एक आधुनिक और शहरी सभ्यता का अस्तित्व प्राचीन हड़प्पा स्थापत्य कला में परिलक्षित होता है। उदाहरण सहित चर्चा कीजिए। (उत्तर 200 शब्दों में दें)
छठी शताब्दी ईसा पूर्व के आस-पास भारत में बौद्ध धर्म और जैन धर्म के उद्भव और प्रसार के लिए निम्नलिखित कारक उत्तरदायी थे: सामाजिक असंतोष: उस समय की जाति व्यवस्था और ब्राह्मणों की प्रधानता से उत्पन्न सामाजिक असंतोष ने नए धार्मिक और दार्शनिक आंदोलनों को प्रेरित किया। बौद्ध और जैन धर्म ने जाति व्यवस्था औRead more
छठी शताब्दी ईसा पूर्व के आस-पास भारत में बौद्ध धर्म और जैन धर्म के उद्भव और प्रसार के लिए निम्नलिखित कारक उत्तरदायी थे:
- सामाजिक असंतोष: उस समय की जाति व्यवस्था और ब्राह्मणों की प्रधानता से उत्पन्न सामाजिक असंतोष ने नए धार्मिक और दार्शनिक आंदोलनों को प्रेरित किया। बौद्ध और जैन धर्म ने जाति व्यवस्था और यज्ञ-हवन की क्रियाओं के खिलाफ प्रतिक्रिया व्यक्त की।
- धार्मिक सुधार की आवश्यकता: वेदांत और ब्राह्मणवाद की जटिलता और आडंबरपूर्ण अनुष्ठानों के खिलाफ एक सरल और व्यावहारिक धर्म की आवश्यकता महसूस की जा रही थी, जिसे बौद्ध और जैन धर्म ने पूरा किया।
- राजनीतिक समर्थन: बौद्ध और जैन धर्म को विभिन्न स्थानीय शासकों और राजाओं का समर्थन प्राप्त हुआ, जैसे कि मगध के राजा बिम्बिसार और अशोक ने बौद्ध धर्म को अपनाया और इसे प्रोत्साहित किया।
- आध्यात्मिक खोज: उस समय के लोग मोक्ष और आत्मा की मुक्ति के लिए खोज कर रहे थे, और बौद्ध और जैन धर्म ने इस खोज को तर्कशील और व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रदान किया।
- सामाजिक सुधार: बौद्ध और जैन धर्म ने अहिंसा, सादा जीवन, और आत्मा के विकास पर जोर देकर सामाजिक सुधारों को बढ़ावा दिया, जो व्यापक जनसमूह को आकर्षित किए।
इन कारकों ने बौद्ध और जैन धर्म को महत्वपूर्ण धार्मिक आंदोलनों के रूप में स्थापित किया और भारतीय धार्मिक और दार्शनिक परिदृश्य पर गहरा प्रभाव डाला।
See less
प्राचीन हड़प्पा सभ्यता, जिसने लगभग 2500 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व तक प्रचलित थी, एक उत्कृष्ट शहरी सभ्यता थी जिसका अस्तित्व स्थापत्य कला में प्रकट होता है। नगर योजना: हड़प्पा के नगरों की योजना बहुत उत्कृष्ट थी, जो नियमित गलियों, घरों और सार्वजनिक स्थलों सहित सुसज्जित थी। सार्वजनिक स्थल: हड़प्पा मेंRead more
प्राचीन हड़प्पा सभ्यता, जिसने लगभग 2500 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व तक प्रचलित थी, एक उत्कृष्ट शहरी सभ्यता थी जिसका अस्तित्व स्थापत्य कला में प्रकट होता है।
इस प्रकार, हड़प्पा सभ्यता ने एक विकसित और आधुनिक शहरी सभ्यता का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया जिसमें स्थापत्य कला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
See less