कमजोर वर्गों के प्रति सहिष्णुता एवं करूणा के मूल्य लोक सेवा में किस प्रकार अभिव्यक्ति होते हैं? उपयुक्त उदाहरणों के साथ व्याख्या कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
'लोक सेवक' और लोक सेवा के लिए आवश्यक अभिक्षमता 1. लोक सेवक: लोक सेवक वह व्यक्ति है जो सरकारी पद पर कार्यरत होता है और जनता की सेवा में समर्पित रहता है। इसमें आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और अन्य सरकारी अधिकारी शामिल होते हैं, जिनका मुख्य कर्तव्य जनता की समस्याओं का समाधान और सरकारी नीतियों का कार्यान्वयन कRead more
‘लोक सेवक’ और लोक सेवा के लिए आवश्यक अभिक्षमता
1. लोक सेवक: लोक सेवक वह व्यक्ति है जो सरकारी पद पर कार्यरत होता है और जनता की सेवा में समर्पित रहता है। इसमें आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और अन्य सरकारी अधिकारी शामिल होते हैं, जिनका मुख्य कर्तव्य जनता की समस्याओं का समाधान और सरकारी नीतियों का कार्यान्वयन करना होता है।
2. आवश्यक अभिक्षमताएँ:
- विश्लेषणात्मक सोच: जटिल समस्याओं का समाधान करने के लिए आवश्यक है। उदाहरण के लिए, कोविड-19 संकट के दौरान, आईएएस अधिकारियों ने स्वास्थ्य डेटा का विश्लेषण कर प्रभावी नीतियाँ लागू कीं।
- निर्णय लेने की क्षमता: समय पर और सटीक निर्णय लेना जरूरी है। जैसे कि लॉकडाउन के फैसले और वैकसीन वितरण योजना में तत्काल निर्णय लेना अनिवार्य था।
- अंतरवैयक्तिक कौशल: सकारात्मक संवाद और सहानुभूति आवश्यक हैं। स्वच्छ भारत मिशन में लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए अधिकारियों ने प्रभावी संवाद कौशल का प्रयोग किया।
लोक सेवक के रूप में, इन अभिक्षमताओं का होना समाज की सेवा और प्रभावी शासन में सहायक होता है।
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कमजोर वर्गों के प्रति सहिष्णुता और करूणा के मूल्य लोक सेवा में 1. सहिष्णुता: सहिष्णुता का मतलब है विभिन्न सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमियों से आए लोगों के प्रति स्वीकृति और सम्मान। उदाहरण के लिए, भारत सरकार की ‘मिशन इंद्रधनुष’ ने विभिन्न जातियों और समुदायों के बच्चों को टीकाकरण में शामिल किया, दिखाते हRead more
कमजोर वर्गों के प्रति सहिष्णुता और करूणा के मूल्य लोक सेवा में
1. सहिष्णुता: सहिष्णुता का मतलब है विभिन्न सामाजिक और आर्थिक पृष्ठभूमियों से आए लोगों के प्रति स्वीकृति और सम्मान। उदाहरण के लिए, भारत सरकार की ‘मिशन इंद्रधनुष’ ने विभिन्न जातियों और समुदायों के बच्चों को टीकाकरण में शामिल किया, दिखाते हुए कि समाज के सभी वर्गों के प्रति एक समान सम्मान और प्राथमिकता है।
2. करूणा: करूणा से तात्पर्य है दूसरों की दुख-सुख को समझना और उन्हें राहत प्रदान करना। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत, महामारी के दौरान गरीबों को आवश्यक खाद्य वस्तुएं प्रदान की गईं, जो कि सरकार की करूणा और जनकल्याण की भावना को दर्शाती है।
इन मूल्यों के माध्यम से, लोक सेवा कमजोर वर्गों के अधिकारों और आवश्यकताओं की पहचान और संवेदनशीलता सुनिश्चित करती है।
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