Home/UKPSC Mains Old Year Questions/Page 15
- Recent Questions
- Most Answered
- Answers
- No Answers
- Most Visited
- Most Voted
- Random
- Bump Question
- New Questions
- Sticky Questions
- Polls
- Followed Questions
- Favorite Questions
- Recent Questions With Time
- Most Answered With Time
- Answers With Time
- No Answers With Time
- Most Visited With Time
- Most Voted With Time
- Random With Time
- Bump Question With Time
- New Questions With Time
- Sticky Questions With Time
- Polls With Time
- Followed Questions With Time
- Favorite Questions With Time
केस स्टडी
स्वाति के सामने इस आपातकालीन स्थिति में निर्णय लेने की चुनौती है। उसके पास सीमित समय और संसाधन हैं, और उसे यह तय करना है कि किस घायल व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करना चाहिए। परिस्थिति का विश्लेषण: लड़का और लड़की दोनों गंभीर रूप से घायल हैं: दोनों को तात्कालिक चिकित्सा की आवश्यकता है। स्वाति कRead more
स्वाति के सामने इस आपातकालीन स्थिति में निर्णय लेने की चुनौती है। उसके पास सीमित समय और संसाधन हैं, और उसे यह तय करना है कि किस घायल व्यक्ति को प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करना चाहिए।
परिस्थिति का विश्लेषण:
निर्णय:
स्वाति को अपनी प्राथमिक चिकित्सा कौशल का उपयोग करते हुए, पहले लड़की की देखभाल करनी चाहिए। यदि उसकी स्थिति अधिक गंभीर है, तो उसे तात्कालिक चिकित्सा दी जानी चाहिए। यदि वह बचती है, तो उसके पास जीवित रहने की संभावना होगी।
आगे की कार्रवाई:
निष्कर्ष:
स्वाति का निर्णय लड़के और लड़की दोनों के लिए कठिनाई भरा है, लेकिन उसे प्राथमिकता उस व्यक्ति को देनी चाहिए जिसकी हालत सबसे अधिक गंभीर है। यह नैतिक दुविधा उसके पेशेवर मूल्य और मानवता को दर्शाती है।
See lessविभिन्न विचारधाराओं के द्वारा वर्णित सिविल सेवा के अनिवार्य नैतिक मूल्यों की व्याख्या कीजिये। [उत्तर सीमा 250 शब्द, अंक: 16] [UKPSC-2016]
सिविल सेवा के अनिवार्य नैतिक मूल्य समाज में ईमानदारी, उत्तरदायित्व और समानता को बढ़ावा देते हैं। विभिन्न विचारधाराओं के माध्यम से इन्हें निम्नलिखित रूप में व्याख्यायित किया जा सकता है: 1. ईमानदारी और पारदर्शिता: ईमानदारी सिविल सेवकों का मुख्य मूल्य है। यह न केवल व्यक्तिगत आचरण में, बल्कि सरकारी कार्Read more
सिविल सेवा के अनिवार्य नैतिक मूल्य समाज में ईमानदारी, उत्तरदायित्व और समानता को बढ़ावा देते हैं। विभिन्न विचारधाराओं के माध्यम से इन्हें निम्नलिखित रूप में व्याख्यायित किया जा सकता है:
1. ईमानदारी और पारदर्शिता:
ईमानदारी सिविल सेवकों का मुख्य मूल्य है। यह न केवल व्यक्तिगत आचरण में, बल्कि सरकारी कार्यों में भी पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। पारदर्शिता से भ्रष्टाचार कम होता है और जनता का विश्वास बढ़ता है।
2. उत्तरदायित्व:
सिविल सेवकों को अपनी कार्यप्रणाली के प्रति जवाबदेह होना चाहिए। उन्हें अपनी नीतियों और निर्णयों का प्रभाव समझना चाहिए और समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाना चाहिए। यह लोकतंत्र को सशक्त बनाता है।
