‘महासागर संसाधनों का भंडार है।’ संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
हिंद महासागर के संसाधनों के शोषण और उपयोग से जुड़ी पारिस्थितिकीय समस्याएँ हिंद महासागर (Indian Ocean) में उपलब्ध संसाधनों का शोषण और उपयोग विभिन्न पारिस्थितिकीय समस्याओं को जन्म दे रहा है। निम्नलिखित समस्याएँ प्रमुख हैं: 1. समुद्री प्रदूषण: हिंद महासागर में पेट्रोलियम उत्पादों और रसायनों का रिसाव समRead more
हिंद महासागर के संसाधनों के शोषण और उपयोग से जुड़ी पारिस्थितिकीय समस्याएँ
हिंद महासागर (Indian Ocean) में उपलब्ध संसाधनों का शोषण और उपयोग विभिन्न पारिस्थितिकीय समस्याओं को जन्म दे रहा है। निम्नलिखित समस्याएँ प्रमुख हैं:
1. समुद्री प्रदूषण:
हिंद महासागर में पेट्रोलियम उत्पादों और रसायनों का रिसाव समुद्री प्रदूषण का प्रमुख कारण है। ऑस्ट्रेलिया के ग्रीट बैरियर रीफ के पास तेल रिसाव ने समुद्री जीवन को नुकसान पहुँचाया है। प्लास्टिक प्रदूषण भी बढ़ रहा है, जो मछलियों और पशु जीवन को प्रभावित कर रहा है।
2. ओवरफिशिंग:
मछली पकड़ने की अत्यधिक गतिविधियाँ मछलियों की प्रजातियों के असंतुलन का कारण बन रही हैं। सॉफ्टशेल कछुओं और व्हेल शार्क जैसी प्रजातियाँ संकट में हैं। लॉन्गलाइन फिशिंग जैसे विधियाँ गैर-लक्षित प्रजातियों को भी प्रभावित कर रही हैं।
3. प्रवाल भित्तियों का क्षय:
वातावरणीय बदलाव और समुद्री तापमान में वृद्धि के कारण प्रवाल भित्तियों का क्षय हो रहा है। मालदीव और श्रीलंका जैसे देशों में, कोरल ब्लिचिंग ने प्रवाल भित्तियों को गंभीर नुकसान पहुँचाया है।
4. तटीय कटाव:
तटीय क्षेत्रों में अतिक्रमण और अवसंरचना विकास के कारण तटीय कटाव बढ़ रहा है। भारत के पश्चिमी तट और स्रीलंका की तटीय रेखाओं पर यह समस्या देखी जा रही है।
5. जलवायु परिवर्तन:
जलवायु परिवर्तन से समुद्री स्तर में वृद्धि और समुद्री तूफान की आवृत्ति बढ़ रही है, जो तटीय पारिस्थितिक तंत्र को प्रभावित कर रही है।
निष्कर्ष:
हिंद महासागर के संसाधनों का अविवेकपूर्ण शोषण और उपयोग पारिस्थितिकीय समस्याओं का कारण बन रहा है, जिससे समुद्री जीवन और तटीय पारिस्थितिक तंत्र पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। इन समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सतत प्रबंधन की आवश्यकता है।
महासागर संसाधनों का भंडार: संक्षिप्त टिप्पणी 1. मौद्रिक संसाधन: महासागर मूल्यवान खनिजों और उत्पादों का भंडार हैं, जैसे कि तांबा, निकल, और कोबाल्ट। अग्नीय और भौतिक संसाधनों की खोज और दोहन से वैश्विक अर्थव्यवस्था को लाभ होता है। 2. मत्स्य संसाधन: महासागर प्राकृतिक मत्स्य संसाधनों का प्रमुख स्रोत हैं।Read more
महासागर संसाधनों का भंडार: संक्षिप्त टिप्पणी
1. मौद्रिक संसाधन: महासागर मूल्यवान खनिजों और उत्पादों का भंडार हैं, जैसे कि तांबा, निकल, और कोबाल्ट। अग्नीय और भौतिक संसाधनों की खोज और दोहन से वैश्विक अर्थव्यवस्था को लाभ होता है।
2. मत्स्य संसाधन: महासागर प्राकृतिक मत्स्य संसाधनों का प्रमुख स्रोत हैं। मत्स्य पालन विश्व की प्रोटीन की ज़रूरतों को पूरा करता है और आय का स्रोत भी है।
3. ऊर्जा संसाधन: महासागर तटीय लहर ऊर्जा, हवा की ऊर्जा, और थर्मल ऊर्जा जैसे पुनर्नवीनीकरण ऊर्जा संसाधनों का स्रोत हैं।
4. पर्यावरणीय सेवाएँ: महासागर जलवायु नियंत्रण, कार्बन अवशोषण, और तटीय संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
निष्कर्ष: महासागर प्राकृतिक संसाधनों का एक विशाल भंडार हैं, जो आर्थिक, ऊर्जा, और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन संसाधनों का सतत और जिम्मेदार उपयोग वैश्विक विकास के लिए आवश्यक है।
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