Answer the question in maximum 20 words. This question carries 03 marks. [MPPSC 2019] What is the difference between prejudice and discrimination?
क्या बुद्ध का 'अष्टांगिक मार्ग' लोक सेवकों के लिए नैतिक मार्गदर्शक हो सकता है? बुद्ध का अष्टांगिक मार्ग लोक सेवकों के लिए नैतिकता और दायित्वपूर्ण कार्यों का एक सशक्त मार्गदर्शन प्रदान करता है। यह मार्ग लोक सेवा में शांति, ईमानदारी और सेवा भावना को बढ़ावा देता है। 1. सम्यक दृष्टि लोक सेवक नीतियों मेंRead more
क्या बुद्ध का ‘अष्टांगिक मार्ग’ लोक सेवकों के लिए नैतिक मार्गदर्शक हो सकता है?
बुद्ध का अष्टांगिक मार्ग लोक सेवकों के लिए नैतिकता और दायित्वपूर्ण कार्यों का एक सशक्त मार्गदर्शन प्रदान करता है। यह मार्ग लोक सेवा में शांति, ईमानदारी और सेवा भावना को बढ़ावा देता है।
1. सम्यक दृष्टि
लोक सेवक नीतियों में निष्पक्षता रखें और लाभ-हानि से ऊपर उठकर कार्य करें।
2. सम्यक संकल्प
लोक सेवकों को सेवा भावना और सामाजिक न्याय का संकल्प लेना चाहिए। उदाहरण: निर्णयों में जनता का हित सर्वोपरि रखना।
3. सम्यक वाणी
संचार में ईमानदारी और पारदर्शिता बनाए रखें। इससे जनता का विश्वास बढ़ता है।
4. सम्यक कर्म
कार्यों में अनुशासन और निष्पक्षता होनी चाहिए, जिससे किसी का अहित न हो।
इस प्रकार, अष्टांगिक मार्ग लोक सेवकों को नैतिकता के उच्चतम आदर्शों पर आधारित सेवा प्रदान करने के लिए प्रेरित करता है।
See less
Difference Between Prejudice and Discrimination Prejudice: It refers to preconceived opinions or judgments about a person or group, often based on stereotypes, without any real knowledge or experience. Example: Believing someone is lazy based solely on their ethnicity. Discrimination: It involves acRead more
Difference Between Prejudice and Discrimination