फियॉर्ड कैसे बनते हैं? वे दुनिया के कुछ सबसे सुरम्य क्षेत्रों का निर्माण क्यों करते हैं? ( 150 Words) [UPSC 2023]
उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में स्थल रूपों को आकार प्रदान करने में हिमनदों की भूमिका हिमनद (Glaciers) उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में स्थल रूपों के निर्माण और आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 1. हिमनदों की उत्पत्ति और क्रियावली: हिमनद एक विशाल, स्थिर हिम की चादर होती है जो उच्च पर्वतीय क्षेत्रों मेRead more
उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में स्थल रूपों को आकार प्रदान करने में हिमनदों की भूमिका
हिमनद (Glaciers) उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में स्थल रूपों के निर्माण और आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
1. हिमनदों की उत्पत्ति और क्रियावली:
हिमनद एक विशाल, स्थिर हिम की चादर होती है जो उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में जम जाती है और प्रवाह करती है। हिमनद ग्लेशियल एरोज़न (Glacial Erosion) और ग्लेशियल डिपोजिशन (Glacial Deposition) की प्रक्रियाओं से स्थल रूपों को आकार देती है।
2. हिमनदों द्वारा बनाए गए स्थल रूप:
- उदार्ड (U-shaped Valleys): हिमनदों की गतिविधि के कारण V-आकार की घाटियाँ U-आकार की घाटियों में परिवर्तित हो जाती हैं। उदाहरण के लिए, स्विट्जरलैंड के आल्प्स में मैटरहॉर्न क्षेत्र की घाटियाँ इस प्रकार की हैं।
- ग्लेशियल टॉन्स (Glacial Tarns): हिमनदों द्वारा खोदी गई गहरी घाटियों में पानी भरने से हिमनदी झीलें बनती हैं। भारत के कश्मीर घाटी में सोनमर्ग की झीलें इस प्रकार की हैं।
- हिमनदी ढलान (Glacial Cirques): यह वे गहरी, अर्धगोलाकार झीलें हैं जो हिमनदों के तले की कटाई से बनती हैं। स्विट्जरलैंड के जेराट क्षेत्र में इसका उदाहरण देखा जा सकता है।
- मोराइन (Moraine): हिमनदों के द्वारा ढोया गया मलबा मोराइन के रूप में जमा होता है। अलास्का और आल्प्स में बड़ी संख्या में मोराइन मिलती हैं।
3. वर्तमान उदाहरण:
हाल ही में, हिमालय में ग्लेशियल रिट्रीट (Glacial Retreat) के कारण नदियों के प्रवाह में बदलाव और हिमनदी झीलों के निर्माण में वृद्धि देखी जा रही है, जो लद्दाख और सिक्किम जैसे क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन का संकेत है।
निष्कर्ष:
हिमनदों की गतिविधियाँ उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में सांस्कृतिक और भूगर्भीय स्थल रूपों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इन स्थल रूपों के अध्ययन से भूगर्भीय प्रक्रियाओं और जलवायु परिवर्तन की समझ में सहायता मिलती है।
फियॉर्ड गहरी, संकरी और ऊँची चट्टानों से घिरी घाटियाँ होती हैं जो मुख्यतः ग्लेशियरों के क्रियावली से बनती हैं: ग्लेशियल क्रियावली: फियॉर्ड्स तब बनते हैं जब एक ग्लेशियर एक तटीय घाटी को गहरा और चौड़ा कर देता है। ग्लेशियर के पत्थर और मलबा घाटी की दीवारों को उकेरते हैं, जिससे गहरी और संकरी घाटी बनती है।Read more
फियॉर्ड गहरी, संकरी और ऊँची चट्टानों से घिरी घाटियाँ होती हैं जो मुख्यतः ग्लेशियरों के क्रियावली से बनती हैं:
इन विशेष भौगोलिक विशेषताओं के कारण, फियॉर्ड्स प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यावरणीय महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं।
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