3. समानता और न्याय:
सिविल सेवा का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य सभी नागरिकों के प्रति समानता और न्याय सुनिश्चित करना है। यह जाति, धर्म या लिंग के भेद के बिना सभी को समान अधिकार प्रदान करता है।
4. सहिष्णुता और सहानुभूति:
सिविल सेवकों को समाज के विभिन्न वर्गों के प्रति सहिष्णुता और सहानुभूति दिखानी चाहिए। इससे सामाजिक स्थिरता और सद्भावना को बढ़ावा मिलता है।
5. नैतिकता और सिद्धांत:
सिविल सेवकों को नैतिकता के उच्च मानकों का पालन करना चाहिए। यह उन्हें सही निर्णय लेने में मदद करता है और सामाजिक मानदंडों के अनुरूप कार्य करने के लिए प्रेरित करता है।
इन नैतिक मूल्यों के माध्यम से सिविल सेवा एक सशक्त और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
See lessनीचे दिए गए सवालों का जवाब दें [उत्तर सीमा 150 शब्द, अंक: 16] [UKPSC-2016]
भाग-(1): A, B और C की कार्यक्षमता ज्ञात करते हैं: A की कार्यक्षमता: 16\frac{1}{6} 61 कार्य/दिन B की कार्यक्षमता: 18\frac{1}{8} 81 कार्य/दिन C की कार्यक्षमता: 112\frac{1}{12} 121 कार्य/दिन तीनों मिलकर कार्य की कुल कार्यक्षमता: कुल कार्यक्षमता=16+18+112\text{कुल कार्यक्षमता} = \frRead more
भाग-(1):
A, B और C की कार्यक्षमता ज्ञात करते हैं:
61 कार्य/दिन
81 कार्य/दिन
121 कार्य/दिन
तीनों मिलकर कार्य की कुल कार्यक्षमता:
कुल कार्यक्षमता=61+81+121
LCM = 24,
=244+243+242=249=83 कार्य/दिन
कुल कार्य को पूरा करने में समय:
समय=831=38 दिन
C का योगदान:
C का कार्य=121×38=92
कमाई में C का हिस्सा:
C का हिस्सा=92×23400=₹5200
भाग-(2):
मिश्रण में
x मात्रा 20% मिथाइल ऐल्कोहॉल और
y मात्रा 50% मिथाइल ऐल्कोहॉल ले।
प्राप्त समाधान में:
x+y20x+50y=40
समीकरण को सरल करें:
20x+50y=40(x+y)
20x+50y=40x+40y
10y=20x⟹y=2x
अतः अनुपात:
x:y=1:2
निष्कर्ष:
नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए [उत्तर सीमा 150 शब्द, अंक: 16] [UKPSC-2016]
हम दोनों विकल्पों की छूट की गणना करते हैं ताकि यह पता चल सके कि कौन सा विकल्प क्रेता के लिए अधिक लाभकारी है। विकल्प (i): मूल्य: ₹5,500 क्रमागत छूट: 15% छूट: पहला मूल्य=5500−(0.15×5500)=5500−825=₹4,675\text{पहला मूल्य} = 5500 - (0.15 \times 5500) = 5500 - 825 = ₹4,675पहला मूल्य=5500−(0.15×5500)=5500−Read more
हम दोनों विकल्पों की छूट की गणना करते हैं ताकि यह पता चल सके कि कौन सा विकल्प क्रेता के लिए अधिक लाभकारी है।
विकल्प (i):
मूल्य: ₹5,500
क्रमागत छूट:
पहला मूल्य=5500−(0.15×5500)=5500−825=₹4,675
दूसरा मूल्य=4675−(0.10×4675)=4675−467.5=₹4,207.5
अंतिम मूल्य=4207.5−(0.05×4207.5)=4207.5−210.375=₹3,997.125
विकल्प (ii):
मूल्य: ₹6,000
क्रमागत छूट:
पहला मूल्य=6000−(0.18×6000)=6000−1080=₹4,920
दूसरा मूल्य=4920−(0.15×4920)=4920−738=₹4,182
अंतिम मूल्य=4182−(0.06×4182)=4182−250.92=₹3,931.08
निष्कर्ष:
चूंकि ₹3,931.08 < ₹3,997.125 है, विकल्प (ii) क्रेता के लिए अधिक लाभकारी है।
