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Discuss the main components of emotional intelligence.
Main Components of Emotional Intelligence Emotional intelligence (EQ) includes five key elements that enhance personal and professional relationships: Self-Awareness Recognizing your emotions and how they affect you. Example: Pausing to understand frustration before reacting. Self-Regulation ManaginRead more
Main Components of Emotional Intelligence
Emotional intelligence (EQ) includes five key elements that enhance personal and professional relationships:
These skills build effective leadership by promoting understanding and cooperative teamwork.
See lessअभिक्षमता से आप क्या समझते हैं ? विभिन्न अभिक्षमता परीक्षणों की चर्चा कीजिए ।
अभिक्षमता क्या है? अभिक्षमता का अर्थ किसी व्यक्ति की सोचने, समझने, समस्या हल करने और ज्ञान का उपयोग करने की क्षमता से है। यह मापता है कि कोई व्यक्ति कितनी जल्दी और कुशलता से नई जानकारी सीख सकता है और उसे उपयोग में ला सकता है। अभिक्षमता परीक्षणों के प्रकार अभिक्षमता को परखने के लिए कई प्रकार के परीक्Read more
अभिक्षमता क्या है?
अभिक्षमता का अर्थ किसी व्यक्ति की सोचने, समझने, समस्या हल करने और ज्ञान का उपयोग करने की क्षमता से है। यह मापता है कि कोई व्यक्ति कितनी जल्दी और कुशलता से नई जानकारी सीख सकता है और उसे उपयोग में ला सकता है।
अभिक्षमता परीक्षणों के प्रकार
अभिक्षमता को परखने के लिए कई प्रकार के परीक्षण किए जाते हैं:
ये परीक्षण व्यक्ति के जीवन में उनकी सीखने और समझने की क्षमता का एक महत्वपूर्ण मापदंड हैं।
See lessElucidate the three categories of role which a manager has to perform as suggested by Henry Mintzberg.
Management Roles by Henry Mintzberg Henry Mintzberg has categorized the multifaceted roles of managers into three essential dimensions: interpersonal, informational, and decisional roles. These classifications serve as a valuable framework for comprehending the wide-ranging tasks and responsibilitieRead more
Management Roles by Henry Mintzberg
Henry Mintzberg has categorized the multifaceted roles of managers into three essential dimensions: interpersonal, informational, and decisional roles. These classifications serve as a valuable framework for comprehending the wide-ranging tasks and responsibilities inherent in managerial positions.
1. Interpersonal Roles
These roles revolve around a manager’s interactions and relationships, both within and beyond the organization. Within this category, managers undertake three primary roles:
2. Informational Roles
Within this sphere, managers act as conduits of information, adept at collecting, processing, and disseminating vital data that facilitates informed decision-making. This category encompasses three primary informational roles:
3. Decisional Roles
In this domain, managers engage in the critical process of making choices and resolving issues within the organization. Four primary decisional roles encompass this dimension:
निम्नलिखित में से लूइस अम्लों को पहचानिए : NH3, AICI, CI, SnCl4
निम्नलिखित में से लूइस अम्लों को पहचानिए: NH3, AlCl3, Cl2, SnCl4 लूइस अम्ल: लूइस अम्ल वह पदार्थ होते हैं जो इलेक्ट्रॉन युग्म (electron pair) को स्वीकार करते हैं। NH3 (ऐमोनिया): यह लूइस आधार है, क्योंकि यह इलेक्ट्रॉन युग्म दान करता है। AlCl3 (एल्युमिनियम क्लोराइड): यह लूइस अम्ल है, क्योंकि यह इलेक्ट्Read more
निम्नलिखित में से लूइस अम्लों को पहचानिए: NH3, AlCl3, Cl2, SnCl4
लूइस अम्ल:
लूइस अम्ल वह पदार्थ होते हैं जो इलेक्ट्रॉन युग्म (electron pair) को स्वीकार करते हैं।
यह लूइस आधार है, क्योंकि यह इलेक्ट्रॉन युग्म दान करता है।
यह लूइस अम्ल है, क्योंकि यह इलेक्ट्रॉन युग्म को स्वीकार करता है।
यह लूइस अम्ल नहीं है, क्योंकि यह इलेक्ट्रॉन स्वीकारने की प्रवृत्ति नहीं दिखाता।
यह लूइस अम्ल है, क्योंकि यह इलेक्ट्रॉन युग्म स्वीकार करता है।
भ्रष्टाचार उन्मूलन में ऑडिट व्यवस्था की भूमिका बताइए ।
1. पारदर्शिता सुनिश्चित करना ऑडिट प्रक्रिया सरकारी खर्च और नीतियों की पारदर्शिता सुनिश्चित करती है। यह किसी भी गलत तरीके से सरकारी धन के उपयोग को उजागर कर सकती है। उदाहरण: अगर किसी परियोजना में वित्तीय गड़बड़ी हो रही है, तो ऑडिट उसे सामने ला सकता है। 2. जवाबदेही बढ़ाना ऑडिट द्वारा अधिकारियों और कर्मRead more
1. पारदर्शिता सुनिश्चित करना
ऑडिट प्रक्रिया सरकारी खर्च और नीतियों की पारदर्शिता सुनिश्चित करती है। यह किसी भी गलत तरीके से सरकारी धन के उपयोग को उजागर कर सकती है। उदाहरण: अगर किसी परियोजना में वित्तीय गड़बड़ी हो रही है, तो ऑडिट उसे सामने ला सकता है।
2. जवाबदेही बढ़ाना
ऑडिट द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाती है। यह उन्हें यह एहसास कराता है कि उनके कार्यों की निगरानी की जा रही है। इससे वे भ्रष्टाचार करने से बचते हैं।
3. सुधार की दिशा में मार्गदर्शन
ऑडिट के परिणामों के आधार पर सरकारी संस्थाएं सुधारात्मक कदम उठा सकती हैं। जैसे, अनियमितताओं की पहचान कर सरकार इसे सुधारने के लिए नीतियां बना सकती है।
निष्कर्ष
ऑडिट व्यवस्था भ्रष्टाचार को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है क्योंकि यह पारदर्शिता, जवाबदेही और सुधार की प्रक्रिया को सुनिश्चित करती है।
See lessसुशासन के आठ मुख्य घटकों की चर्चा कीजिए ।
सुशासन के आठ मुख्य घटक सुशासन का मतलब है, एक ऐसा शासन जहां सरकार पारदर्शी, जिम्मेदार और प्रभावी तरीके से काम करती है। इसके आठ मुख्य घटक हैं: 1. पारदर्शिता सरकारी कामकाज में स्पष्टता और जानकारी का सहज उपलब्ध होना। उदाहरण: RTI (सूचना का अधिकार) कानून। 2. जवाबदेही सरकार को अपने फैसलों के लिए जिम्मेदारRead more
सुशासन के आठ मुख्य घटक
सुशासन का मतलब है, एक ऐसा शासन जहां सरकार पारदर्शी, जिम्मेदार और प्रभावी तरीके से काम करती है। इसके आठ मुख्य घटक हैं:
1. पारदर्शिता
2. जवाबदेही
3. समावेशिता
4. न्याय
5. प्रभावशीलता
6. समानता
7. प्रतिक्रिया क्षमता
8. संवेदनशीलता
निष्कर्ष
सुशासन में इन घटकों का एक साथ पालन सुनिश्चित करता है कि सरकार नागरिकों के लिए बेहतर सेवा प्रदान करे।
See lessवर्तमान परिदृश्य में लोक सेवकों द्वारा किन नैतिक दुविधाओं का सामना किया जाता है?
