उत्तर प्रदेश में हड़प्पा सभ्यता से संबंधित पुरास्थलों की पहचान कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
असहयोग आन्दोलन (1920-1922) के दौरान उत्तर प्रदेश ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गांधीजी ने इस आन्दोलन के लिए प्रदेश के व्यापक जनसमर्थन का लाभ उठाया। उत्तर प्रदेश में हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक माने जाने वाले इस आन्दोलन ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ व्यापक जनसंगठनों की स्थापना की। मुख्य रूप से, चंद्रशेखरRead more
असहयोग आन्दोलन (1920-1922) के दौरान उत्तर प्रदेश ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गांधीजी ने इस आन्दोलन के लिए प्रदेश के व्यापक जनसमर्थन का लाभ उठाया। उत्तर प्रदेश में हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक माने जाने वाले इस आन्दोलन ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ व्यापक जनसंगठनों की स्थापना की।
मुख्य रूप से, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल जैसे नेता सक्रिय थे, जिन्होंने जन जागरूकता और असहयोग के सिद्धांत को फैलाया। उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा और खादी आंदोलन को भी बल मिला। इस दौरान, शिक्षण संस्थानों का बहिष्कार और सरकारी नौकरियों से इस्तीफे की गतिविधियाँ जोर पकड़ीं।
हालांकि, चौरी-चौरा कांड (1922) के बाद आन्दोलन में हिंसा की घटनाएँ हुईं, जिससे गांधीजी ने आन्दोलन को समाप्त कर दिया। बावजूद इसके, उत्तर प्रदेश की भूमिका असहयोग आन्दोलन में केंद्रीय और प्रेरणादायक रही।
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उत्तर प्रदेश में हड़प्पा सभ्यता से संबंधित पुरास्थल 1. कौसांबी: आधुनिक इलाहाबाद के पास स्थित, कौसांबी में हड़प्पा सभ्यता के शहरी नियोजन और जल निकासी प्रणाली के प्रमाण मिले हैं, जो इस सभ्यता की उन्नत बुनियादी ढांचे को दर्शाते हैं। 2. सरोई नाहर राय: फतेहपुर जिले में स्थित, सरोई नाहर राय में मिट्टी केRead more
उत्तर प्रदेश में हड़प्पा सभ्यता से संबंधित पुरास्थल
1. कौसांबी: आधुनिक इलाहाबाद के पास स्थित, कौसांबी में हड़प्पा सभ्यता के शहरी नियोजन और जल निकासी प्रणाली के प्रमाण मिले हैं, जो इस सभ्यता की उन्नत बुनियादी ढांचे को दर्शाते हैं।
2. सरोई नाहर राय: फतेहपुर जिले में स्थित, सरोई नाहर राय में मिट्टी के बर्तन और मोहरें प्राप्त हुई हैं, जो हड़प्पा सभ्यता की उपस्थिति को दर्शाती हैं।
3. आहीछत्र: बरेली जिले में स्थित आहीछत्र में संस्कृतिक और वास्तुकला की समानताएँ पाई गई हैं, जो हड़प्पा सभ्यता के विस्तृत नेटवर्क को दर्शाती हैं।
ये स्थल उत्तर प्रदेश में हड़प्पा सभ्यता की पहुंच और इसके प्रभाव को उजागर करते हैं।
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