वित्तीय समावेशन, सामाजिक न्याय प्राप्त करने के लिए विकास प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण हिम्सा है। टिप्पणी कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2022]
भारत में निर्धनता की माप और ग्रामीण निर्धनता दूर करने के कदम 1. निर्धनता की माप: निर्धनता रेखा: भारत में निर्धनता की माप आय और उपभोग के आधार पर की जाती है। तेंदुलकर समिति (2009) और रंगराजन समिति (2014) ने निर्धनता रेखा को अद्यतन किया है, जो यह निर्धारित करती है कि व्यक्ति या परिवार कितनी आय पर निर्धRead more
भारत में निर्धनता की माप और ग्रामीण निर्धनता दूर करने के कदम
1. निर्धनता की माप:
- निर्धनता रेखा: भारत में निर्धनता की माप आय और उपभोग के आधार पर की जाती है। तेंदुलकर समिति (2009) और रंगराजन समिति (2014) ने निर्धनता रेखा को अद्यतन किया है, जो यह निर्धारित करती है कि व्यक्ति या परिवार कितनी आय पर निर्धन मानें जाते हैं।
- NSSO सर्वेक्षण: राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO) नियमित रूप से डेटा संग्रह करता है, जो निर्धनता की स्थिति की माप में सहायक होता है।
2. ग्रामीण निर्धनता दूर करने के कदम:
- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA): ग्रामीण परिवारों को 100 दिन रोजगार की गारंटी प्रदान करता है, जिससे आय में वृद्धि होती है।
- प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण): गरीब ग्रामीणों को सस्ते आवास प्रदान करने का लक्ष्य है, जिससे जीवनस्तर में सुधार हो।
- दिनदयाल अंत्योदय योजना (DAY-NRLM): स्व-सहायता समूहों (SHGs) के माध्यम से आत्मनिर्भरता और आय बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करता है।
निष्कर्ष: भारत निर्धनता को आय-आधारित मापदंडों और सर्वेक्षणों के माध्यम से मापता है। ग्रामीण निर्धनता दूर करने के लिए रोजगार गारंटी, आवास योजनाएँ और आत्मनिर्भरता कार्यक्रम जैसे उपाय उठाए गए हैं।
See less
वित्तीय समावेशन और सामाजिक न्याय टिप्पणी: वित्तीय समावेशन, विकास प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो सामाजिक न्याय प्राप्त करने में सहायक है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी सामाजिक और आर्थिक वर्गों को बैंकिंग सेवाओं, क्रेडिट, बीमा और निवेश अवसरों की पहुंच हो, विशेषकर गरीब और हाशिए पर रहने वRead more
वित्तीय समावेशन और सामाजिक न्याय
टिप्पणी:
वित्तीय समावेशन, विकास प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है जो सामाजिक न्याय प्राप्त करने में सहायक है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी सामाजिक और आर्थिक वर्गों को बैंकिंग सेवाओं, क्रेडिट, बीमा और निवेश अवसरों की पहुंच हो, विशेषकर गरीब और हाशिए पर रहने वाले समुदायों को।
लाभ:
इस प्रकार, वित्तीय समावेशन सामाजिक न्याय को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे समग्र विकास और समाज में समानता सुनिश्चित होती है।
See less