लोक सेवकों द्वारा सामना की जाने वाली नैतिक दुविधाएँ लोक सेवक समाज के विकास और भलाई के लिए काम करते हैं, लेकिन उन्हें कई नैतिक दुविधाओं का सामना करना पड़ता है। 1. भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा होना अक्सर लोक सेवक भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का सामना करते हैं। उन्हें यह निर्णय लेना होता है कि क्या वे कानूनीRead more
लोक सेवकों द्वारा सामना की जाने वाली नैतिक दुविधाएँ
लोक सेवक समाज के विकास और भलाई के लिए काम करते हैं, लेकिन उन्हें कई नैतिक दुविधाओं का सामना करना पड़ता है।
1. भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़ा होना
2. सार्वजनिक और व्यक्तिगत हितों का टकराव
3. सिस्टम से संघर्ष
निष्कर्ष
लोक सेवकों को अपने नैतिक दायित्वों के साथ-साथ सरकारी दबाव और निजी हितों के बीच संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण होता है।
See lessभ्रष्टाचार को कम करने में परिवार की भूमिका स्पष्ट कीजिए ।
भ्रष्टाचार को कम करने में परिवार की भूमिका परिवार समाज का मूल तत्व होता है, और यह बच्चों के व्यक्तित्व के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। परिवार भ्रष्टाचार को कम करने में निम्नलिखित तरीकों से योगदान कर सकता है: 1. नैतिक शिक्षा परिवार में बच्चों को ईमानदारी और नैतिकता की शिक्षा देना महत्वपूरRead more
भ्रष्टाचार को कम करने में परिवार की भूमिका
परिवार समाज का मूल तत्व होता है, और यह बच्चों के व्यक्तित्व के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। परिवार भ्रष्टाचार को कम करने में निम्नलिखित तरीकों से योगदान कर सकता है:
1. नैतिक शिक्षा
2. सकारात्मक दृष्टिकोण
3. उदाहरण के तौर पर नेतृत्व
निष्कर्ष
परिवार समाज में भ्रष्टाचार को कम करने में अहम भूमिका निभाता है। यह बच्चों को ईमानदार और जिम्मेदार नागरिक बनाने में मदद करता है।
See lessएक अधातु का नाम लिखिए जो कि धातुओं के समान चमकीला गुण रखती है।
एक अधातु का नाम लिखिए जो कि धातुओं के समान चमकीला गुण रखती है। अधातु का नाम: कार्बन (हीरा) चमकीला गुण: हीरा, जो कार्बन का एक रूप है, धातुओं की तरह चमकदार होता है। उदाहरण: हीरे का तेज और आकर्षक चमक धातु की तरह दिखाई देता है। अन्य अधातु, जैसे ग्रेफाइट, में यह गुण नहीं होते।
एक अधातु का नाम लिखिए जो कि धातुओं के समान चमकीला गुण रखती है।
अधातु का नाम:
कार्बन (हीरा)
हीरा, जो कार्बन का एक रूप है, धातुओं की तरह चमकदार होता है।
जब प्रकाश एक पदार्थ से दूसरे पदार्थ से गुजरता है, तो उसकी आवृत्ति, तरंगदैर्ध्य और गति पर क्या प्रभाव होगा ?
जब प्रकाश एक पदार्थ से दूसरे पदार्थ से गुजरता है, तो उसकी आवृत्ति, तरंगदैर्ध्य और गति पर क्या प्रभाव होगा? प्रभाव: गति में परिवर्तन: प्रकाश की गति, एक पदार्थ से दूसरे पदार्थ में जाते समय, पदार्थ के घनत्व पर निर्भर करती है। उदाहरण: हवा से पानी में जाते समय, प्रकाश की गति घट जाती है। तरंगदैर्ध्य में पRead more
जब प्रकाश एक पदार्थ से दूसरे पदार्थ से गुजरता है, तो उसकी आवृत्ति, तरंगदैर्ध्य और गति पर क्या प्रभाव होगा?
प्रभाव:
प्रकाश की गति, एक पदार्थ से दूसरे पदार्थ में जाते समय, पदार्थ के घनत्व पर निर्भर करती है।
जैसे ही प्रकाश का प्रवेश दूसरे माध्यम में होता है, तरंगदैर्ध्य बदलता है क्योंकि गति बदलती है।
प्रकाश की आवृत्ति हमेशा समान रहती है, क्योंकि यह केवल प्रकाश स्रोत पर निर्भर करती है।