See lessएक दवाई के कैप्सूल की आकृति, वृत्ताकार बेलन जिसमें दोनो सिरों पर गोलार्ध हों, जैसी है। पूर्ण कैप्सूल की लम्बाई 14 मि.मी. एवं व्यास 5 मि.मी. है। इस कैप्सूल का आयतन एवं पृष्ठ क्षेत्रफल ज्ञात कीजिये। कैप्सूल पर मीठे खाद्य पदार्थ चढ़ाने का खर्च यदि ₹5 प्रति 100 मि.मी. हो तो ऐसे 500 कैप्सूल बनाने में कितना खर्च आयेगा? [उत्तर सीमा 150 शब्द, अंक: 16] [UKPSC-2016]
कैप्सूल की आकृति एक वृत्ताकार बेलन और दो गोलार्धों का संयोजन है। दिया गया: कुल लंबाई = 14 मिमी व्यास = 5 मिमी → त्रिज्या r=52=2.5 मिमीr = \frac{5}{2} = 2.5 \, \text{मिमी} r=25=2.5मिमी बेलन की लंबाई = 14−2.5=11 मिमी14 - 2.5 = 11 \, \text{मिमी} 14−2.5=11मिमी आयतन की गणना: बेलन का आयतन: VबRead more
कैप्सूल की आकृति एक वृत्ताकार बेलन और दो गोलार्धों का संयोजन है।
दिया गया:
r=25=2.5मिमी
14−2.5=11मिमी
आयतन की गणना:
Vबेलन=πr2h=π(2.5)2(11)=π×6.25×11=68.75πमिमी3
Vगोलार्ध=32πr3=32π(2.5)3=32π×15.625=10.42πमिमी3
Vकुल=Vबेलन+Vगोलार्ध=68.75π+10.42π=79.17π≈248.75मिमी3
पृष्ठ क्षेत्रफल की गणना:
Aबेलन=2πrh=2π(2.5)(11)=55πमिमी2
Aगोलार्ध=2×2πr2=4π(2.5)2=25πमिमी2
Aकुल=Aबेलन+Aगोलार्ध=55π+25π=80π≈251.33मिमी2
खर्च की गणना:
चढ़ाने का खर्च=1005×251.33=1.25665≈₹1.26
कुल खर्च=500×1.26=₹630
अतः, 500 कैप्सूल बनाने में कुल खर्च ₹630 आएगा।
See lessसामाजिक जीवन के नैतिक मूल्यों की व्याख्या कीजिये। [उत्तर सीमा 125 शब्द, अंक: 08] [UKPSC-2016]
सामाजिक जीवन के नैतिक मूल्य उन सिद्धांतों और मानकों को दर्शाते हैं जो व्यक्तियों और समाज के बीच संबंधों को मार्गदर्शित करते हैं। इनमें शामिल हैं: ईमानदारी: सत्य और पारदर्शिता से व्यवहार करना, जो विश्वास का निर्माण करता है। समानता: सभी व्यक्तियों को समान अधिकार और सम्मान देना, जाति, धर्म या लिंग के भRead more
सामाजिक जीवन के नैतिक मूल्य उन सिद्धांतों और मानकों को दर्शाते हैं जो व्यक्तियों और समाज के बीच संबंधों को मार्गदर्शित करते हैं। इनमें शामिल हैं:
ये नैतिक मूल्य समाज में सामंजस्य, सहयोग और विश्वास को बढ़ावा देते हैं, जिससे एक सकारात्मक और स्वस्थ सामाजिक वातावरण विकसित होता है।
See lessभ्रष्टाचार के न्यूनीकरण के उपायों का उल्लेख कीजिये। [उत्तर सीमा 125 शब्द, अंक: 08] [UKPSC-2016]
भ्रष्टाचार के न्यूनीकरण के लिए निम्नलिखित उपाय प्रभावी हो सकते हैं: पारदर्शिता और उत्तरदायित्व: सरकारी प्रक्रियाओं में पारदर्शिता बढ़ाना और अधिकारियों को जवाबदेह ठहराना आवश्यक है। सूचना का अधिकार (RTI): RTI अधिनियम के माध्यम से नागरिकों को जानकारी प्राप्त करने का अधिकार देना, जिससे सरकारी कार्यों मेRead more
भ्रष्टाचार के न्यूनीकरण के लिए निम्नलिखित उपाय प्रभावी हो सकते हैं:
इन उपायों के माध्यम से भ्रष्टाचार को कम किया जा सकता है।
See lessभारतीय समाज के उत्थान में महर्षि दयानंद सरस्वती के योगदान का उल्लेख कीजिये। [उत्तर सीमा 125 शब्द, अंक: 08] [UKPSC-2016]
महर्षि दयानंद सरस्वती भारतीय समाज के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले समाज reformers में से एक थे। उन्होंने "आर्य समाज" की स्थापना की, जिसका उद्देश्य हिन्दू धर्म की सामाजिक और धार्मिक सुधार करना था। उनकी प्रमुख योगदानों में शामिल हैं: वैदिक शिक्षा: उन्होंने वेदों के प्रति लोगों को जागरूक कियRead more
