Home/MPPSC Mains PYQs/Page 18
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
एन.पी.सी.डी.सी.एस. संक्षेपाक्षर है
एन.पी.सी.डी.सी.एस. संक्षेपाक्षर क्या है? एन.पी.सी.डी.सी.एस. का मतलब है "नेशनल फिजिक समिति एवं डाइट कंट्रोल सोसाइटी"। यह भारतीय संस्था है जो फिटनेस प्रतियोगिताएँ आयोजित करती है। एन.पी.सी.डी.सी.एस. की भूमिका फिजिकल फिटनेस: यह फिटनेस और बॉडीबिल्डिंग से संबंधित प्रतियोगिताएँ आयोजित करती है। स्वास्थ्य कोRead more
एन.पी.सी.डी.सी.एस. संक्षेपाक्षर क्या है?
एन.पी.सी.डी.सी.एस. का मतलब है “नेशनल फिजिक समिति एवं डाइट कंट्रोल सोसाइटी”। यह भारतीय संस्था है जो फिटनेस प्रतियोगिताएँ आयोजित करती है।
एन.पी.सी.डी.सी.एस. की भूमिका
उदाहरण
सारांश: एन.पी.सी.डी.सी.एस. एक संगठन है जो फिटनेस, शरीर सौष्ठव और डाइट कंट्रोल से जुड़ी गतिविधियाँ आयोजित करता है।
See lessई-गवर्नेस के विभिन्न चरणों को सूचिबद्ध कीजिए ।
ई-गवर्नेस के विभिन्न चरण ई-गवर्नेस के विकास में मुख्य रूप से चार चरण होते हैं। 1. सूचना प्रदान करना (Information Sharing) सरकार नागरिकों को ऑनलाइन जानकारी और सेवाएँ देती है। उदाहरण: वेबसाइट्स पर सरकारी योजनाओं की जानकारी। 2. सेवाओं का प्रदान करना (Service Delivery) नागरिकों को ऑनलाइन सेवाएँ उपलब्ध कRead more
ई-गवर्नेस के विभिन्न चरण
ई-गवर्नेस के विकास में मुख्य रूप से चार चरण होते हैं।
1. सूचना प्रदान करना (Information Sharing)
2. सेवाओं का प्रदान करना (Service Delivery)
3. इंटरएक्टिव सेवाएँ (Interactive Services)
4. ट्रांसफॉर्मेशनल सेवाएँ (Transformational Services)
सारांश: ई-गवर्नेस के चरणों से प्रशासन को नागरिकों के लिए सरल, पारदर्शी और कुशल बनाया जाता है।
See lessवसा में घुलनशील एवं जल में घुलनशील विटामिन्स के नाम लिखिए ।
वसा में घुलनशील एवं जल में घुलनशील विटामिन्स विटामिन्स दो प्रकार के होते हैं: वसा में घुलनशील और जल में घुलनशील। वसा में घुलनशील विटामिन्स विटामिन A विटामिन D विटामिन E विटामिन K उदाहरण: जैसे तेल में घुलने वाली चीजें, वसा में घुलनशील विटामिन्स शरीर में वसा के साथ जमा होते हैं। जल में घुलनशील विटामिनRead more
वसा में घुलनशील एवं जल में घुलनशील विटामिन्स
विटामिन्स दो प्रकार के होते हैं: वसा में घुलनशील और जल में घुलनशील।
वसा में घुलनशील विटामिन्स
उदाहरण: जैसे तेल में घुलने वाली चीजें, वसा में घुलनशील विटामिन्स शरीर में वसा के साथ जमा होते हैं।
जल में घुलनशील विटामिन्स
उदाहरण: जैसे पानी में घुलने वाली चीजें, जल में घुलनशील विटामिन्स शरीर में आसानी से अवशोषित होते हैं और बाहर निकल जाते हैं।
सारांश: वसा में घुलनशील विटामिन्स शरीर में लंबे समय तक रहते हैं, जबकि जल में घुलनशील जल्दी बाहर निकल जाते हैं।
See lessहीमोग्लोबिन क्या है ?
