प्रश्न का उत्तर अधिकतम 200 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 11 अंक का है। [MPPSC 2022] प्राकृतिक पादप वृद्धि नियामकों की विस्तार से चर्चा कीजिए।
परिचय: 70S और 80S राइबोजोम्स में 'S' का अर्थ स्वेडबर्ग इकाई (Svedberg unit) से है, जो सेडिमेंटेशन दर को मापने का एक मानक है। यह इकाई राइबोजोम्स के आकार, रूप और घनत्व को दर्शाती है। स्वेडबर्ग इकाई: स्वेडबर्ग इकाई (S) से यह समझा जाता है कि कण सेंट्रीफ्यूगेशन के दौरान कितनी तेजी से नीचे की ओर बैठते हैंRead more
परिचय: 70S और 80S राइबोजोम्स में ‘S’ का अर्थ स्वेडबर्ग इकाई (Svedberg unit) से है, जो सेडिमेंटेशन दर को मापने का एक मानक है। यह इकाई राइबोजोम्स के आकार, रूप और घनत्व को दर्शाती है।
स्वेडबर्ग इकाई:
- स्वेडबर्ग इकाई (S) से यह समझा जाता है कि कण सेंट्रीफ्यूगेशन के दौरान कितनी तेजी से नीचे की ओर बैठते हैं। यह कणों के द्रव्यमान और आकार पर निर्भर करता है।
- यह इकाई राइबोजोम्स के सटीक आकार को नहीं दर्शाती, बल्कि उनके संवेग गुणांक (sedimentation coefficient) को व्यक्त करती है।
70S राइबोजोम्स:
- 70S राइबोजोम्स प्रोकेरियोटिक कोशिकाओं (जैसे Escherichia coli) में पाए जाते हैं।
- इनमें एक छोटा 30S सबयूनिट और एक बड़ा 50S सबयूनिट शामिल होता है।
- 30S सबयूनिट में 16S rRNA और 21 प्रोटीन होते हैं, जबकि 50S सबयूनिट में 23S rRNA, 5S rRNA और 34 प्रोटीन होते हैं।
- 2023 में, शोध ने 70S राइबोजोम्स की प्रोटीन संश्लेषण में भूमिका पर ध्यान केंद्रित किया है, और इसके साथ एंटीबायोटिक प्रभावकारिता को भी समझा गया है।
80S राइबोजोम्स:
- 80S राइबोजोम्स यूकेरियोटिक कोशिकाओं (जैसे पौधों और जानवरों की कोशिकाएँ) में पाए जाते हैं।
- इनमें एक छोटा 40S सबयूनिट और एक बड़ा 60S सबयूनिट होता है।
- 40S सबयूनिट में 18S rRNA और 33 प्रोटीन होते हैं, जबकि 60S सबयूनिट में 28S rRNA, 5.8S rRNA, 5S rRNA और 49 प्रोटीन होते हैं।
- हाल ही में, शोध ने 80S राइबोजोम्स की अनुवाद नियंत्रण में भूमिका और तनाव प्रतिक्रियाओं में इसके प्रभाव को उजागर किया है।
निष्कर्ष: 70S और 80S राइबोजोम्स में ‘S’ स्वेडबर्ग इकाई को दर्शाता है, जो राइबोजोम्स की सेडिमेंटेशन दर को मापने का मानक है। यह इकाई राइबोजोम्स के आकार और कार्यक्षमता को समझने में महत्वपूर्ण है, विशेषकर प्रोकैरियोटिक और यूकेरियोटिक कोशिकाओं में।
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परिचय: प्राकृतिक पादप वृद्धि नियामक, जिन्हें पादप हार्मोन भी कहा जाता है, वे रासायनिक यौगिक हैं जो पौधों की वृद्धि, विकास और पर्यावरणीय उत्तेजनाओं के प्रति प्रतिक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं। ये हार्मोन पादपों के विभिन्न शारीरिक और जैव रासायनिक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। प्राकृतिRead more
परिचय: प्राकृतिक पादप वृद्धि नियामक, जिन्हें पादप हार्मोन भी कहा जाता है, वे रासायनिक यौगिक हैं जो पौधों की वृद्धि, विकास और पर्यावरणीय उत्तेजनाओं के प्रति प्रतिक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं। ये हार्मोन पादपों के विभिन्न शारीरिक और जैव रासायनिक प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
प्राकृतिक पादप वृद्धि नियामकों के प्रमुख प्रकार:
अनुप्रयोग और लाभ:
निष्कर्ष: प्राकृतिक पादप वृद्धि नियामक जैसे ऑक्सिन्स, गिब्बेरेलिन्स, साइटोकिनिन्स, एब्सिसिक एसिड, और एथीलीन पादपों की वृद्धि और विकास को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण होते हैं। इनके उपयोग से कृषि, हॉटिकल्चर और पारिस्थितिकीय प्रबंधन में सुधार हुआ है, जो पर्यावरणीय स्थिरता और खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देता है।
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