‘नैतिक अंतर्ज्ञान’ से ‘नैतिक तर्कशक्ति’ का अन्तर स्पष्ट करते हुए उचित उदाहरण दीजिए । (150 words)[UPSC 2023]
(i) सांविधानिक नैतिकता सांविधानिक नैतिकता का तात्पर्य संविधान के मूलभूत सिद्धांतों, मूल्यों और आदर्शों के प्रति समर्पण से है। यह न्याय, समानता, और विधि के शासन को बनाए रखने में सहायक होती है। (ii) हितों का संघर्ष हितों का संघर्ष तब उत्पन्न होता है जब विभिन्न व्यक्तियों या समूहों के व्यक्तिगत लाभ एक-Read more
(i) सांविधानिक नैतिकता
सांविधानिक नैतिकता का तात्पर्य संविधान के मूलभूत सिद्धांतों, मूल्यों और आदर्शों के प्रति समर्पण से है। यह न्याय, समानता, और विधि के शासन को बनाए रखने में सहायक होती है।
(ii) हितों का संघर्ष
हितों का संघर्ष तब उत्पन्न होता है जब विभिन्न व्यक्तियों या समूहों के व्यक्तिगत लाभ एक-दूसरे से टकराते हैं। इससे समाधान की दिशा में विवाद और निर्णयों में जटिलता पैदा होती है।
(iii) सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा
सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा का अर्थ है ईमानदारी और पारदर्शिता बनाए रखना। यह समाज में विश्वास और भरोसे को बढ़ावा देती है, जिससे सरकारी और सामाजिक संस्थाएँ प्रभावी बनती हैं।
(iv) डिजिटिकरण की चुनौतियाँ
डिजिटिकरण के साथ डेटा सुरक्षा, गोपनीयता, और डिजिटल खतरों जैसी समस्याएँ बढ़ जाती हैं। इसके अतिरिक्त, डिजिटल विषमताएँ और तकनीकी साक्षरता की कमी भी प्रमुख चुनौतियाँ हैं।
(v) कर्तव्यनिष्ठा
कर्तव्यनिष्ठा का मतलब है अपने कार्यों और जिम्मेदारियों के प्रति ईमानदारी और लगन से काम करना। यह व्यक्ति की व्यक्तिगत और पेशेवर सफलता के लिए महत्वपूर्ण होती है।
नैतिक अंतर्ज्ञान और नैतिक तर्कशक्ति में अंतर नैतिक अंतर्ज्ञान: नैतिक अंतर्ज्ञान वह स्वचालित और तात्कालिक नैतिक निर्णय है जो भावनात्मक प्रतिक्रिया या आदतों पर आधारित होता है। उदाहरण के तौर पर, दया और करुणा की भावना से किसी गरीब को मदद करने की तत्परता दिखाना नैतिक अंतर्ज्ञान का एक उदाहरण है। यह भावनाRead more
नैतिक अंतर्ज्ञान और नैतिक तर्कशक्ति में अंतर
नैतिक अंतर्ज्ञान: नैतिक अंतर्ज्ञान वह स्वचालित और तात्कालिक नैतिक निर्णय है जो भावनात्मक प्रतिक्रिया या आदतों पर आधारित होता है। उदाहरण के तौर पर, दया और करुणा की भावना से किसी गरीब को मदद करने की तत्परता दिखाना नैतिक अंतर्ज्ञान का एक उदाहरण है। यह भावना तुरंत उत्पन्न होती है और सोच-विचार की प्रक्रिया के बिना आंतरिक विश्वासों और सांस्कृतिक मान्यताओं पर आधारित होती है।
नैतिक तर्कशक्ति: नैतिक तर्कशक्ति में नैतिक मुद्दों पर सावधानीपूर्वक और तर्कसंगत विचार शामिल होता है, जिसमें तर्क, मूल्य और परिणामों का विश्लेषण किया जाता है। उदाहरण के लिए, वातावरण संरक्षण के लिए सरकारी नीतियों पर चर्चा करते समय, नीति निर्माता तर्कशक्ति का उपयोग करते हैं। वे विभिन्न पर्यावरणीय प्रभावों और भविष्य की पीढ़ियों के प्रति नैतिक जिम्मेदारियों का विश्लेषण करते हैं, न कि केवल भावनात्मक प्रतिक्रियाओं पर निर्भर होते हैं।
इस प्रकार, नैतिक अंतर्ज्ञान तात्कालिक और भावनात्मक निर्णय प्रदान करता है, जबकि नैतिक तर्कशक्ति गहरे विचार और विश्लेषण पर आधारित होता है।
See less