हीमोग्लोबिन क्या है? हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन है जो रक्त में ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुँचाने का काम करता है। हीमोग्लोबिन की भूमिका ऑक्सीजन परिवहन: हीमोग्लोबिन रक्त में ऑक्सीजन को फेफड़ों से शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुँचाता है। कार्बन डाइऑक्साइड निकालना: यह शरीर से कार्बन डाइऑक्साइड को बRead more
हीमोग्लोबिन क्या है?
हीमोग्लोबिन एक प्रोटीन है जो रक्त में ऑक्सीजन को शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुँचाने का काम करता है।
हीमोग्लोबिन की भूमिका
उदाहरण
सामान्य स्तर
सारांश: हीमोग्लोबिन शरीर में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों के परिवहन के लिए आवश्यक है।
See lessP-नाइट्रोफीनॉल और O-नाइट्रोफीनॉल में हाइड्रोजन बंध के प्रकार लिखिए ।
P-नाइट्रोफीनॉल और O-नाइट्रोफीनॉल में हाइड्रोजन बंध के प्रकार 1. P-नाइट्रोफीनॉल: हाइड्रोजन बंध का प्रकार: यहाँ पर इंटरमोलिकुलर हाइड्रोजन बंध (Intermolecular hydrogen bond) होता है। विवरण: नाइट्रो और हाइड्रॉक्सिल समूह के बीच हाइड्रोजन बंध बनता है। 2. O-नाइट्रोफीनॉल: हाइड्रोजन बंध का प्रकार: इंट्रामोलिRead more
P-नाइट्रोफीनॉल और O-नाइट्रोफीनॉल में हाइड्रोजन बंध के प्रकार
1. P-नाइट्रोफीनॉल:
2. O-नाइट्रोफीनॉल:
टैगोर के 'मानवतावाद' की अवधारणा बताइए ।
टैगोर के 'मानवतावाद' की अवधारणा रवींद्रनाथ टैगोर का मानवतावाद मानवता की एकता, सहिष्णुता, और सार्वभौमिक भाईचारे पर आधारित था। 1. विविधता में एकता टैगोर ने विभिन्न संस्कृतियों के सम्मान पर जोर दिया और मानव जाति की एकता की बात की। उदाहरण: शांतिनिकेतन में उनकी शिक्षा प्रणाली ने प्रेम, सह-अस्तित्व और समाRead more
टैगोर के ‘मानवतावाद’ की अवधारणा
रवींद्रनाथ टैगोर का मानवतावाद मानवता की एकता, सहिष्णुता, और सार्वभौमिक भाईचारे पर आधारित था।
1. विविधता में एकता
2. प्रकृति के साथ सामंजस्य
3. आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विकास
टैगोर का मानवतावाद प्रेम, परस्पर सम्मान और जिम्मेदारी के आधार पर एक समृद्ध समाज की कल्पना करता है।
See lessक्या 'साधन' साध्य को प्रमाणित करता है? टिप्पणी कीजिए ।
क्या 'साधन' साध्य को प्रमाणित करता है? यह प्रश्न नैतिकता का एक महत्वपूर्ण विषय है। साधनों का औचित्य सिद्ध करने के लिए दो दृष्टिकोण प्रमुख हैं। 1. उपयोगितावादी दृष्टिकोण उपयोगितावादी दृष्टिकोण के अनुसार, यदि साध्य का परिणाम समाज के लिए कल्याणकारी है, तो साधन सही हो सकते हैं। उदाहरण: किसी संकट में झूठRead more
क्या ‘साधन’ साध्य को प्रमाणित करता है?
