भारत आर्कटिक प्रदेश के संसाधनों में किस कारण गहन रुचि ले रहा है ? (150 words ) [UPSC 2018]
महासागरीय संसाधनों का मूल्यांकन: विश्व संसाधन संकट से निपटने के उपाय **1. खनिज संसाधन महासागर खनिज संसाधनों से भरपूर हैं, जैसे पोलिमेटलिक नोड्यूल्स और हाइड्रोथर्मल वेंट्स। हाल ही में, अंतर्राष्ट्रीय समुद्री प्राधिकरण (ISA) ने क्लेरियन-क्लिपरटन जोन में गहरे समुद्री खनन के लिए लाइसेंस जारी किए हैं, जोRead more
महासागरीय संसाधनों का मूल्यांकन: विश्व संसाधन संकट से निपटने के उपाय
**1. खनिज संसाधन
महासागर खनिज संसाधनों से भरपूर हैं, जैसे पोलिमेटलिक नोड्यूल्स और हाइड्रोथर्मल वेंट्स। हाल ही में, अंतर्राष्ट्रीय समुद्री प्राधिकरण (ISA) ने क्लेरियन-क्लिपरटन जोन में गहरे समुद्री खनन के लिए लाइसेंस जारी किए हैं, जो कोबाल्ट और निकल से भरपूर है। हालांकि, समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र और जैव विविधता पर इसके नकारात्मक प्रभाव चिंता का विषय हैं।
**2. ऊर्जा संसाधन
महासागरों में तेल, प्राकृतिक गैस, और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत जैसे ज्वारीय, लहर और महासागर तापीय ऊर्जा उपलब्ध हैं। स्कॉटलैंड के तट पर फ्लोटिंग विंड फार्म्स और फ्रांस तथा दक्षिण कोरिया में ज्वारीय ऊर्जा परियोजनाएं इसके उदाहरण हैं। फिर भी, इन तकनीकों की उच्च लागत और पर्यावरणीय प्रभाव प्रमुख समस्याएँ हैं।
**3. जैविक संसाधन
मैरिन बायोडायवर्सिटी खाद्य और औषधीय संसाधन प्रदान करती है। हाल ही में, गहरे समुद्र की कोरल्स से प्राप्त एंटी-कैंसर दवाइयां वैज्ञानिक अनुसंधान का उदाहरण हैं। लेकिन, अत्यधिक मछली पकड़ना और आवासीय क्षति इन संसाधनों के संरक्षण को चुनौती देती है।
**4. नमकीन जल से ताजे पानी का निर्माण
नमकीन जल से ताजे पानी के निर्माण के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग जल संकट को दूर कर सकता है। इज़राइल और सऊदी अरब में हाल ही में स्थापित जलवर्धन संयंत्र इसकी सफलता को दर्शाते हैं। लेकिन, उच्च ऊर्जा खपत और ब्राइन के निपटान का पर्यावरणीय प्रभाव चिंताजनक है।
इस प्रकार, महासागरीय संसाधनों की संभावनाओं के बावजूद, इनके उपयोग और संरक्षण में संतुलन बनाए रखना दीर्घकालिक स्थिरता के लिए आवश्यक है।
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भारत की आर्कटिक प्रदेश के संसाधनों में रुचि परिचय: भारत की आर्कटिक प्रदेश में रुचि बढ़ रही है, जिसका कारण क्षेत्रीय संसाधनों और भू-राजनीतिक महत्व की खोज में निहित है। संसाधनों की खोज: खानिज और ऊर्जा संसाधन: आर्कटिक क्षेत्र में तेल और गैस के विशाल भंडार संभावित रूप से वैश्विक ऊर्जा आपूर्ति को प्रभाविRead more
भारत की आर्कटिक प्रदेश के संसाधनों में रुचि
परिचय: भारत की आर्कटिक प्रदेश में रुचि बढ़ रही है, जिसका कारण क्षेत्रीय संसाधनों और भू-राजनीतिक महत्व की खोज में निहित है।
संसाधनों की खोज:
वैश्विक सहयोग:
निष्कर्ष: भारत की आर्कटिक प्रदेश में गहन रुचि ऊर्जा संसाधनों, समुद्री मार्गों, और वैश्विक सहयोग के अवसरों के कारण बढ़ रही है। यह रणनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भारत की वैश्विक स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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