महर्षि दयानंद सरस्वती भारतीय समाज के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले समाज reformers में से एक थे। उन्होंने “आर्य समाज” की स्थापना की, जिसका उद्देश्य हिन्दू धर्म की सामाजिक और धार्मिक सुधार करना था।
उनकी प्रमुख योगदानों में शामिल हैं:
उनके विचार और कार्य आज भी समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
See lessएक आयत की लंबाई अगर 5 मीटर कम कर दी जाये और उसकी चौड़ाई 3 मीटर बढ़ा दी जाये तो उसका क्षेत्रफल 9 वर्गमीटर कम हो जाता है और अगर उसकी लंबाई 3 मीटर बढ़ा दी जाये एवं चौड़ाई भी 2 मीटर बढ़ा दी जाये तो उसका क्षेत्रफल 67 वर्गमीटर बढ़ जाता है। आयत की लम्बाई व चौड़ाई ज्ञात कीजिये। [उत्तर सीमा 125 शब्द, अंक: 08] [UKPSC-2016]
मान लेते हैं आयत की लंबाई ll l मीटर और चौड़ाई bb b मीटर है। पहली स्थिति: (l−5)(b+3)=lb−9(l - 5)(b + 3) = lb - 9(l−5)(b+3)=lb−9 lb−5b+3l−15=lb−9lb - 5b + 3l - 15 = lb - 9lb−5b+3l−15=lb−9 −5b+3l−15=−9 ⟹ 3l−5b=6(समीकरण 1)-5b + 3l - 15 = -9 \implies 3l - 5b = 6 \quad \text{(समीकरण 1)}−5b+3l−15=−9⟹3l−5Read more
मान लेते हैं आयत की लंबाई
l मीटर और चौड़ाई
b मीटर है।
(l−5)(b+3)=lb−9
lb−5b+3l−15=lb−9
−5b+3l−15=−9⟹3l−5b=6(समीकरण 1)
(l+3)(b+2)=lb+67
lb+2l+3b+6=lb+67
2l+3b+6=67⟹2l+3b=61(समीकरण 2)
अब, समीकरण 1 और 2 को हल करते हैं:
3l−5b=6
2l+3b=61
समीकरण 2 से
l ज्ञात करें:
2l=61−3b⟹l=261−3bइस
l को समीकरण 1 में डालें:
3(261−3b)−5b=6
2183−9b−5b=6
183−9b−10b=12
183−12b=12⟹12b=171⟹b=12171≈14.25अब
b का मान समीकरण 2 में डालें:
2l+3(14.25)=61⟹2l+42.75=61
2l=61−42.75⟹2l=18.25⟹l=218.25≈9.125अतः, आयत की लंबाई
9.125 मीटर और चौड़ाई
14.25 मीटर है।
See lessएक व्यक्ति अपने धन का 12.5% खो देता है तथा शेष के 60% को व्यय कर देता है। कुल धन का जितना भाग अब उसके पास बचा है, यदि इस बचे हुये धन को वह 8% साधारण ब्याज की वार्षिक दर से बैंक में 2 वर्ष के लिये जमा कर देता है तो उसे 2 वर्ष बाद ₹2030 मिलते हैं। व्यक्ति के पास प्रारम्भ में कुल कितना धन था? [उत्तर सीमा 125 शब्द, अंक: 08] [UKPSC-2016]
मान लेते हैं व्यक्ति के पास प्रारंभ में कुल धन xx x है। व्यक्ति ने 12.5%12.5\% 12.5% धन खो दिया: खोया धन=0.125x\text{खोया धन} = 0.125xखोया धन=0.125x बचा धन=x−0.125x=0.875x\text{बचा धन} = x - 0.125x = 0.875xबचा धन=x−0.125x=0.875x बचे धन का 60%60\% 60% व्यय किया: व्यय=0.6×0.875x=0.525x\texRead more
मान लेते हैं व्यक्ति के पास प्रारंभ में कुल धन
x है।
12.5% धन खो दिया:
खोया धन=0.125x
बचा धन=x−0.125x=0.875x
60% व्यय किया:
व्यय=0.6×0.875x=0.525x
बचा धन=0.875x−0.525x=0.35x
0.35x को
8% ब्याज पर 2 वर्ष के लिए जमा किया:
मिलने वाली राशि=प्रधान+ब्याज
2030=0.35x+(0.35x×1008×2)
2030=0.35x+0.056x=0.406x
x की गणना:
0.406x=2030⟹x=0.4062030≈5000
अतः, व्यक्ति के पास प्रारंभ में कुल धन ₹5000 था।
See less