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OBOR के आलोक में भारत-चीन संबंधों की प्रकृति की विवेचना कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2018]
OBOR के आलोक में भारत-चीन संबंधों की प्रकृति 1. OBOR का अवलोकन वन बेल्ट वन रोड (OBOR), जिसे बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के नाम से भी जाना जाता है, चीन की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। यह परियोजना 2013 में शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य एशिया, यूरोप और अफ्रीका के बीच व्यापार मार्गों को सुदृढ़ करनाRead more
OBOR के आलोक में भारत-चीन संबंधों की प्रकृति
1. OBOR का अवलोकन
वन बेल्ट वन रोड (OBOR), जिसे बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के नाम से भी जाना जाता है, चीन की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है। यह परियोजना 2013 में शुरू की गई थी और इसका उद्देश्य एशिया, यूरोप और अफ्रीका के बीच व्यापार मार्गों को सुदृढ़ करना और बुनियादी ढांचा निर्माण के माध्यम से कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है।
2. भारत की चिंताएँ
3. आर्थिक और व्यापारिक संबंध
4. कूटनीतिक और क्षेत्रीय सहभागिता
निष्कर्ष
OBOR के संदर्भ में भारत-चीन संबंधों में रणनीतिक प्रतिस्पर्धा और आर्थिक अवसर दोनों ही प्रमुख तत्व हैं। भारत चीन के बढ़ते प्रभाव के प्रति सतर्क है, लेकिन वह कूटनीतिक और आर्थिक अवसरों को भी संतुलित करने की कोशिश कर रहा है।
See lessभारत-नेपाल द्वि-पक्षीय संबंधों के मुख्यतनाव के बिंदु कौन-कौन से हैं? (125 Words) [UPPSC 2019]
भारत-नेपाल द्वि-पक्षीय संबंधों के मुख्य तनाव बिंदु **1. सीमा विवाद सीमा विवाद मुख्य तनाव बिंदु है। सुगौली संधि (1815-16) के तहत निर्धारित सीमा पर विवाद मौजूद है, विशेष रूप से लिम्पियाधुरा, कालापानी, और लिंचुंग क्षेत्रों को लेकर। नेपाल ने भारत द्वारा नक्शे में किए गए बदलावों का विरोध किया है। **2. नदRead more
भारत-नेपाल द्वि-पक्षीय संबंधों के मुख्य तनाव बिंदु
**1. सीमा विवाद
सीमा विवाद मुख्य तनाव बिंदु है। सुगौली संधि (1815-16) के तहत निर्धारित सीमा पर विवाद मौजूद है, विशेष रूप से लिम्पियाधुरा, कालापानी, और लिंचुंग क्षेत्रों को लेकर। नेपाल ने भारत द्वारा नक्शे में किए गए बदलावों का विरोध किया है।
**2. नदी विवाद
नदी विवाद भी तनाव का कारण है। गंडक और कुसहा नदियों के पानी के बंटवारे को लेकर समस्याएँ बनी रहती हैं, जो बाढ़ और जलवायु परिवर्तन के कारण और जटिल हो गई हैं।
**3. सामाजिक और राजनीतिक विवाद
सामाजिक और राजनीतिक विवाद जैसे सामाजिक सहायता और आर्थिक सहायता के मुद्दे भी तनाव उत्पन्न करते हैं। हाल ही में, नेपाल के संविधान में भारतीय नागरिकों की भूमिका और अधिकारों पर उठे सवालों ने तनाव को बढ़ाया है।
**4. चिंताएँ और नकारात्मक बयान
भारत-नेपाल के बीच नकारात्मक बयान और चिंताएँ जैसे आतंकवाद और सुरक्षा मुद्दे भी रिश्तों में तनाव उत्पन्न करते हैं।
