भारत में पुलिस की कार्य संस्कृति को अनिर्णय, अक्षमता और सहानुभूति की कमी के रूप में जाना जाता है। चर्चा कीजिए। साथ ही, इस संदर्भ में उपचारात्मक उपायों का भी सुझाव दीजिए।(150 शब्दों में उत्तर दें)
कार्य परिवेश में 'ज़बरदस्ती' और 'अनुचित प्रभाव' का अंतर ज़बरदस्ती: ज़बरदस्ती में बल या धमकी का उपयोग किया जाता है ताकि किसी को उनकी इच्छा के खिलाफ काम करने पर मजबूर किया जा सके। कार्य परिवेश में, यह किसी कर्मचारी को उनकी इच्छा के विरुद्ध काम करने के लिए धमकी देने या शारीरिक हिंसा का प्रयोग करने से सRead more
कार्य परिवेश में ‘ज़बरदस्ती’ और ‘अनुचित प्रभाव’ का अंतर
ज़बरदस्ती: ज़बरदस्ती में बल या धमकी का उपयोग किया जाता है ताकि किसी को उनकी इच्छा के खिलाफ काम करने पर मजबूर किया जा सके। कार्य परिवेश में, यह किसी कर्मचारी को उनकी इच्छा के विरुद्ध काम करने के लिए धमकी देने या शारीरिक हिंसा का प्रयोग करने से संबंधित होता है। उदाहरण स्वरूप, 2023 में सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार, कुछ निर्माण क्षेत्रों में कर्मचारियों को अधिक घंटे काम करने के लिए धमकाया गया, जिसमें नौकरी से निकालने या शारीरिक हिंसा की धमकी शामिल थी।
अनुचित प्रभाव: अनुचित प्रभाव तब होता है जब कोई व्यक्ति अपनी स्थिति या शक्ति का उपयोग करके किसी के निर्णयों को अनुचित तरीके से प्रभावित करता है। इसमें शक्ति का उपयोग करते हुए चुपके से दबाव डालना शामिल होता है। उदाहरण के तौर पर, एक हालिया मामले में, एक प्रबंधक ने अपने पद के प्रभाव का उपयोग करके अपने पसंदीदा कर्मचारियों को पदोन्नति दिलवाई, जबकि यह पदोन्नति मेरिट के आधार पर होनी चाहिए थी।
इस प्रकार, ज़बरदस्ती में प्रत्यक्ष धमकी शामिल होती है, जबकि अनुचित प्रभाव में शक्ति का सूक्ष्म तरीके से उपयोग किया जाता है।
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भारत में पुलिस की कार्य संस्कृति अक्सर अनिर्णय, अक्षमता, और सहानुभूति की कमी के रूप में जानी जाती है। चुनौतियाँ: अनिर्णय: अक्सर पुलिस कर्मी निर्णय लेने में संकोच करते हैं या जटिल परिस्थितियों में स्पष्टता की कमी होती है, जिससे अपराध की रोकथाम और न्याय वितरण में बाधाएँ आती हैं। अक्षमता: सीमित प्रशिक्Read more
भारत में पुलिस की कार्य संस्कृति अक्सर अनिर्णय, अक्षमता, और सहानुभूति की कमी के रूप में जानी जाती है।
चुनौतियाँ:
उपचारात्मक उपाय:
इन उपायों को अपनाकर पुलिस की कार्य संस्कृति में सुधार लाया जा सकता है, जो समाज में बेहतर सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित कर सके।
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