डिजिटल भारत का क्या अर्थ है? इसके विविध स्तंभों एवं चुनौतियों की विवेचना कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2019]
उमंग योजना की मुख्य विशेषताएं 1. एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म: उमंग (Unified Mobile Application for New-age Governance) ऐप 200+ सरकारी विभागों की 1,200 से अधिक सेवाओं को एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर एकीकृत करता है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि जैसी सेवाएं शामिल हैं। 2. पहुंचयोग्यता: यह ऐप विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध हRead more
उमंग योजना की मुख्य विशेषताएं
1. एकीकृत प्लेटफ़ॉर्म:
उमंग (Unified Mobile Application for New-age Governance) ऐप 200+ सरकारी विभागों की 1,200 से अधिक सेवाओं को एक ही प्लेटफ़ॉर्म पर एकीकृत करता है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि जैसी सेवाएं शामिल हैं।
2. पहुंचयोग्यता:
यह ऐप विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे इसे विभिन्न क्षेत्रों के लोग आसानी से उपयोग कर सकते हैं। यह मोबाइल फोन, डेस्कटॉप और टैबलेट पर भी काम करता है, जिससे समावेशिता को बढ़ावा मिलता है।
3. डिजिटल सशक्तिकरण:
उमंग डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देता है, जिससे नागरिक कभी भी, कहीं भी विभिन्न सरकारी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं, बिना किसी शारीरिक कार्यालय में जाए।
4. हाल के सुधार:
2023 में उमंग में EPFO, PAN और पासपोर्ट सेवा जैसी नई सेवाओं को जोड़ा गया है, जिससे इसकी उपयोगिता और बढ़ गई है।
5. सुरक्षा और उपयोगकर्ता अनुभव:
यह ऐप सुरक्षित लेनदेन और उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफ़ेस प्रदान करता है, जिससे इसे उपयोग करना आसान और डेटा सुरक्षित रहता है।
डिजिटल भारत: अर्थ, स्तंभ और चुनौतियाँ **1. अर्थ डिजिटल भारत 2015 में शुरू की गई एक प्रमुख योजना है जिसका उद्देश्य भारत को डिजिटली सशक्त समाज और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में परिवर्तित करना है। इसका फोकस ऑनलाइन अवसंरचना, ई-गवर्नेंस, और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने पर है। **2. डिजिटल भारत के स्तंभ *Read more
डिजिटल भारत: अर्थ, स्तंभ और चुनौतियाँ
**1. अर्थ
डिजिटल भारत 2015 में शुरू की गई एक प्रमुख योजना है जिसका उद्देश्य भारत को डिजिटली सशक्त समाज और ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में परिवर्तित करना है। इसका फोकस ऑनलाइन अवसंरचना, ई-गवर्नेंस, और डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने पर है।
**2. डिजिटल भारत के स्तंभ
**a. प्रत्येक नागरिक के लिए अवसंरचना
यह स्तंभ उच्च गति इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने का लक्ष्य रखता है, विशेषकर गाँवों में। भारतनेट और ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क इसके प्रमुख उदाहरण हैं।
**b. गवर्नेंस और सेवाएँ ऑन डिमांड
ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देने के लिए आधार, ई-हॉस्पिटल, और डिजिटल सर्टिफिकेट्स जैसी सेवाएँ उपलब्ध कराई जाती हैं। PMGDISHA डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देती है।
**c. नागरिकों का डिजिटल सशक्तिकरण
डिजिटल साक्षरता और स्किल्स को बढ़ावा देने के लिए डिजिटल साक्षरता अभियान और कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) जैसे कार्यक्रम चलाए जाते हैं।
**d. डिजिटल अर्थव्यवस्था
डिजिटल भुगतान और फिनटेक नवाचारों को प्रोत्साहित किया जाता है, जैसे UPI और ई-वॉलेट्स।
**3. चुनौतियाँ
**a. डिजिटल विभाजन
डिजिटल विभाजन एक बड़ी चुनौती है, जहाँ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अंतर बना हुआ है। हालाँकि भारतनेट ने प्रगति की है, लेकिन दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी अभी भी सीमित है।
**b. साइबर सुरक्षा संकट
डिजिटल सेवाओं के विस्तार के साथ साइबर सुरक्षा संकट और डेटा गोपनीयता संबंधी चिंताएँ भी बढ़ रही हैं। हाल ही में जम्मू और कश्मीर डेटा लीक जैसे उदाहरण हैं।
**c. अवसंरचना और प्रशिक्षण
कुछ क्षेत्रों में अवसंरचना और डिजिटल साक्षरता की कमी प्रभावी कार्यान्वयन में बाधा डालती है।
सारांश में, जबकि डिजिटल भारत योजना का लक्ष्य डिजिटल परिदृश्य को बदलना है, इसके स्तंभों में अवसंरचना, गवर्नेंस, सशक्तिकरण, और अर्थव्यवस्था शामिल हैं, चुनौतियाँ जैसे डिजिटल विभाजन, साइबर सुरक्षा और अवसंरचना की कमी को संबोधित करना आवश्यक है।
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