सामाजिक समस्या के प्रति व्यक्ति की मनोवृत्ति निर्माण को प्रभावित करने वाले कारकों की उपयुक्त उदाहरणों की सहायता से विवेचना कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2021]
उपयुक्त अभिवृत्ति का विकास 1. सेवा की भावना लोक सेवक के रूप में, सेवा की भावना सबसे महत्वपूर्ण है। यह समझना आवश्यक है कि जन सेवा का उद्देश्य समाज के प्रति योगदान करना है, न कि व्यक्तिगत लाभ प्राप्त करना। इसे विकसित करने के लिए, नियमित रूप से समाज के विभिन्न वर्गों के साथ संपर्क और संवाद करना चाहिए,Read more
उपयुक्त अभिवृत्ति का विकास
1. सेवा की भावना
लोक सेवक के रूप में, सेवा की भावना सबसे महत्वपूर्ण है। यह समझना आवश्यक है कि जन सेवा का उद्देश्य समाज के प्रति योगदान करना है, न कि व्यक्तिगत लाभ प्राप्त करना। इसे विकसित करने के लिए, नियमित रूप से समाज के विभिन्न वर्गों के साथ संपर्क और संवाद करना चाहिए, उनकी समस्याओं को समझने और समाधान निकालने की कोशिश करनी चाहिए।
2. नैतिकता और ईमानदारी
नैतिकता और ईमानदारी लोक सेवक के कर्तव्यों का मूल है। ईमानदारी से कार्य करना और नैतिक निर्णय लेना महत्वपूर्ण है। हाल ही में, आईएएस अधिकारी डॉ. शाह फैसल ने समाज के प्रति अपनी ईमानदारी और निष्ठा के लिए प्रशंसा प्राप्त की है, जो इस दिशा में एक आदर्श उदाहरण है।
3. स्थिरता और सहनशीलता
स्थिरता और सहनशीलता को बढ़ावा देना आवश्यक है। कार्य के दबाव और चुनौतियों के बावजूद, धैर्य और समर्पण बनाए रखना चाहिए। उदाहरण के तौर पर, दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट ने कोविड-19 महामारी के दौरान लगातार काम किया, जिसने स्थिरता और धैर्य का आदर्श उदाहरण प्रस्तुत किया।
4. संचार कौशल
संचार कौशल का विकास भी आवश्यक है। प्रभावी संवाद और सक्रिय सुनवाई के माध्यम से जनता की समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
इन अभिवृत्तियों को अपनाकर और निरंतर अभ्यास करके लोक सेवक अपने कर्तव्यों का सर्वोत्तम ढंग से निर्वहन कर सकते हैं।
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सामाजिक समस्या के प्रति व्यक्ति की मनोवृत्ति निर्माण को प्रभावित करने वाले कारक 1. परिवार और सामाजिक परिवेश: व्यक्ति की मनोवृत्ति पर उसके परिवार और सामाजिक परिवेश का गहरा प्रभाव होता है। उदाहरण: अगर परिवार में जातिवाद या लिंग भेदभाव को बढ़ावा दिया जाता है, तो व्यक्ति की मनोवृत्ति भी प्रभावित होती हैRead more
सामाजिक समस्या के प्रति व्यक्ति की मनोवृत्ति निर्माण को प्रभावित करने वाले कारक
1. परिवार और सामाजिक परिवेश: व्यक्ति की मनोवृत्ति पर उसके परिवार और सामाजिक परिवेश का गहरा प्रभाव होता है। उदाहरण: अगर परिवार में जातिवाद या लिंग भेदभाव को बढ़ावा दिया जाता है, तो व्यक्ति की मनोवृत्ति भी प्रभावित होती है। उदाहरण: एक पारंपरिक परिवार में पलने-बढ़ने वाले व्यक्ति के लिए जातिवादी सोच सामान्य हो सकती है।
2. शिक्षा और जानकारी: शिक्षा और जानकारी व्यक्ति की सोच को दिशा देती है। उदाहरण: नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के प्रचार-प्रसार के माध्यम से, शिक्षा और जागरूकता ने स्वच्छता के प्रति सकारात्मक मनोवृत्ति निर्माण में मदद की है।
3. मीडिया और मनोरंजन: मीडिया और मनोरंजन का प्रभाव भी महत्वपूर्ण होता है। उदाहरण: बॉलीवुड फिल्मों में महिलाओं की सशक्तिकरण की कहानियाँ जैसे कि “मांझी: द माउंटेन मैन” ने समाज में महिलाओं के प्रति सकारात्मक सोच को बढ़ावा दिया।
4. कानूनी और नीतिगत ढाँचा: कानूनी और नीतिगत ढाँचा समाज की समस्याओं के प्रति मनोवृत्ति को प्रभावित करता है। उदाहरण: आरटीआई (सूचना के अधिकार) के कार्यान्वयन ने सार्वजनिक पारदर्शिता और भ्रष्टाचार के प्रति लोगों की सोच में सुधार किया है।
5. व्यक्तिगत अनुभव: व्यक्ति के अपने अनुभव भी उसकी सोच को प्रभावित करते हैं। उदाहरण: किसी ने सामाजिक भेदभाव का व्यक्तिगत अनुभव किया है, तो वह इस समस्या के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकता है।
निष्कर्ष: सामाजिक समस्याओं के प्रति व्यक्ति की मनोवृत्ति पर परिवार, शिक्षा, मीडिया, कानूनी ढाँचा, और व्यक्तिगत अनुभव जैसे कारक गहरा प्रभाव डालते हैं। इन कारकों की समझ से सामाजिक बदलाव और जागरूकता में सुधार संभव है।
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