राष्ट्रीय सुरक्षा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की भूमिका की विवेचना कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2022]
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम भारत सरकार का एक प्रमुख पहल है, जिसे 1 जुलाई 2015 को लॉन्च किया गया। इसका उद्देश्य देश में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करना, सरकारी सेवाओं की पहुंच को बढ़ाना, और डिजिटल साक्षरता को प्रमोट करना है। इस कार्यक्रम के तहत, सरकार ने डिजिटल आधारभूत संरचना को मजबूत करने के लिएRead more
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम भारत सरकार का एक प्रमुख पहल है, जिसे 1 जुलाई 2015 को लॉन्च किया गया। इसका उद्देश्य देश में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करना, सरकारी सेवाओं की पहुंच को बढ़ाना, और डिजिटल साक्षरता को प्रमोट करना है। इस कार्यक्रम के तहत, सरकार ने डिजिटल आधारभूत संरचना को मजबूत करने के लिए कई परियोजनाएँ शुरू कीं, जैसे कि मिशन क्रिटिकल नेटवर्किंग, ई-गवर्नेंस, वेतन के भुगतान की प्रणाली, और डिजिटल भुगतान। इसके अतिरिक्त, आधार, डिजिटल लॉकर, और उमंग एप जैसी पहलें भी शामिल हैं, जो नागरिकों को सरकारी सेवाओं तक आसानी से पहुंच प्रदान करती हैं। डिजिटल इंडिया का लक्ष्य आर्थिक विकास, सरकारी पारदर्शिता, और नागरिकों की सुविधा को बढ़ाना है।
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राष्ट्रीय सुरक्षा में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका 1. रक्षा प्रणालियाँ: विज्ञान और प्रौद्योगिकी उन्नत रक्षा प्रणालियों जैसे मिसाइल डिफेंस, ड्रोन, और सुपर-सोनिक वेपन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। DRDO द्वारा विकसित अग्नि मिसाइल प्रणाली इसका उदाहरण है। 2. साइबर सुरक्षा: साइबर सुरक्षाRead more
राष्ट्रीय सुरक्षा में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका
1. रक्षा प्रणालियाँ: विज्ञान और प्रौद्योगिकी उन्नत रक्षा प्रणालियों जैसे मिसाइल डिफेंस, ड्रोन, और सुपर-सोनिक वेपन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। DRDO द्वारा विकसित अग्नि मिसाइल प्रणाली इसका उदाहरण है।
2. साइबर सुरक्षा: साइबर सुरक्षा तकनीकें महत्वपूर्ण हैं, जो डेटा सुरक्षा और क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा करती हैं। साइबर सुरक्षा प्रोटोकॉल और एन्क्रिप्शन तकनीकें साइबर हमलों से रक्षा करती हैं।
3. खगोल विज्ञान और इंटेलिजेंस: सैटेलाइट इमेजिंग और सिग्नल इंटेलिजेंस का उपयोग खुफिया संग्रहण और रोज़गार की निगरानी के लिए किया जाता है, जिससे उन्नत निगरानी और प्रारंभिक चेतावनी मिलती है।
4. सीमावर्ती सुरक्षा: बायोमैट्रिक सिस्टम्स और स्मार्ट सेंसर्स सीमाओं की निगरानी और अनधिकृत प्रवृत्तियों को पहचानने में मदद करते हैं।
सारांश में, विज्ञान और प्रौद्योगिकी राष्ट्रीय सुरक्षा को सशक्त, सुरक्षित और प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
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