यह प्रश्न नैतिकता का एक महत्वपूर्ण विषय है। साधनों का औचित्य सिद्ध करने के लिए दो दृष्टिकोण प्रमुख हैं।
1. उपयोगितावादी दृष्टिकोण
2. कर्तव्य आधारित दृष्टिकोण
3. समन्वय का महत्त्व
Do the 'means' justify the ends? Comment.
Do the Means Justify the Ends? The question of whether "means" justify the "ends" is a significant ethical debate. 1. Utilitarian Perspective From a utilitarian viewpoint, actions are justified if they result in the greatest good. Example: A manager might cut costs unethically to save jobs, believinRead more
Do the Means Justify the Ends?
The question of whether “means” justify the “ends” is a significant ethical debate.
1. Utilitarian Perspective
2. Deontological Perspective
3. Balancing Both Views
While both perspectives offer insights, the ethicality of means often depends on context, making it a nuanced issue.
See lessलोक प्रशासन के बारे में कौटिल्य के विचारों की चर्चा कीजिए ।
कौटिल्य के लोक प्रशासन पर विचार कौटिल्य, जिन्हें चाणक्य के नाम से भी जाना जाता है, ने "अर्थशास्त्र" में शासन और प्रशासन के सिद्धांत प्रस्तुत किए। उनके विचार प्रशासनिक कार्यों, नीति निर्धारण, और सामाजिक कल्याण पर केंद्रित थे। मुख्य विचार प्रशासन की आवश्यकता: कौटिल्य ने एक सुव्यवस्थित प्रशासन को समाजRead more
कौटिल्य के लोक प्रशासन पर विचार
कौटिल्य, जिन्हें चाणक्य के नाम से भी जाना जाता है, ने “अर्थशास्त्र” में शासन और प्रशासन के सिद्धांत प्रस्तुत किए। उनके विचार प्रशासनिक कार्यों, नीति निर्धारण, और सामाजिक कल्याण पर केंद्रित थे।
मुख्य विचार
प्रशासनिक सिद्धांत
कौटिल्य के सिद्धांत वर्तमान प्रशासनिक व्यवस्थाओं के लिए भी उपयोगी हैं।
See lessविवेकानंद के 'सार्वभौमिक धर्म' की प्रमुख विशेषताएँ बताइए ।
विवेकानंद के 'सार्वभौमिक धर्म' की प्रमुख विशेषताएँ विवेकानंद का सार्वभौमिक धर्म सभी धर्मों की अच्छाइयों को अपनाकर, मानवता के कल्याण के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है। 1. विविधता में एकता विवेकानंद ने सभी धर्मों को एक ही सत्य के विभिन्न रूप कहा। वे मानते थे कि हर धर्म एक ही सत्य तक पहुँचने के अलग-अलगRead more
विवेकानंद के ‘सार्वभौमिक धर्म’ की प्रमुख विशेषताएँ
विवेकानंद का सार्वभौमिक धर्म सभी धर्मों की अच्छाइयों को अपनाकर, मानवता के कल्याण के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है।
1. विविधता में एकता
विवेकानंद ने सभी धर्मों को एक ही सत्य के विभिन्न रूप कहा। वे मानते थे कि हर धर्म एक ही सत्य तक पहुँचने के अलग-अलग रास्ते हैं।
2. सहिष्णुता और समावेशिता
उनके सार्वभौमिक धर्म का मूल मंत्र सहिष्णुता और समावेशिता है। वे धर्म परिवर्तन की जगह सम्मान और संवाद पर जोर देते थे।
3. व्यवहारिक अध्यात्म
उनका मानना था कि धर्म केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं होना चाहिए; उसे समाज की भलाई में भी उपयोग करना चाहिए। उदाहरण: गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा।
4. व्यक्तिगत सशक्तिकरण
विवेकानंद ने हर व्यक्ति में आत्म-विश्वास और आत्म-ज्ञान का महत्व बताया।
उनका यह दृष्टिकोण सभी धर्मों के बीच एकता और सहअस्तित्व को प्रोत्साहित करता है।
See less