना ने विभिन्न डिजिटल शिक्षा योजनाओं और प्लेटफार्मों को एकीकृत किया, जिससे ऑनलाइन शिक्षा के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान किया गया।
शिक्षा व्यवस्था पर प्रभाव
- पहुंच में सुधार: डिजिटल पहल ने विशेष रूप से दूरदराज और underserved क्षेत्रों में शैक्षिक संसाधनों की पहुंच में सुधार किया है।
- शिक्षा की गुणवत्ता: उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री और इंटरैक्टिव टूल्स ने सीखने के अनुभव और परिणामों को बेहतर बनाया है।
- नवाचारात्मक शिक्षण: डिजिटल तकनीकों ने वर्चुअल कक्षाओं और ऑनलाइन मूल्यांकन जैसे नवाचारात्मक शिक्षण विधियों को अपनाने में मदद की है।
- प्रशासन में दक्षता: डिजिटल प्लेटफार्म शैक्षिक डेटा प्रबंधन, छात्र प्रगति ट्रैकिंग, और नीति कार्यान्वयन में दक्षता लाते हैं।
निष्कर्ष
भारत में डिजिटल पहल ने शिक्षा व्यवस्था के संचालन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसमें पहुंच में सुधार, शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि, और नवाचार को बढ़ावा देना शामिल है। ये प्रयास एक मजबूत और समावेशी शैक्षिक ढांचे की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
भारतीय समाज में निरन्तरता एवं परिवर्तन के कारकों पर प्रकाश डालिए भारतीय समाज ने सदियों से काफी परिवर्तनों का सामना किया है, लेकिन कई परम्परागत संस्कृतिक और सामाजिक विशेषताएं अपनी जगह पर बनी हुई हैं। निम्नलिखित कारक निरन्तरता और परिवर्तन के मुख्य कारक हैं: निरन्तरता के कारक: संस्कृतिक विरासत: भारत कीRead more
भारतीय समाज में निरन्तरता एवं परिवर्तन के कारकों पर प्रकाश डालिए
भारतीय समाज ने सदियों से काफी परिवर्तनों का सामना किया है, लेकिन कई परम्परागत संस्कृतिक और सामाजिक विशेषताएं अपनी जगह पर बनी हुई हैं। निम्नलिखित कारक निरन्तरता और परिवर्तन के मुख्य कारक हैं:
निरन्तरता के कारक:
परिवर्तन के कारक:
इन सभी कारकों ने भारतीय समाज में निरन्तरता और परिवर्तन दोनों को आकार दिया है।
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