सारांश में, सीमा विवाद, नदी विवाद, सामाजिक-पॉलिटिकल मुद्दे और नकारात्मक बयान भारत-नेपाल द्वि-पक्षीय संबंधों के मुख्य तनाव बिंदु हैं।
See lessअफगानिस्तान में भारत के 'साफ्ट पावर' राजनय के कारणों का मूल्यांकन कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2021]
अफगानिस्तान में भारत के 'सॉफ्ट पावर' राजनय के कारणों का मूल्यांकन 1. ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध (Historical and Cultural Ties): सांस्कृतिक प्रभाव: भारत ने अफगानिस्तान के साथ साझा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का लाभ उठाया है। भारतीय फिल्में और टेलीविजन कार्यक्रम अफगानिस्तान में लोकप्रिय रहे हैं,Read more
अफगानिस्तान में भारत के ‘सॉफ्ट पावर’ राजनय के कारणों का मूल्यांकन
1. ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध (Historical and Cultural Ties):
2. विकासात्मक सहायता (Development Assistance):
3. शैक्षिक और क्षमता निर्माण (Educational and Capacity Building):
4. मानवitarian सहायता (Humanitarian Assistance):
5. सामरिक हित और प्रतिकूलताओं का मुकाबला (Strategic Interests and Countering Adversaries):
निष्कर्ष: अफगानिस्तान में भारत की सॉफ्ट पावर राजनय ऐतिहासिक संबंधों, विकासात्मक सहायता, शैक्षिक समर्थन, मानवitarian सहायता, और सामरिक हितों का संयोजन है। इन पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करके, भारत ने अफगानिस्तान में अपनी सकारात्मक छवि बनाई है और क्षेत्रीय राजनीति में अपनी स्थिति को मजबूत किया है।
See lessप्रधानमंत्री मोदी एवं चीनी राष्ट्रपति के बीच सौहार्दपूर्ण मामल्लपुरम शिखर बैठक के बावजूद, कई वर्षों के अंतराल के बाद फिर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर विवाद गहरा गया है। आपके अनुसार इसके पीछे क्या कारण हैं? (200 Words) [UPPSC 2020]
चीन-भारत संबंध और वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विवाद मामल्लपुरम शिखर बैठक के बावजूद विवाद: 1. सीमा पर बुनियादी ढांचे का विकास: चीन ने LAC पर सड़क निर्माण और मौजूदगी को बढ़ाया है, जो भारत के लिए चिंता का विषय है। चांग चेन्ह जैसे क्षेत्रों में चीन का बुनियादी ढांचा विकास, विवादों को बढ़ाता है। 2. कRead more
चीन-भारत संबंध और वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विवाद
मामल्लपुरम शिखर बैठक के बावजूद विवाद:
1. सीमा पर बुनियादी ढांचे का विकास: चीन ने LAC पर सड़क निर्माण और मौजूदगी को बढ़ाया है, जो भारत के लिए चिंता का विषय है। चांग चेन्ह जैसे क्षेत्रों में चीन का बुनियादी ढांचा विकास, विवादों को बढ़ाता है।
2. कूटनीतिक संघर्ष: उलझी हुई सीमाओं और विवादित क्षेत्रों पर पारस्परिक समझौतों की कमी है। मामल्लपुरम बैठक के बावजूद, दोनों देशों के बीच विश्वसनीयता और सहयोग की कमी बनी रहती है।
3. रणनीतिक हितों का टकराव: चीन की विस्तारवादी नीतियां और भारत की सुरक्षा चिंताएं के कारण, संसाधनों और रणनीतिक लाभ को लेकर टकराव बढ़ गया है। भारत की उत्तरी सीमाओं पर चीनी गतिविधियों का बढ़ना, इसे प्रमाणित करता है।
