आपदा प्रभावों और लोगों के लिए उसके खतरे को परिभाषित करने के लिए भेद्यता एक अत्यावश्यक तत्त्व है। आपदाओं के प्रति भेद्यता का किस प्रकार और किन-किन तरीकों के साथ चरित्र-चित्रण किया जा सकता है? आपदाओं के संदर्भ में भेद्यता ...
भारत सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन में अभिनूतन उपाय 1. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना (NDMP) 2019: प्रोएक्टिव दृष्टिकोण: NDMP 2019 ने पूर्ववर्ती प्रतिक्रियात्मक दृष्टिकोण को बदलते हुए जोखिम कम करने और सतत प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया है। योजना में जोखिम मूल्यांकन, सामुदायिक भागीदारी, और प्रस्तावित प्रतिRead more
भारत सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन में अभिनूतन उपाय
1. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन योजना (NDMP) 2019:
- प्रोएक्टिव दृष्टिकोण: NDMP 2019 ने पूर्ववर्ती प्रतिक्रियात्मक दृष्टिकोण को बदलते हुए जोखिम कम करने और सतत प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित किया है। योजना में जोखिम मूल्यांकन, सामुदायिक भागीदारी, और प्रस्तावित प्रतिक्रिया विधियाँ शामिल हैं।
2. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की पहल:
- समन्वित प्रबंधन: NDMA ने आपदा प्रबंधन दिशानिर्देश और आपदा पूर्वानुमान प्रणाली को अपग्रेड किया है। उदाहरण के लिए, मॉनसून पूर्व चेतावनी प्रणाली ने बाढ़ की भविष्यवाणी को सटीक बनाया है, जिससे समय पर तैयारी संभव हो पाई है।
3. राज्यस्तरीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण:
- स्थानीय दृष्टिकोण: राज्यों को अपने स्थानीय आपदा प्रबंधन योजनाएँ तैयार करने का अधिकार दिया गया है। केरल ने अपनी योजना में सामुदायिक आधारित आपदा प्रबंधन और स्थानीय तैयारी को शामिल किया है, जो अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल साबित हो रहा है।
4. तकनीकी एकीकरण:
- उन्नत प्रौद्योगिकी: जियोस्पेशियल टेक्नोलॉजी और सैटेलाइट इमेजरी का उपयोग किया जा रहा है। इंडियन मैटेरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने सटीक मौसम पूर्वानुमान और अर्ली वार्निंग सिस्टम्स में सुधार किया है, जैसे कि साइकलोन पूर्वानुमान।
5. सामुदायिक भागीदारी और क्षमता निर्माण:
- जन जागरूकता: NDMA ने समुदाय के स्वंयसेवकों और स्थानीय अधिकारियों के प्रशिक्षण पर ध्यान दिया है। आपदा प्रबंधन ड्रिल्स और जन जागरूकता अभियानों के माध्यम से सामुदायिक सहयोग को बढ़ावा दिया गया है।
6. वित्तीय और संस्थागत समर्थन:
- राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (NDRF) और राष्ट्रीय आपदा निवारण कोष (NDMF) का निर्माण किया गया है। ये कोष आपातकालीन प्रतिक्रिया और लंबी अवधि की पुनर्प्राप्ति के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करते हैं।
इन उपायों के माध्यम से, भारत सरकार ने आपदा प्रबंधन में एक प्रतिक्रियात्मक दृष्टिकोण से हटकर एक अधिक समन्वित, प्रोएक्टिव और प्रौद्योगिकी-संचालित दृष्टिकोण अपनाया है, जिससे आपदाओं की तैयारी और प्रतिक्रिया में सुधार हुआ है।
See less
आपदाओं के प्रति भेद्यता का चरित्र-चित्रण 1. भेद्यता की परिभाषा: भेद्यता: आपदाओं के प्रभाव और खतरों को समझने के लिए भेद्यता एक महत्वपूर्ण तत्व है। यह संवेदनशीलता और सक्षम क्षमताओं के आधार पर लोगों और समुदायों की संभावित क्षति की माप होती है। 2. भौगोलिक भेद्यता: भौगोलिक स्थिति: प्राकृतिक आपदाओं के प्रRead more
आपदाओं के प्रति भेद्यता का चरित्र-चित्रण
1. भेद्यता की परिभाषा:
2. भौगोलिक भेद्यता:
3. आर्थिक भेद्यता:
4. सामाजिक भेद्यता:
5. भौतिक भेद्यता:
6. प्राकृतिक भेद्यता:
इन विभिन्न प्रकारों से भेद्यता का विश्लेषण कर, आपदा प्रबंधन के लिए प्रभावी रणनीतियाँ और सुधारात्मक उपाय अपनाए जा सकते हैं।
See less