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आतंकवाद की जटिलता और तीव्रता, इसके कारणों, सम्बन्धों तथा अप्रिय गठजोड़ का विश्लेषण कीजिए । आतंकवाद के खतरे के उन्मूलन के लिए उठाए जाने वाले उपायों का भी सुझाव दीजिए । (250 words) [UPSC 2021]
आतंकवाद की जटिलता और तीव्रता आतंकवाद की जटिलता: बहुपरकारी दृष्टिकोण: आतंकवाद एक जटिल सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक समस्या है, जो विभिन्न कारकों द्वारा उत्पन्न होती है। यह न केवल उग्रवादी विचारधाराओं का परिणाम है बल्कि राजनीतिक असंतोष, आर्थिक असमानता, और सामाजिक अस्थिरता भी इसका कारण बनती हैं। उदाहरणसRead more
आतंकवाद की जटिलता और तीव्रता
आतंकवाद की जटिलता:
आतंकवाद के कारण और अप्रिय गठजोड़:
आतंकवाद के खतरे के उन्मूलन के लिए उठाए जाने वाले उपाय:
इन उपायों को लागू करके आतंकवाद की जटिलता और तीव्रता को नियंत्रित किया जा सकता है और दीर्घकालिक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
See lessभारत की आन्तरिक सुरक्षा के लिए बाह्य राज्य और गैर-राज्य कारकों द्वारा प्रस्तुत बहुआयामी चुनौतियों का विश्लेषण कीजिए। इन संकटों का मुकाबला करने के लिए आवश्यक उपायों की भी चर्चा कीजिए । (250 words) [UPSC 2021]
भारत की आन्तरिक सुरक्षा के लिए बाह्य राज्य और गैर-राज्य कारकों द्वारा प्रस्तुत बहुआयामी चुनौतियाँ बाह्य राज्य कारकों से उत्पन्न चुनौतियाँ: सीमा पार आतंकवाद: पाकिस्तान: पाकिस्तान से उत्पन्न सीमा पार आतंकवाद एक प्रमुख चुनौती है। हाल ही में 2023 में जम्मू और कश्मीर में हुए हमले में पाकिस्तान आधारित आतंRead more
भारत की आन्तरिक सुरक्षा के लिए बाह्य राज्य और गैर-राज्य कारकों द्वारा प्रस्तुत बहुआयामी चुनौतियाँ
बाह्य राज्य कारकों से उत्पन्न चुनौतियाँ:
गैर-राज्य कारकों से उत्पन्न चुनौतियाँ:
इन संकटों का मुकाबला करने के लिए आवश्यक उपाय:
इन बहुआयामी चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए रणनीतिक, परिचालन और नीतिगत उपायों के संयोजन की आवश्यकता है, ताकि भारत की आन्तरिक सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।
See lessसाइबरडोम परियोजना क्या है? स्पष्ट कीजिए कि भारत में इंटरनेट अपराधों को नियंत्रित करने में यह किस प्रकार उपयोगी हो सकता है। (150 words) [UPSC 2019]
साइबरडोम परियोजना 1. परियोजना का विवरण: साइबरडोम एक सुरक्षा समाधान है, जिसे केरल पुलिस ने विकसित किया है। इसका उद्देश्य साइबर अपराध और इंटरनेट सुरक्षा के क्षेत्र में समन्वय और संगठित प्रयास को बढ़ावा देना है। यह परियोजना साइबर अपराधों के विश्लेषण, रिस्पांस और प्रिवेंशन के लिए एकीकृत मंच प्रदान करतीRead more
साइबरडोम परियोजना
1. परियोजना का विवरण:
2. इंटरनेट अपराधों पर प्रभाव:
3. हाल के उदाहरण:
साइबरडोम भारत में साइबर अपराध को नियंत्रित करने और सुरक्षा में सुधार लाने के लिए प्रभावी उपकरण के रूप में उभर रहा है।
See lessजम्मू और कश्मीर में 'जमात-ए-इस्लामी' पर पाबंदी लगाने से आतंकवादी संगठनों को सहायता पहुँचाने में भूमि-उपरि कार्यकर्ताओं (ओ० जी० डब्ल्यू०) की भूमिका ध्यान का केंद्र बन गई है। उपप्लव (बगावत) प्रभावित क्षेत्रों में आतंकवादी संगठनों को सहायता पहुँचाने में भूमि-उपरि कार्यकर्ताओं द्वारा निभाई जा रही भूमिका का परीक्षण कीजिए। भूमि-उपरि कार्यकर्ताओं के प्रभाव को निष्प्रभावित करने के उपायों की चर्चा कीजिए। (150 words) [UPSC 2019]
भूमि-उपरि कार्यकर्ताओं की भूमिका और प्रभाव **1. भूमि-उपरि कार्यकर्ताओं (OGWs) की भूमिका: सहायता और नेटवर्किंग: जम्मू और कश्मीर में 'जमात-ए-इस्लामी' पर पाबंदी के बाद, भूमि-उपरि कार्यकर्ताओं ने आतंकवादी संगठनों को संगठनात्मक सहायता और साधन प्रदान किए हैं। ये कार्यकर्ता जासूसी, संपर्क स्थापित करना, औरRead more