4. असहमति और संवाद की कमी: सीमा प्रबंधन और संवाद में कमियों के कारण विवाद गहराया है। डोकलाम और गलवान में हुए संघर्ष, संचार और सहयोग की कमी को उजागर करते हैं।
निष्कर्ष: इस विवाद के पीछे संप्रभुता और सुरक्षा के मुद्दे, विकासात्मक प्रयास, और असंतुलित संवाद प्रमुख कारण हैं, जो सीमा पर तनाव को बढ़ाते हैं।
See lessभारत और अमेरीका के बीच विवाद और सहयोग के क्षेत्र क्या हैं? चर्चा करें। (200 Words) [UPPSC 2022]
विवाद के क्षेत्र: व्यापारिक विवाद: व्यापारिक संबंधों में तनाव विशेष रूप से टैरिफ और बाजार पहुँच के मुद्दों पर रहा है। 2019 में, अमेरिका ने भारत पर उच्च टैरिफ लगाने का आरोप लगाया, जिसके कारण भारत ने अमेरिकी उत्पादों पर प्रतिशोधात्मक टैरिफ लगाए। वीजा और आव्रजन नीतियाँ: अमेरिका की H-1B वीजा नीतियाँ भारRead more
विवाद के क्षेत्र:
सहयोग के क्षेत्र:
निष्कर्ष: भारत और अमेरिका के बीच विवाद और सहयोग के क्षेत्र विविध हैं, लेकिन रणनीतिक साझेदारी और आर्थिक सहयोग की बढ़ती दिशा उनके रिश्तों को मजबूत कर रही है।
See lessभारत-नेपाल के मध्य विवादास्पद मामले कौन से है, इसकी विवेचना कीजिए। (125 Words) [UPPSC 2022]
भारत-नेपाल के मध्य विवादास्पद मामले 1. सिमा विवाद: कालापानी, लिम्पियाधुरा और लिंपियाधुरा क्षेत्र भारत और नेपाल के बीच सीमा विवाद का मुख्य कारण है। नेपाल ने 2020 में अपनी नई राजनीतिक मानचित्र में इन क्षेत्रों को शामिल किया, जिससे भारत ने असहमति व्यक्त की। यह विवाद सतलज नदी के स्रोत और लगभग 3700 वर्गRead more
भारत-नेपाल के मध्य विवादास्पद मामले
1. सिमा विवाद:
2. जल वितरण विवाद:
3. राजनीतिक और कूटनीतिक तनाव:
हालिया उदाहरण:
निष्कर्ष
भारत और नेपाल के बीच सीमा विवाद, जल वितरण समस्याएँ, और राजनीतिक तनाव प्रमुख विवादास्पद मुद्दे हैं। इन विवादों का समाधान दोनों देशों के लिए सकारात्मक द्विपक्षीय संबंध और स्थिरता के लिए आवश्यक है।
See less'वर्तमान में भारत-पाक सम्बन्ध एक छलावा है।' उन अन्तर्निहित समस्याओं को स्पष्ट कीजिए जो भारत-पाक सम्बन्धों में बार-बार कटुता उत्पन्न करती है। (200 Words) [UPPSC 2023]
भारत-पाक संबंधों में अंतर्निहित समस्याएँ 1. कश्मीर मुद्दा: क्षेत्रीय विवाद: कश्मीर क्षेत्र पर भारत और पाकिस्तान के बीच लंबे समय से विवाद है। 1947-48, 1965, और 1999 की युद्ध और संघर्ष इस विवाद को और गहरा करते हैं। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर को आज़ाद क्षेत्र मानता है, जबकि भारत इसे अपनी संविधानिक एकता काRead more
भारत-पाक संबंधों में अंतर्निहित समस्याएँ
1. कश्मीर मुद्दा:
2. आतंकवाद और सीमा पार हिंसा:
3. जल संसाधन विवाद:
4. राजनीतिक अस्थिरता:
5. सीमा विवाद:
निष्कर्ष: भारत-पाकिस्तान के बीच की संबंधों में कटुता का कारण कश्मीर विवाद, आतंकवाद, जल संसाधन विवाद, राजनीतिक अस्थिरता, और सीमा विवाद जैसे अंतर्निहित समस्याएँ हैं। इन समस्याओं का समाधान करने के लिए सकारात्मक संवाद और द्विपक्षीय सहयोग आवश्यक है।
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