Home/MPPSC Mains PYQs/Page 17
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
ऊर्जा प्रबंधन से आप क्या समझते हैं ?
ऊर्जा प्रबंधन से आप क्या समझते हैं? ऊर्जा प्रबंधन का मतलब है ऊर्जा का कुशलतापूर्वक उपयोग और बचत करना, ताकि प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण हो सके। ऊर्जा प्रबंधन के प्रमुख तत्व ऊर्जा की निगरानी: ऊर्जा की खपत और उपयोग की निगरानी करना। स्रोतों का चयन: नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग बढ़ाना जैसे सौर, पवन,Read more
ऊर्जा प्रबंधन से आप क्या समझते हैं?
ऊर्जा प्रबंधन का मतलब है ऊर्जा का कुशलतापूर्वक उपयोग और बचत करना, ताकि प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण हो सके।
ऊर्जा प्रबंधन के प्रमुख तत्व
उदाहरण
सारांश: ऊर्जा प्रबंधन का उद्देश्य ऊर्जा के उपयोग को अधिक प्रभावी और पर्यावरण के अनुकूल बनाना है।
See lessNaishthik
Naishthik means steadfast or devoted, often referring to someone who is firmly committed to a discipline.
Naishthik means steadfast or devoted, often referring to someone who is firmly committed to a discipline.
See lessमहासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा किस प्रकार प्राप्त होती है ?
महासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा कैसे प्राप्त होती है? महासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा लहरों, ज्वार और समुद्री धाराओं से प्राप्त की जाती है, जो टरबाइनों को घुमा कर उत्पादन करती हैं। महासागरीय ऊर्जा के प्रकार लहर ऊर्जा: समुद्र की लहरों के उतार-चढ़ाव से टरबाइन घूमते हैं, जिससे विद्युत उत्पन्न होती हैRead more
महासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा कैसे प्राप्त होती है?
महासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा लहरों, ज्वार और समुद्री धाराओं से प्राप्त की जाती है, जो टरबाइनों को घुमा कर उत्पादन करती हैं।
महासागरीय ऊर्जा के प्रकार
उदाहरण
सारांश: महासागरीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा लहरों, ज्वार और समुद्री धाराओं के माध्यम से उत्पन्न की जाती है, जो पर्यावरण के लिए सुरक्षित है।
See lessइसरो द्वारा विकसित लाँच विहिकल की पाँचों पीढ़ियों के नाम लिखिए ।
इसरो द्वारा विकसित लाँच विहिकल की पाँचों पीढ़ियाँ इसरो ने अपनी पांच लाँच विहिकल पीढ़ियाँ विकसित की हैं, जो अंतरिक्ष मिशनों में उपयोग होती हैं। 1. SLV (Satellite Launch Vehicle) पहली पीढ़ी, जो 1980 में भारत का पहला उपग्रह "आर्यभट" लॉन्च करने में सफल रही। 2. ASLV (Augmented Satellite Launch Vehicle) इRead more
इसरो द्वारा विकसित लाँच विहिकल की पाँचों पीढ़ियाँ
इसरो ने अपनी पांच लाँच विहिकल पीढ़ियाँ विकसित की हैं, जो अंतरिक्ष मिशनों में उपयोग होती हैं।
1. SLV (Satellite Launch Vehicle)
2. ASLV (Augmented Satellite Launch Vehicle)
3. PSLV (Polar Satellite Launch Vehicle)
4. GSLV (Geosynchronous Satellite Launch Vehicle)
5. GSLV Mk III
सारांश: इसरो ने SLV से लेकर GSLV Mk III तक, विभिन्न पीढ़ियों के लाँच विहिकल विकसित किए हैं, जो अंतरिक्ष में भारत की सफलता का प्रतीक हैं।
See lessजैव-प्रौद्योगिकी में सुनहरा रंग क्या प्रदर्शित करता है ?
जैव-प्रौद्योगिकी में सुनहरा रंग क्या प्रदर्शित करता है? जैव-प्रौद्योगिकी में सुनहरा रंग "जीवन और सफलता" का प्रतीक है, खासकर जैविक उत्पादों की सफलता को दर्शाता है। सुनहरे रंग का महत्व सफलता और समृद्धि: जैव-प्रौद्योगिकी में नए उत्पादों की सफलता को सुनहरा रंग दिखाता है। प्राकृतिक प्रगति: यह प्रगति और जRead more
जैव-प्रौद्योगिकी में सुनहरा रंग क्या प्रदर्शित करता है?
