“सोशल मीडिया को राष्ट्रीय सुरक्षा संवर्धन के एक महत्त्वपूर्ण साधन के रूप में किस तरह उपयोग में लाया जा सकता है?” समझाइये। (200 Words) [UPPSC 2019]
आतंकवाद को प्रतिस्पर्धात्मक उद्योग के रूप में देखना: विश्लेषण 1. आतंकवाद का विकास: पिछले कुछ दशकों में आतंकवाद ने एक प्रतिस्पर्धात्मक उद्योग के रूप में रूप बदल लिया है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं: वैश्विक नेटवर्क और वित्तीय स्रोत: आतंकवादी संगठन वैश्विक नेटवर्क का निर्माण कर चुके हैं और वितRead more
आतंकवाद को प्रतिस्पर्धात्मक उद्योग के रूप में देखना: विश्लेषण
1. आतंकवाद का विकास: पिछले कुछ दशकों में आतंकवाद ने एक प्रतिस्पर्धात्मक उद्योग के रूप में रूप बदल लिया है, जिसमें कई महत्वपूर्ण पहलू शामिल हैं:
- वैश्विक नेटवर्क और वित्तीय स्रोत: आतंकवादी संगठन वैश्विक नेटवर्क का निर्माण कर चुके हैं और वित्तीय स्रोतों को विविधतापूर्वक इस्तेमाल कर रहे हैं, जैसे अपराध और राजकीय समर्थन। उदाहरण के तौर पर, ISIS ने सोशल मीडिया का उपयोग कर भर्तियों और प्रचार के लिए किया।
- प्रतिस्पर्धात्मक विशेषताएँ: आतंकवादी समूह मीडिया का ध्यान और अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव प्राप्त करने के लिए एक-दूसरे के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं। 2015 के पेरिस हमले और 2019 के क्राइस्टचर्च शूटिंग जैसे हमलों ने दर्शाया कि कैसे समूह उत्कृष्टता की होड़ में वृद्धि कर सकते हैं।
- हिंसा का बाजार: विभिन्न आतंकवादी गुट क्षेत्रों पर नियंत्रण और राजनीतिक प्रभाव प्राप्त करने के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं, जैसे सिरिया और इराक में विभिन्न गुटों का संघर्ष।
2. रणनीतिक अनुकूलन:
- ब्रांडिंग और संदेश: आतंकवादी संगठन विशिष्ट विचारधाराएँ और ब्रांडिंग विकसित करते हैं ताकि वे अधिक अनुयायियों को आकर्षित कर सकें। अल-कायदा और ISIS की विशिष्ट विचारधाराएँ इस प्रवृत्ति को दर्शाती हैं।
- संचालनात्मक दक्षता: आतंकवादी संगठन तकनीक, डेटा संग्रह और योजनाबद्ध रणनीति का उपयोग कर संचालनात्मक दक्षता प्राप्त करते हैं।
3. प्रभाव:
- वृद्धि हुई हिंसा: प्रतिस्पर्धा की प्रवृत्ति हिंसा के स्तर को बढ़ा सकती है और हमलों की विधियों में नवाचार ला सकती है।
- सुरक्षा चुनौती: यह प्रतिस्पर्धा अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और काउंटर-टेररिज्म प्रयासों को जटिल बनाती है, जिससे अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और खुफिया-साझाकरण की आवश्यकता होती है।
इस प्रकार, आतंकवाद का प्रतिस्पर्धात्मक उद्योग के रूप में उभरना इसकी जटिलता और वैश्विक सुरक्षा पर प्रभाव को दर्शाता है, जिससे सुरक्षा उपायों को चुनौती मिलती है।
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सोशल मीडिया और राष्ट्रीय सुरक्षा 1. सुरक्षा जागरूकता: सोशल मीडिया को सुरक्षा जागरूकता फैलाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। सरकारी एजेंसियाँ और सुरक्षा बल सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर सुरक्षा सलाहकार नोटिफिकेशन, सतर्कता संदेश, और सामाजिक समर्पण अभियान चला सकते हैं, जिससे नागरिकों को आतंकवाद, साइबर हमRead more
सोशल मीडिया और राष्ट्रीय सुरक्षा
1. सुरक्षा जागरूकता: सोशल मीडिया को सुरक्षा जागरूकता फैलाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। सरकारी एजेंसियाँ और सुरक्षा बल सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर सुरक्षा सलाहकार नोटिफिकेशन, सतर्कता संदेश, और सामाजिक समर्पण अभियान चला सकते हैं, जिससे नागरिकों को आतंकवाद, साइबर हमलों और अन्य सुरक्षा खतरे के प्रति सतर्क किया जा सके।
2. संकट प्रबंधन और आपातकालीन सूचना: आपातकालीन स्थिति में सोशल मीडिया एक महत्वपूर्ण संचार चैनल के रूप में कार्य करता है। उदाहरण के लिए, प्राकृतिक आपदाओं या सुरक्षा संकटों के दौरान, यह तत्काल सूचना और संकट प्रबंधन निर्देश प्रदान करने में सहायक हो सकता है, जिससे जनता और सुरक्षा बलों के बीच सूचना का आदान-प्रदान त्वरित और प्रभावी होता है।
3. आतंकवाद और अपराध की निगरानी: सोशल मीडिया पर आतंकवादी प्रचार और उग्रवादी गतिविधियों की निगरानी की जा सकती है। साइबर इंटेलिजेंस का उपयोग करके, सुरक्षा एजेंसियाँ धमकीपूर्ण संदेशों और संदिग्ध गतिविधियों की पहचान कर सकती हैं, जिससे समय पर सुरक्षा उपाय किए जा सकते हैं।
4. सामाजिक सद्भावना और आतंकवाद विरोधी प्रचार: सोशल मीडिया का उपयोग सामाजिक सद्भावना को बढ़ावा देने और आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए किया जा सकता है। सकारात्मक प्रचार और सांस्कृतिक समझ को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों के माध्यम से, यह अस्वीकृत विचारधाराओं और कट्टरपंथी गतिविधियों के खिलाफ काम कर सकता है।
निष्कर्ष: सोशल मीडिया को राष्ट्रीय सुरक्षा में एक प्रभावी साधन के रूप में उपयोग किया जा सकता है, यदि इसे सुरक्षा जागरूकता, आपातकालीन सूचना, आतंकवाद निगरानी, और सामाजिक सद्भावना के क्षेत्रों में सही ढंग से लागू किया जाए।
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