मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण क्या है? भारत में मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण ढांचा कैसे कार्य करता है?(उत्तर 200 शब्दों में दें)
बहुआयामी निर्धनता (Multidimensional Poverty) एक ऐसी अवधारणा है जिसमें निर्धनता को केवल आय की कमी से नहीं बल्कि जीवन के विभिन्न आयामों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, जीवन स्तर और जीवन की बुनियादी सुविधाओं की कमी से परखा जाता है। इस दृष्टिकोण में यह माना जाता है कि निर्धनता केवल आर्थिक तंगी नहीं, बल्कि सामाजRead more
बहुआयामी निर्धनता (Multidimensional Poverty) एक ऐसी अवधारणा है जिसमें निर्धनता को केवल आय की कमी से नहीं बल्कि जीवन के विभिन्न आयामों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, जीवन स्तर और जीवन की बुनियादी सुविधाओं की कमी से परखा जाता है। इस दृष्टिकोण में यह माना जाता है कि निर्धनता केवल आर्थिक तंगी नहीं, बल्कि सामाजिक और मानवीय घटकों की भी समस्या है।
भारत में बहुआयामी निर्धनता की समस्या के समाधान के लिए किए गए प्रमुख उपाय:
- राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम: भारत सरकार ने विभिन्न सामाजिक सहायता योजनाएँ जैसे प्रधानमंत्री जन धन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना और एनरोलमेंट स्कीम्स जैसे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) लागू की हैं, जो गरीबों को वित्तीय सहायता और बुनियादी सुविधाएँ प्रदान करती हैं।
- स्वास्थ्य और शिक्षा सुधार: सरकार ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए योजनाएँ शुरू की हैं, जैसे आयुष्मान भारत योजना और सर्व शिक्षा अभियान, जो स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने का प्रयास करते हैं।
- कृषि और ग्रामीण विकास योजनाएँ: भारत सरकार ने ग्रामीण विकास के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं, जैसे प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना और राष्ट्रीय कृषि नीति, जो ग्रामीण क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाते हैं।
- लक्ष्य-आधारित कार्यक्रम: विशेष रूप से निर्धन जनसंख्या को लक्षित करने के लिए, जैसे मुद्रा योजना और स्टार्टअप इंडिया, जो छोटे उद्यमों और स्व-रोजगार को प्रोत्साहित करती हैं।
इन उपायों के माध्यम से भारत ने बहुआयामी निर्धनता को कम करने और समाज के कमजोर वर्गों के जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
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मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण (Inflation Targeting) एक मौद्रिक नीति दृष्टिकोण है जिसका उद्देश्य आर्थिक स्थिरता को बनाए रखते हुए मुद्रास्फीति की दर को एक पूर्वनिर्धारित लक्ष्य स्तर पर नियंत्रित करना है। इस दृष्टिकोण में केंद्रीय बैंक एक निश्चित मुद्रास्फीति दर को लक्ष्य के रूप में निर्धारित करता है और मौद्Read more
मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण (Inflation Targeting) एक मौद्रिक नीति दृष्टिकोण है जिसका उद्देश्य आर्थिक स्थिरता को बनाए रखते हुए मुद्रास्फीति की दर को एक पूर्वनिर्धारित लक्ष्य स्तर पर नियंत्रित करना है। इस दृष्टिकोण में केंद्रीय बैंक एक निश्चित मुद्रास्फीति दर को लक्ष्य के रूप में निर्धारित करता है और मौद्रिक नीतियों के माध्यम से इसे हासिल करने का प्रयास करता है।
भारत में मुद्रास्फीति लक्ष्यीकरण ढांचा निम्नलिखित तरीके से कार्य करता है:
इस ढांचे के माध्यम से, भारत में मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने और आर्थिक स्थिरता को बनाए रखने की कोशिश की जाती है, जिससे लंबी अवधि में स्थिर मूल्य स्तर और विकास को बढ़ावा मिल सके।
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