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एक शहर की जनसंख्या में 10% की वार्षिक दर से वृद्धि होती है। यदि इसकी वर्तमान जनसंख्या 20000 है, तो 2 वर्ष पश्चात शहर की जनसंख्या ज्ञात कीजिए।
जनसंख्या वृद्धि की गणना समस्या विवरण एक शहर की जनसंख्या वार्षिक 10% की वृद्धि दर से बढ़ती है। वर्तमान में जनसंख्या 20,000 है। हमें 2 वर्षों बाद शहर की जनसंख्या ज्ञात करनी है। गणितीय प्रतिनिधित्व भविष्य की जनसंख्या निर्धारित करने के लिए हम यथार्थ दर पर आधारित वृद्धि सूत्र का उपयोग करेंगे। यह सूत्र यथRead more
जनसंख्या वृद्धि की गणना
समस्या विवरण एक शहर की जनसंख्या वार्षिक 10% की वृद्धि दर से बढ़ती है। वर्तमान में जनसंख्या 20,000 है। हमें 2 वर्षों बाद शहर की जनसंख्या ज्ञात करनी है।
गणितीय प्रतिनिधित्व
भविष्य की जनसंख्या निर्धारित करने के लिए हम यथार्थ दर पर आधारित वृद्धि सूत्र का उपयोग करेंगे। यह सूत्र यथार्थ दर की गणना के लिए उपयुक्त है क्योंकि वृद्धि दर वार्षिक रूप से संकलित होती है। सूत्र इस प्रकार है:
Pfuture=Ppresent×(1+r)n
जहाँ:
इस मामले में:
सूत्र का प्रयोग
Pfuture=20,000×(1+0.10)2
(1+0.10)2=1.102
1.102=1.21
Pfuture=20,000×1.21
Pfuture=24,200
निष्कर्ष
2 वर्षों बाद शहर की जनसंख्या 24,200 होगी।
हाल के उदाहरण और संदर्भ
सत्यापन
सत्यापन के लिए:
इस प्रकार, 2 वर्षों बाद शहर की जनसंख्या 10% वार्षिक वृद्धि दर के साथ 24,200 होगी।
See lessअमन की आयु रवि की आयु के तीन गुना से 15 वर्ष अधिक है। यदि अमन की आयु 60 वर्ष हो, तो रवि की आयु ज्ञात कीजिए।
रवि की आयु ज्ञात करना समस्या विवरण समस्या के अनुसार, अमन की आयु रवि की आयु के तीन गुना से 15 वर्ष अधिक है। हमें बताया गया है कि अमन की आयु 60 वर्ष है, और हमें रवि की आयु ज्ञात करनी है। गणितीय प्रतिनिधित्व मान लीजिए, रवि की आयु को RRR के रूप में निरूपित करते हैं। समस्या के अनुसार, अमन की आयु को इस प्Read more
रवि की आयु ज्ञात करना
समस्या विवरण समस्या के अनुसार, अमन की आयु रवि की आयु के तीन गुना से 15 वर्ष अधिक है। हमें बताया गया है कि अमन की आयु 60 वर्ष है, और हमें रवि की आयु ज्ञात करनी है।
गणितीय प्रतिनिधित्व
मान लीजिए, रवि की आयु को R के रूप में निरूपित करते हैं। समस्या के अनुसार, अमन की आयु को इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है:
अमन की आयु=3×रवि की आयु+15
हमें पता है कि अमन की आयु 60 वर्ष है, तो हम इस आधार पर एक समीकरण सेट कर सकते हैं:
60=3R+15
समीकरण का समाधान
60−15=3R
45=3R
R=345
R=15
निष्कर्ष
रवि की आयु 15 वर्ष है।
सत्यापन
समाधान की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए, रवि की आयु को मूल संबंध में पुनः प्रतिस्थापित करें:
इसलिए, गणना सही है। रवि की आयु वास्तव में 15 वर्ष है।
See lessयदि संख्याएँ 2, x, x, 8 समानुपात में हैं, तो ज्ञात कीजिए ।
जब चार संख्याएँसमानुपात में होती हैं, तो इसका अर्थ है कि पहले दो संख्याओं का अनुपात अंतिम दो संख्याओं के अनुपात के बराबर होता है। इसे निम्नलिखित रूप में व्यक्त किया जा सकता है: दिए गए मान: समानुपात स्थापित करना: समानुपात के सूत्र का उपयोग करते हुए, हम लिख सकते हैं: क्रॉस-मल्टिप्लाई करना: यह समीकरण सRead more