भूमि-उपरि कार्यकर्ताओं की भूमिका और प्रभाव
**1. भूमि-उपरि कार्यकर्ताओं (OGWs) की भूमिका:
**2. प्रभाव और स्थिति:
**3. निष्प्रभावित करने के उपाय:
इन उपायों के माध्यम से OGWs के प्रभाव को कम किया जा सकता है और आतंकवाद के निग्रह में सुधार लाया जा सकता है।
See lessउत्तर-पूर्वी भारत में उपप्लवियों की सीमा के आरपार आवाजाही, सीमा की पुलिसिंग के सामने अनेक सुरक्षा चुनौतियों में से केवल एक है। भारत-म्यांमार सीमा के आरपार वर्तमान में आरंभ होने वाली विभिन्न चुनौतियों का परीक्षण कीजिए। साथ ही चुनौतियों का प्रतिरोध करने के कदमों पर चर्चा कीजिए। (250 words) [UPSC 2019]
Challenges and Responses Along the India-Myanmar Border 1. Cross-Border Insurgency: Insurgent Movements: The India-Myanmar border is marked by significant cross-border insurgency issues. Insurgent groups, such as the United Liberation Front of Asom (ULFA) and the National Socialist Council of NagalaRead more
Challenges and Responses Along the India-Myanmar Border
1. Cross-Border Insurgency:
2. Illegal Drug Trafficking:
3. Refugee Influx and Border Security:
4. Lack of Effective Border Management:
5. Bilateral Cooperation and Border Management:
6. Community Engagement and Development:
7. Technological Integration:
These measures, combined with stronger bilateral ties and community engagement, are crucial in addressing the multifaceted challenges of the India-Myanmar border and ensuring long-term stability in the region.
See lessभारत सरकार ने हाल ही में विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम (यू० ए० पी० ए०), 1967 और एन० आइ० ए० अधिनियम के संशोधन के द्वारा आतंकवाद-रोधी कानूनों को मजबूत कर दिया है। मानवाधिकार संगठनों द्वारा विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम का विरोध करने के विस्तार और कारणों पर चर्चा करते समय वर्तमान सुरक्षा परिवेश के संदर्भ में, परिवर्तनों का विश्लेषण कीजिए। (250 words) [UPSC 2019]
संशोधन और मानवाधिकार संगठनों का विरोध: यूएपीए और एनआईए अधिनियम 1. यूएपीए और एनआईए अधिनियम में हालिया संशोधन: संशोधन: हाल ही में, भारत सरकार ने विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम (यूएपीए), 1967 और राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) अधिनियम में संशोधन किए हैं। ये संशोधन आतंकवाद-रोधी कानूनों को मजबूRead more
संशोधन और मानवाधिकार संगठनों का विरोध: यूएपीए और एनआईए अधिनियम
1. यूएपीए और एनआईए अधिनियम में हालिया संशोधन:
2. मानवाधिकार संगठनों का विरोध:
3. संशोधनों का विश्लेषण:
4. आलोचनाओं और न्यायिक चुनौती:
5. संतुलन और सुधार की आवश्यकता:
इन संशोधनों के परिणामस्वरूप, सुरक्षा बलों को सशक्त किया गया है, लेकिन मानवाधिकार की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सावधानीपूर्वक नियम और निगरानी की आवश्यकता बनी रहती है।
See lessआन्तरिक सुरक्षा खतरों तथा नियन्त्रण रेखा सहित म्यांमार, बांग्लादेश और पाकिस्तान सीमाओं पर सीमा-पार अपराधों का विश्लेषण कीजिए। विभिन्न सुरक्षा बलों द्वारा इस सन्दर्भ में निभाई गई भूमिका की विवेचना भी कीजिए। (250 words) [UPSC 2020]
आन्तरिक सुरक्षा खतरों और सीमा-पार अपराधों का विश्लेषण 1. म्यांमार सीमा पर खतरों और अपराधों: आन्तरिक सुरक्षा खतरों: उग्रवाद और आतंकवाद: म्यांमार सीमा पर NSCN(K) और ULFA जैसी उग्रवादी समूहों की गतिविधियाँ होती हैं। उदाहरण के लिए, NSCN(K) ने म्यांमार की सीमा का उपयोग भारत में हमलों के लिए किया है। सीमाRead more
