प्रश्न का उत्तर अधिकतम 200 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 11 अंक का है। [MPPSC 2022] ऊर्जा क्या है? इसके विभिन्न रूपों का वर्णन कीजिए। रिन्यूएबल ऊर्जा के बारे में विस्तार से चर्चा कीजिए।
देश में नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोतों की वर्तमान स्थिति और प्राप्त किए जाने वाले लक्ष्य भारत ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है, और इसका उद्देश्य 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करना है। वर्तमान में, भारत की कुल नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 176 गीगावॉट है, जिसमें प्रमुखRead more
देश में नवीकरणीय ऊर्जा के स्रोतों की वर्तमान स्थिति और प्राप्त किए जाने वाले लक्ष्य
भारत ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है, और इसका उद्देश्य 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता प्राप्त करना है। वर्तमान में, भारत की कुल नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता 176 गीगावॉट है, जिसमें प्रमुख स्रोत निम्नलिखित हैं:
- सौर ऊर्जा
भारत की सौर ऊर्जा क्षमता लगभग 61 गीगावॉट है। सौर पार्कों और सौर Rooftop परियोजनाओं ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। 2023 में, भारत ने 30,000 मेगावॉट की सौर ऊर्जा क्षमता का लक्ष्य पूरा किया। - पवन ऊर्जा
भारत की पवन ऊर्जा क्षमता लगभग 42 गीगावॉट है। तमिलनाडु और गुजरात जैसे राज्यों में बड़े पवन ऊर्जा पार्क स्थापित किए गए हैं। - बायोमास और हाइड्रो
बायोमास और छोटे जलविद्युत परियोजनाएँ मिलाकर लगभग 27 गीगावॉट की क्षमता है।
प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LED) पर राष्ट्रीय कार्यक्रम का महत्त्व
प्रकाश उत्सर्जक डायोड (LED) पर राष्ट्रीय कार्यक्रम ने ऊर्जा दक्षता में क्रांति ला दी है। इसके महत्त्व को निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से समझा जा सकता है:
- ऊर्जा की बचत
LED बल्ब पारंपरिक इन्कैंडसेंट बल्बों की तुलना में 80% तक अधिक ऊर्जा बचाते हैं। 2019 में, भारत ने लगभग 36 करोड़ LED बल्ब वितरित किए, जिससे बिजली की बचत में योगदान मिला। - लागत में कमी
LED बल्ब की लंबी उम्र और कम ऊर्जा खपत से लंबे समय तक लागत में कमी आई है। यह गरीब और ग्रामीण इलाकों में ऊर्जा खर्च को कम करने में मदद करता है। - पर्यावरणीय लाभ
LEDs की कम ऊर्जा खपत और कम कार्बन उत्सर्जन से पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है, जिससे भारत की जलवायु लक्ष्यों की दिशा में प्रगति हुई है।
निष्कर्ष
नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की प्रगति और LED पर राष्ट्रीय कार्यक्रम दोनों ही ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरणीय स्थिरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। ये उपाय भारत को सतत विकास की ओर अग्रसर करने में सहायक हैं।
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परिचय: ऊर्जा वह क्षमता है जिसका उपयोग कार्य करने या परिवर्तन लाने के लिए किया जा सकता है। ऊर्जा विभिन्न रूपों में मौजूद होती है और यह प्राकृतिक और मानव-निर्मित प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ऊर्जा के विभिन्न रूप: कीनेटिक ऊर्जा (Kinetic Energy): विवरण: यह ऊर्जा वस्तुओं की गति के कारण होRead more
परिचय: ऊर्जा वह क्षमता है जिसका उपयोग कार्य करने या परिवर्तन लाने के लिए किया जा सकता है। ऊर्जा विभिन्न रूपों में मौजूद होती है और यह प्राकृतिक और मानव-निर्मित प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
ऊर्जा के विभिन्न रूप:
रिन्यूएबल ऊर्जा: रिन्यूएबल ऊर्जा उन स्रोतों से प्राप्त होती है जो प्राकृतिक रूप से निरंतर पुनः प्राप्त होते हैं और इन्हें उपयोग करने से पर्यावरण पर कम नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
1. सौर ऊर्जा (Solar Energy):
2. पवन ऊर्जा (Wind Energy):
3. जलविद्युत ऊर्जा (Hydropower):
4. बायोमास ऊर्जा (Biomass Energy):
5. जियोथर्मल ऊर्जा (Geothermal Energy):
फायदे और चुनौतियाँ:
निष्कर्ष: ऊर्जा विभिन्न रूपों में उपलब्ध है, और रिन्यूएबल ऊर्जा स्रोत जैसे सौर, पवन, जलविद्युत, बायोमास, और जियोथर्मल ऊर्जा, पर्यावरण के अनुकूल और स्थायी विकल्प प्रदान करते हैं। हालिया उदाहरण और प्रौद्योगिकी में प्रगति रिन्यूएबल ऊर्जा की महत्ता और संभावनाओं को उजागर करते हैं।
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