जब चार संख्याएँसमानुपात में होती हैं, तो इसका अर्थ है कि पहले दो संख्याओं का अनुपात अंतिम दो संख्याओं के अनुपात के बराबर होता है। इसे निम्नलिखित रूप में व्यक्त किया जा सकता है:
दिए गए मान:
समानुपात स्थापित करना:
समानुपात के सूत्र का उपयोग करते हुए, हम लिख सकते हैं:
क्रॉस-मल्टिप्लाई करना:
यह समीकरण सिम्प्लिफाई करने पर प्राप्त होता है:
के लिए हल करना:
ज्ञात करने के लिए, हम दोनों पक्षों का वर्गमूल लेंगे:
इस प्रकार, हमें प्राप्त होता है:
निष्कर्ष:
>का मानहै।
प्रासंगिकता:
समानुपातों का ज्ञान विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है, जैसेअर्थशास्त्रऔरडेटा विश्लेषण। हाल ही मेंभारत में आर्थिक असमानताके अध्ययन में, विभिन्न आय समूहों के बीच अनुपात का उपयोग किया गया है ताकि यह समझा जा सके कि कैसे संसाधनों का वितरण होता है। इसके अलावा,गणितीय मॉडलिंग<औरसांख्यिकीय विश्लेषणमें समानुपात का उपयोग भविष्यवाणियों और चर के बीच संबंधों को समझने में किया जाता है।
See lessकिन्हीं आकड़ों की माध्यिका 25 और बहुलक 24 है, तो माध्य ज्ञात कीजिए।
प्रश्न: किन्हीं आकड़ों की माध्यिका 25 और बहुलक 24 है, तो माध्य ज्ञात कीजिए। जब माध्यिका (Median) और बहुलक (Mode) दिए गए हों, तो हम माध्य (Mean) ज्ञात करने के लिए निम्नलिखित सूत्र का उपयोग कर सकते हैं: Mean = Mode + (Median - Mode) × 3/2 दिए गए मान: माध्यिका (Median) = 25 बहुलक (Mode) = 24 चरण-दर-चरणRead more
प्रश्न: किन्हीं आकड़ों की माध्यिका 25 और बहुलक 24 है, तो माध्य ज्ञात कीजिए।
जब माध्यिका (Median) और बहुलक (Mode) दिए गए हों, तो हम माध्य (Mean) ज्ञात करने के लिए निम्नलिखित सूत्र का उपयोग कर सकते हैं:
Mean = Mode + (Median – Mode) × 3/2
दिए गए मान:
चरण-दर-चरण गणना:
माध्यिका
माध्यिका बहुलक बहुलक
निष्कर्ष:
इस प्रकार,माध्य25.5है।
प्रासंगिकता:
यह संबंध सांख्यिकीय मापों के आपसी संबंध को दर्शाता है, जो विभिन्न विश्लेषणात्मक संदर्भों में सहायक हो सकता है। उदाहरण के लिए,आर्थिक डेटा विश्लेषणमें, जब आय वितरण का अध्ययन किया जाता है, तो माध्य, माध्यिका और बहुलक का समझना नीतिगत निर्णयों में महत्वपूर्ण होता है। हाल ही में,भारत में आय असमानताके अध्ययन में इन मापों का उपयोग किया गया है, जिससे यह जानकारी मिली है कि कैसे विभिन्न सामाजिक वर्गों के बीच आर्थिक लाभ का वितरण होता है।
See lessएक कुर्सी की बिक्री ₹1564 में करने पर, एक दुकानदार को 15% का नुकसान होता है। कुर्सी का क्रय मूल्य ज्ञात कीजिए।
समस्या का विश्लेषण दिए गए प्रश्न में एक दुकानदार को कुर्सी की बिक्री पर 15% का नुकसान हो रहा है, जब वह उसे ₹1564 में बेचता है। हमें कुर्सी का खरीद मूल्य (Cost Price, CP) ज्ञात करना है। नुकसान की गणना लॉस (नुकसान) की परिभाषा: यदि किसी वस्तु की बिक्री मूल्य (Selling Price, SP) और खरीद मूल्य (CP) के बीRead more
समस्या का विश्लेषण
दिए गए प्रश्न में एक दुकानदार को कुर्सी की बिक्री पर 15% का नुकसान हो रहा है, जब वह उसे ₹1564 में बेचता है। हमें कुर्सी का खरीद मूल्य (Cost Price, CP) ज्ञात करना है।
नुकसान की गणना
लॉस (नुकसान) की परिभाषा:
गणितीय सूत्र
नुकसान का सूत्र:
लॉस=CP−SP
यहाँ,
लॉस=10015×CP
समीकरण बनाना
चूँकि बिक्री मूल्य (SP) ₹1564 है, हम समीकरण लिख सकते हैं:
SP=CP−(10015×CP)
इस समीकरण को हल करें:
1564=CP−(0.15×CP)
1564=CP×(1−0.15)
1564=CP×0.85
