समावेशी विकास’ से आप क्या समझते है? भारत में असमानताओं एवं गरीबी को कम करने में समावेशी विकास किस प्रकार सहायक है? समझाइए। (125 Words) [UPPSC 2019]
भारत में गरीबी और असमानता को कम करने में प्रमुख चुनौतियाँ आर्थिक असमानता: संबंध: भारत में अमीर और गरीब के बीच आर्थिक अंतर बढ़ रहा है, जिससे गरीबी और असमानता में वृद्धि हो रही है। 2023 के आर्थिक सर्वेक्षण में यह दर्शाया गया कि शीर्ष 10% लोग राष्ट्रीय आय का बड़ा हिस्सा कमा रहे हैं, जबकि निचले 50% का हRead more
भारत में गरीबी और असमानता को कम करने में प्रमुख चुनौतियाँ
- आर्थिक असमानता:
- संबंध: भारत में अमीर और गरीब के बीच आर्थिक अंतर बढ़ रहा है, जिससे गरीबी और असमानता में वृद्धि हो रही है। 2023 के आर्थिक सर्वेक्षण में यह दर्शाया गया कि शीर्ष 10% लोग राष्ट्रीय आय का बड़ा हिस्सा कमा रहे हैं, जबकि निचले 50% का हिस्सा काफी कम है।
- शिक्षा और कौशल की कमी:
- संबंध: गरीब वर्ग के लोगों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण की कमी का सामना करना पड़ता है, जिससे रोजगार के अवसर सीमित होते हैं। पिछले वर्षों में कई राज्यों में शिक्षा सुधार कार्यक्रमों के बावजूद, गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता बनी हुई है।
- स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच:
- संबंध: ग्रामीण और कमजोर वर्ग के लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की सीमित पहुँच और अव्यवस्थित स्वास्थ्य प्रणाली का सामना करना पड़ता है। COVID-19 महामारी के दौरान यह समस्या और बढ़ गई, जहाँ गरीब वर्ग को स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ा।
- संविधानिक और सामाजिक न्याय:
- संबंध: जातिगत भेदभाव और सामाजिक असमानता भी गरीबी को बढ़ावा देती है। हाल ही में विभिन्न राज्यों में जातिगत भेदभाव और सामाजिक असमानता के मामलों में सुधार की आवश्यकता सामने आई है।
- आत्मनिर्भरता की कमी:
- संबंध: गरीब वर्ग की आत्मनिर्भरता की कमी और छोटे उद्यमों के लिए कम समर्थन भी गरीबी और असमानता को बढ़ाता है। मिनिस्ट्री ऑफ माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज (MSME) ने हाल ही में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए नई योजनाओं की शुरुआत की है, लेकिन वास्तविक असर अब भी सीमित है।
इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए समन्वित प्रयासों, जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक योजनाओं, और सामाजिक न्याय के सुधार की आवश्यकता है।
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समावेशी विकास: परिभाषा और प्रभाव **1. समावेशी विकास की परिभाषा: सभी वर्गों के लिए समान अवसर: समावेशी विकास का तात्पर्य आर्थिक प्रगति से है जो समाज के सभी हिस्सों को लाभ पहुंचाती है, जिससे गरीबी और असमानताओं को कम किया जा सके। **2. गरीबी में कमी: स्वरोजगार के अवसर: प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) जैRead more
समावेशी विकास: परिभाषा और प्रभाव
**1. समावेशी विकास की परिभाषा:
**2. गरीबी में कमी:
**3. असमानताओं में कमी:
**4. हाल के उदाहरण:
निष्कर्ष: समावेशी विकास आर्थिक लाभों को समाज के सभी वर्गों तक पहुँचाने में सहायक है, जो गरीबी और असमानताओं को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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