आन्तरिक सुरक्षा खतरों और सीमा-पार अपराधों का विश्लेषण
1. म्यांमार सीमा पर खतरों और अपराधों:
आन्तरिक सुरक्षा खतरों:
सीमा-पार अपराध:
2. बांग्लादेश सीमा पर खतरों और अपराधों:
आन्तरिक सुरक्षा खतरों:
सीमा-पार अपराध:
3. पाकिस्तान सीमा और नियंत्रण रेखा (LoC) पर खतरों और अपराधों:
आन्तरिक सुरक्षा खतरों:
सीमा-पार अपराध:
सुरक्षा बलों की भूमिका:
1. सीमा सुरक्षा बल (BSF):
2. असाम राइफल्स:
3. भारतीय सेना:
4. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA):
इन उपायों और सुरक्षा बलों की सक्रियता के माध्यम से, भारत सीमा-पार अपराधों और आन्तरिक सुरक्षा खतरों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित कर सकता है।
See lessभारत के पूर्वी भाग में वामपंथी उग्रवाद के निर्धारक क्या हैं? प्रभावित क्षेत्रों में खतरों के प्रतिकारार्थ भारत सरकार, नागरिक प्रशासन एवं सुरक्षा बलों को किस सामरिकी को अपनाना चाहिए? (250 words) [UPSC 2020]
भारत के पूर्वी भाग में वामपंथी उग्रवाद के निर्धारक 1. सामाजिक और आर्थिक विषमताएँ: गरीबी और बेरोजगारी: झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में गरीबी और उच्च बेरोजगारी दर वामपंथी उग्रवाद को बढ़ावा देती हैं। छत्तीसगढ़ के आदिवासी क्षेत्रों में, अदिवासी जनसंख्या की आर्थिक और सामाजिक स्थRead more
भारत के पूर्वी भाग में वामपंथी उग्रवाद के निर्धारक
1. सामाजिक और आर्थिक विषमताएँ:
2. ऐतिहासिक बहिष्कार:
3. कमजोर प्रशासनिक संरचना:
4. राजनीतिक अस्थिरता:
प्रभावित क्षेत्रों में खतरों के प्रतिकारार्थ रणनीतियाँ
1. समन्वित सुरक्षा और विकास दृष्टिकोण:
2. सुधारित खुफिया और समन्वय:
3. समुदाय की भागीदारी और विकास:
4. भूमि और संसाधनों का न्यायसंगत वितरण:
5. शिक्षा और व्यावसायिक प्रशिक्षण:
इन रणनीतियों को अपनाकर, भारत सरकार, नागरिक प्रशासन और सुरक्षा बल वामपंथी उग्रवाद के प्रभाव को प्रभावी ढंग से कम कर सकते हैं और प्रभावित क्षेत्रों में स्थिरता स्थापित कर सकते हैं।
See lessप्रभावी सीमावर्ती क्षेत्र प्रबन्धन हेतु हिंसावादियों को स्थानीय समर्थन से वंचित करने के आवश्यक उपायों की विवेचना कीजिए और स्थानीय लोगों में अनुकूल धारणा प्रबन्धन के तरीके भी सुझाइए। (150 words) [UPSC 2020]
हिंसावादियों को स्थानीय समर्थन से वंचित करने के उपाय सुरक्षा बलों की दक्षता: उदाहरण: "आर्म्ड फोर्सेज (स्पेशल पॉवर्स) एक्ट (AFSPA)" का प्रभावी कार्यान्वयन और स्थानीय बलों के साथ बेहतर समन्वय। स्थानीय विकास परियोजनाएँ: उदाहरण: "प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना" और "सुविधा योजनाएँ" - जो बुनियादी ढाँचा औरRead more
हिंसावादियों को स्थानीय समर्थन से वंचित करने के उपाय
स्थानीय लोगों में अनुकूल धारणा प्रबंधन के तरीके
इन उपायों के माध्यम से स्थानीय समर्थन को कम किया जा सकता है और स्थानीय समुदायों के बीच सकारात्मक धारणा को बढ़ावा दिया जा सकता है।
See lessसाइबर अपराध के विभिन्न प्रकारों और इस खतरे से लड़ने के आवश्यक उपायों की विवेचना कीजिए। (150 words) [UPSC 2020]
साइबर अपराध के विभिन्न प्रकार फिशिंग (Phishing): उदाहरण: "ईमेल स्कैम्स" - धोखाधड़ी वाले ईमेल, जैसे "सावधान रहें – आपका बैंक खाता खतरे में है", जो व्यक्तिगत जानकारी चुराने का प्रयास करते हैं। रैंसमवेयर (Ransomware): उदाहरण: "WannaCry" - एक रैंसमवेयर हमला जिसने दुनियाभर में हजारों कंप्यूटरों को लॉक करRead more
साइबर अपराध के विभिन्न प्रकार
साइबर अपराध से लड़ने के आवश्यक उपाय
इन उपायों से साइबर अपराध की रोकथाम और नियंत्रण संभव है, जिससे डिजिटल सुरक्षा में सुधार होता है।
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