उत्तर लेखन के लिए रोडमैप 1. प्रस्तावना (Introduction) विषय का परिचय: पूंजी खाता परिवर्तनीयता (CAC) का संक्षिप्त विवरण। महत्व: भारत के लिए CAC का महत्व और इसकी आर्थिक प्रभावशीलता। 2. पूंजी खाता परिवर्तनीयता की परिभाषा (Definition of Capital Account Convertibility) विवरण: CAC का अर्थ है ...
मॉडल उत्तर लैंड पूलिंग एक भूमि अधिग्रहण रणनीति है जिसमें किसी सरकारी एजेंसी द्वारा छोटे भूमि खंडों को एकत्रित कर एक बड़े खंड में परिवर्तित किया जाता है। इसके बाद, आवश्यक अवसंरचना का विकास किया जाता है और कुछ हिस्से की कटौती के बाद, पुनर्विकसित भूमि का एक बड़ा हिस्सा मूल स्वामियों को वापस किया जाता हRead more
मॉडल उत्तर
लैंड पूलिंग एक भूमि अधिग्रहण रणनीति है जिसमें किसी सरकारी एजेंसी द्वारा छोटे भूमि खंडों को एकत्रित कर एक बड़े खंड में परिवर्तित किया जाता है। इसके बाद, आवश्यक अवसंरचना का विकास किया जाता है और कुछ हिस्से की कटौती के बाद, पुनर्विकसित भूमि का एक बड़ा हिस्सा मूल स्वामियों को वापस किया जाता है।
लैंड पूलिंग के लाभ
भू-स्वामियों के लिए:
- भूमि मूल्य में वृद्धि: अधिग्रहित भूमि का मूल्य मूल भूमि की तुलना में बढ़ता है।
- बेहतर अवसंरचना: सड़क, अस्पताल, स्कूल आदि जैसी सुविधाओं की पहुंच।
- नियमित आकार के भूखंड: अनियमित भू-खंडों को नियमित आकार में परिवर्तित किया जाता है।
- विस्थापन की रोकथाम: मूल भूस्वामियों को विस्थापित नहीं किया जाता, जिससे उनकी भूमि के प्रति लगाव बना रहता है।
सरकार की आवश्यकता:
- प्रारंभिक व्यय की आवश्यकता नहीं: भूमि अधिग्रहण के लिए कोई प्रारंभिक लागत नहीं होती।
- कम प्रतिरोध: भूस्वामियों को विकास में निवेशक माना जाता है।
- सामाजिक सरोकारों का समाधान: पारंपरिक भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया की गति बढ़ती है।
- उच्च कर आधार: संपत्ति की कीमतों में वृद्धि से सरकार का कर आधार बढ़ता है।
इससे जुड़ी चुनौतियाँ
- सहमति का विवाद: क्या भूस्वामियों ने उचित सहमति दी है, यह सवाल बना रहता है।
- मुआवजा और पुनर्वास: खेतिहर मजदूरों के लिए पर्याप्त मुआवजे की व्यवस्था नहीं होती।
- कानूनी जटिलताएँ: लैंड पूलिंग और कानूनी ढांचे में विसंगतियाँ अधिग्रहण प्रक्रिया को कठिन बनाती हैं।
- उच्च लागत: पुनर्गठित भूखंडों पर खेती शुरू करने में उच्च लागत आती है।
निष्कर्ष
भारत में विकास की आवश्यकता को देखते हुए, लैंड पूलिंग एक महत्वपूर्ण रणनीति है, लेकिन इसकी चुनौतियों को समझना और हल करना आवश्यक है। (स्रोत: Wikipedia)
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मॉडल उत्तर पूंजी खाता परिवर्तनीयता का परिचय पूंजी खाता परिवर्तनीयता (CAC) का अर्थ है बिना किसी बाधा के निवेश संबंधित लेन-देन करने की स्वतंत्रता। इसका अर्थ है कि रुपये को विदेशी मुद्रा में परिवर्तित करने के लिए कोई मात्रात्मक प्रतिबंध नहीं होगा, जिससे पूंजी अंतर्वाह और बहिर्वाह की स्वतंत्रता मिलती हैRead more
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पूंजी खाता परिवर्तनीयता का परिचय
पूंजी खाता परिवर्तनीयता (CAC) का अर्थ है बिना किसी बाधा के निवेश संबंधित लेन-देन करने की स्वतंत्रता। इसका अर्थ है कि रुपये को विदेशी मुद्रा में परिवर्तित करने के लिए कोई मात्रात्मक प्रतिबंध नहीं होगा, जिससे पूंजी अंतर्वाह और बहिर्वाह की स्वतंत्रता मिलती है। वर्तमान में, भारत चालू खाते में पूर्ण परिवर्तनीयता की अनुमति देता है, जबकि पूंजी खाते में केवल आंशिक परिवर्तनीयता है।
पूर्ण पूंजी खाता परिवर्तनीयता के लाभ
पूर्ण CAC के विरुद्ध तर्क
निष्कर्ष
तारापुर समिति द्वारा निर्धारित CAC की पूर्व शर्तें, जैसे कि सकल घरेलू उत्पाद से सकल राजकोषीय घाटा 3.5% से कम होना और मुद्रास्फीति दर 3-5% होना, अभी तक प्राप्त नहीं हुई हैं। यदि भारत CAC के लाभ उठाना चाहता है, तो इसे इन शर्तों को पूरा करने के लिए प्रयास करने होंगे।
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