जैव-प्रौद्योगिकी में सुनहरा रंग “जीवन और सफलता” का प्रतीक है, खासकर जैविक उत्पादों की सफलता को दर्शाता है।
सुनहरे रंग का महत्व
उदाहरण
सारांश: जैव-प्रौद्योगिकी में सुनहरा रंग सफलता, समृद्धि और जीवन के विकास के प्रतीक के रूप में प्रयोग होता है।
See lessवंचित वर्ग की समस्याओं के कारण और निराकरण की विवेचना कीजिए।
वंचित वर्ग की समस्याएँ और उनके निराकरण वंचित वर्ग समाज का वह हिस्सा है जिसे आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ता है। इन वर्गों में आमतौर पर दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, और गरीब परिवार शामिल होते हैं। वंचित वर्ग की समस्याएँ शिक्षा की कमी वंचित वर्ग के बच्चों को शिक्षा का उचितRead more
वंचित वर्ग की समस्याएँ और उनके निराकरण
वंचित वर्ग समाज का वह हिस्सा है जिसे आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ता है। इन वर्गों में आमतौर पर दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, और गरीब परिवार शामिल होते हैं।
वंचित वर्ग की समस्याएँ
समस्याओं का निराकरण
निष्कर्ष
वंचित वर्ग की समस्याओं का समाधान केवल सरकारी योजनाओं से नहीं, बल्कि समाज की मानसिकता में बदलाव लाकर ही संभव है। जब तक इन वर्गों को समान अवसर और अधिकार नहीं मिलते, तब तक उनका समाज में समग्र विकास नहीं हो सकता।
See lessराष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 की थीम क्या थी ?
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 की थीम राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 की थीम थी "Science for sustainable development" (सतत विकास के लिए विज्ञान)। थीम का उद्देश्य विज्ञान के योगदान को सतत विकास में बढ़ावा देना। पर्यावरण संरक्षण और समाजिक कल्याण के लिए विज्ञान का उपयोग। उदाहरण सौर ऊर्जा और नवीकरणीय संसाधन जैRead more
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 की थीम
राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 की थीम थी “Science for sustainable development” (सतत विकास के लिए विज्ञान)।
थीम का उद्देश्य
उदाहरण
सारांश: राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 का उद्देश्य सतत विकास के लिए विज्ञान के महत्व को उजागर करना था।
See lessआयुष्मान भारत योजना अंग है
आयुष्मान भारत योजना अंग है आयुष्मान भारत योजना का मुख्य अंग प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) है, जो गरीबों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करती है। आयुष्मान भारत योजना के मुख्य अंग प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना: गरीबों के लिए 5 लाख तक मुफ्त स्वास्थ्य कवर। स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र: ग्रामीण और शहरी कRead more
आयुष्मान भारत योजना अंग है
आयुष्मान भारत योजना का मुख्य अंग प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) है, जो गरीबों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करती है।
आयुष्मान भारत योजना के मुख्य अंग
उद्देश्य
सारांश: आयुष्मान भारत योजना का उद्देश्य गरीबों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं देना और स्वास्थ्य क्षेत्र को सुधारना है।
See lessडेंगू ज्वर संक्रमण का कारक है
डेंगू ज्वर संक्रमण का कारक डेंगू ज्वर का मुख्य कारक डेंगू वायरस है, जो एडीस मच्छर के काटने से फैलता है। डेंगू ज्वर के कारण एडीस मच्छर (Aedes mosquito) के काटने से डेंगू वायरस शरीर में प्रवेश करता है। मच्छर संक्रमित व्यक्ति से स्वस्थ व्यक्ति को वायरस منتقل करता है। लक्षण बुखार और सिर दर्द प्रमुख लक्षRead more
डेंगू ज्वर संक्रमण का कारक
डेंगू ज्वर का मुख्य कारक डेंगू वायरस है, जो एडीस मच्छर के काटने से फैलता है।
डेंगू ज्वर के कारण
लक्षण
सारांश: डेंगू ज्वर एडीस मच्छर के द्वारा फैलता है, जो डेंगू वायरस को शरीर में प्रवेश कराता है।
See lessमहिलाओं की शिक्षा की स्थिति और चुनौतियों पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
महिलाओं की शिक्षा की स्थिति और चुनौतियाँ महिलाओं की शिक्षा समाज के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभाती है, लेकिन भारत में महिलाओं की शिक्षा में कई समस्याएँ हैं। महिलाओं की शिक्षा की स्थिति आजादी के बाद महिलाओं की शिक्षा में कुछ सुधार हुए हैं। राष्ट्रीय योजनाओं और कार्यक्रमों के द्वारा ग्रामीण और पRead more
महिलाओं की शिक्षा की स्थिति और चुनौतियाँ
महिलाओं की शिक्षा समाज के सर्वांगीण विकास में अहम भूमिका निभाती है, लेकिन भारत में महिलाओं की शिक्षा में कई समस्याएँ हैं।
महिलाओं की शिक्षा की स्थिति
आजादी के बाद महिलाओं की शिक्षा में कुछ सुधार हुए हैं। राष्ट्रीय योजनाओं और कार्यक्रमों के द्वारा ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में महिलाओं के लिए शिक्षा के अवसर बढ़ाए गए हैं। जैसे “बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ” अभियान ने महिलाओं को शिक्षा की दिशा में प्रेरित किया है।
वर्तमान में, महिला साक्षरता दर में वृद्धि हुई है। 2021 की जनगणना के अनुसार, महिलाओं की साक्षरता दर 70.3% तक पहुँच चुकी है, जबकि 1951 में यह दर सिर्फ 9.3% थी।
महिलाओं की शिक्षा में प्रमुख चुनौतियाँ
निष्कर्ष
महिलाओं की शिक्षा में सुधार के लिए सरकार को और अधिक सख्त कदम उठाने होंगे। इसके साथ ही समाज को भी मानसिकता में बदलाव लाना होगा, ताकि महिलाएँ समान शिक्षा और अवसर प्राप्त कर सकें।
See less