भारत के समुद्री यातायात के विकास का वर्णन कीजिये। [उत्तर सीमा: 125 शब्द] [UKPSC 2012]
रानी एवं श्रमिक मधुमक्खियाँ अंडों से विकसित होती हैं, रानी के लिए विशेष भोजन (रानी का जेली) दिया जाता है।
रानी एवं श्रमिक मधुमक्खियाँ अंडों से विकसित होती हैं, रानी के लिए विशेष भोजन (रानी का जेली) दिया जाता है।
See less
भारत के समुद्री यातायात का विकास ऐतिहासिक और आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा है। प्राचीन काल से ही भारत के बंदरगाह व्यापार का केंद्र रहे हैं। स्वतंत्रता के बाद, भारत ने समुद्री यातायात के विकास के लिए कई उपाय किए। 1960 के दशक में भारतीय नौसेना और शिपिंग निगम की स्थापना से इसमें तेजी आई। पोर्ट ट्रRead more
भारत के समुद्री यातायात का विकास ऐतिहासिक और आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण रहा है। प्राचीन काल से ही भारत के बंदरगाह व्यापार का केंद्र रहे हैं। स्वतंत्रता के बाद, भारत ने समुद्री यातायात के विकास के लिए कई उपाय किए।
1960 के दशक में भारतीय नौसेना और शिपिंग निगम की स्थापना से इसमें तेजी आई। पोर्ट ट्रस्ट अधिनियम 1963 के तहत प्रमुख बंदरगाहों का विकास हुआ, जिससे संचार और व्यापार में सुधार हुआ।
आधुनिक समय में, पत्तन अधिनियम और विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) की स्थापना से समुद्री व्यापार में बढ़ोतरी हुई। भारत के प्रमुख बंदरगाह जैसे मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और विशाखापट्टनम ने वैश्विक व्यापार में अपनी भूमिका बढ़ाई है, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला है।
See less