कृपया CP की गणना करें:
CP=0.851564
गणना
CP=1840
निष्कर्ष
कुर्सी का क्रय मूल्य (CP) ₹1840 है।
हालिया उदाहरण
See lessइस प्रकार के प्रश्न UPSC Mains में आर्थिक विषयों के अंतर्गत आते हैं, जहाँ न केवल गणितीय कौशल, बल्कि वास्तविक जीवन की व्यावसायिक स्थितियों को समझने की आवश्यकता होती है। जैसे कि हाल ही में, कई छोटे दुकानदारों ने COVID-19 के बाद वस्तुओं की बिक्री में हानि का सामना किया, जिससे उन्हें अपने व्यापारिक निर्णयों में सुधार करने की आवश्यकता महसूस हुई।
3:5, 5:7 और 7: 9 का मिश्रित अनुपात ज्ञात कीजिए।
3:5, 5:7 और 7:9 का मिश्रित अनुपात ज्ञात कीजिए **1. मिश्रित अनुपात की परिभाषा: मिश्रित अनुपात: जब एक से अधिक अनुपात को मिलाया जाता है, तो उन्हें जोड़ने और गुणा करने से मिश्रित अनुपात प्राप्त होता है। इसे निम्नलिखित तरीके से गणना किया जाता है: मिश्रित अनुपात=पहले अनुपात के अंश×दूसरे अनुपात के अंश×तीसरRead more
3:5, 5:7 और 7:9 का मिश्रित अनुपात ज्ञात कीजिए
**1. मिश्रित अनुपात की परिभाषा:
मिश्रित अनुपात=पहले अनुपात के हर×दूसरे अनुपात के हर×तीसरे अनुपात के हरपहले अनुपात के अंश×दूसरे अनुपात के अंश×तीसरे अनुपात के अंश
**2. दिए गए अनुपात:
**3. मिश्रित अनुपात की गणना:
अंश=3×5×7=105
हर=5×7×9=315
315105
**4. मिश्रित अनुपात का सरलीकरण:
315105 को सरलीकृत करने के लिए, अंश और हर को उनके सबसे बड़े सामान्य भाजक, 105 से विभाजित करें:
315÷105105÷105=31
1:3
**5. हाल के उदाहरण और अनुप्रयोग:
**6. निष्कर्ष:
शून्य एवं बीस के मध्य कितनी अभाज्य संख्याएँ होती हैं?
शून्य और बीस के मध्य अभाज्य संख्याएँ **1. अभाज्य संख्या की परिभाषा: अभाज्य संख्या: एक अभाज्य संख्या वह प्राकृतिक संख्या है जो 1 और स्वयं के अलावा किसी अन्य संख्या से विभाजित नहीं होती। साधारण शब्दों में, एक अभाज्य संख्या केवल 1 और स्वयं से ही विभाजित होती है। **2. शून्य और बीस के बीच अभाज्य संख्याओंRead more
शून्य और बीस के मध्य अभाज्य संख्याएँ
**1. अभाज्य संख्या की परिभाषा:
**2. शून्य और बीस के बीच अभाज्य संख्याओं की पहचान:
**3. अभाज्य संख्याओं की गणना:
**4. हाल के उदाहरण और अनुप्रयोग:
**5. निष्कर्ष:
एक पासे को एक बार फेंकने पर, एक सम संख्या आने की प्रायिकता क्या होगी?
एक पासे को एक बार फेंकने पर, एक सम संख्या आने की प्रायिकता **1. पासे की समझ: मानक पासा: एक मानक पासा (डाइस) छह चेहरों वाला होता है, जिन पर 1 से 6 तक के अंक अंकित होते हैं। प्रत्येक चेहरा समान संभावना के साथ ऊपर आ सकता है जब पासा फेंका जाता है। **2. सम संख्याओं की पहचान: सम संख्याएँ: पासे पर सम संख्यRead more
एक पासे को एक बार फेंकने पर, एक सम संख्या आने की प्रायिकता
**1. पासे की समझ:
**2. सम संख्याओं की पहचान:
**3. प्रायिकता की गणना:
प्रायिकता=कुल संभावनाएँ की संख्यालाभकारी संभावनाएँ की संख्यामान को स्थापित करने पर:
प्रायिकता=63=21
**4. हाल के उदाहरण और अनुप्रयोग:
**5. निष्कर्ष:
21 या 50% होती है। यह इसलिए है क्योंकि 6 संभावनाओं में से 3 सम संख्याएँ होती हैं।
यह गणना न केवल खेलों और शिक्षा में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आम जीवन की परिस्थितियों में भी सहायक हो सकती है जहां निर्णय लेने और संभावनाओं का आकलन आवश्यक होता है।
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