कई वर्षों से उच्च तीव्रता की वर्षा के कारण शहरों में बाढ़ की बारम्बारता बढ़ रही है। शहरी क्षेत्रों में बाढ़ के कारणों पर चर्चा करते हुए इस प्रकार की घटनाओं के दौरान जोखिम कम करने की तैयारियों की क्रियाविधि ...
पंचायती राज संस्थानों की आपदा प्रबंधन योजना: चुनौतियां: क्षेत्रीय असमानता: अधिकांश PRIs कम संसाधनों और प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी से ग्रसित हैं। क्षेत्रीय जागरूकता: अधिकांश PRIs में आपदा प्रबंधन की जागरूकता कम है। सहायता के उपाय: शिक्षा और प्रशिक्षण: PRIs को आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित कर्मचारी पRead more
पंचायती राज संस्थानों की आपदा प्रबंधन योजना:
चुनौतियां:
- क्षेत्रीय असमानता: अधिकांश PRIs कम संसाधनों और प्रशिक्षित कर्मचारियों की कमी से ग्रसित हैं।
- क्षेत्रीय जागरूकता: अधिकांश PRIs में आपदा प्रबंधन की जागरूकता कम है।
सहायता के उपाय:
- शिक्षा और प्रशिक्षण: PRIs को आपदा प्रबंधन में प्रशिक्षित कर्मचारी प्रदान करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करने चाहिए।
- संबंधित संस्थाओं के साथ सहयोग: पंचायती राज मंत्रालय को अन्य संबंधित संस्थाओं के साथ सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
- तकनीकी सहायता: आपदा प्रबंधन में उपयोगी तकनीकी सहायता और उपकरणों का प्रदान करना चाहिए।
- सामुदायिक सहयोग: सामुदायिक संस्थानों को आपदा प्रबंधन में सहयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
पंचायती राज संस्थानों की आपदा प्रबंधन योजना जनसामान्य की सक्षमता को बढ़ाने और समुदाय को सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
See less
शहरी क्षेत्रों में बाढ़ के कारण और जोखिम कम करने की तैयारियाँ 1. शहरी बाढ़ के कारण: त्वरित शहरीकरण: तेजी से बढ़ते शहरीकरण के कारण अधिक अवशोषित सतहें (जैसे सड़कें और भवन) बन गई हैं, जिससे वर्षा का जल तेजी से बहकर नालों में जाता है और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है। अप्रचलित जल निकासी प्रणाली: कई शहरोRead more
शहरी क्षेत्रों में बाढ़ के कारण और जोखिम कम करने की तैयारियाँ
1. शहरी बाढ़ के कारण:
2. जोखिम कम करने की तैयारियाँ:
इन उपायों को अपनाकर शहरी बाढ़ के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है, जिससे शहरों को सुरक्षित और समृद्ध बनाया जा सकता है।
See less