1. नीतिशास्त्र तथा मानवीय अंत:संबंध : मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र का सारतत्त्व, इसके निर्धारक और परिणाम: नीतिशास्त्र के आयाम, निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र।
नीतिशास्त्र तथा मानवीय अंत:संबंध
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
सारतत्त्व
मानवीय क्रियाकलापों में नीतिशास्त्र के निर्धारक और परिणाम
- नीतिशास्त्र में मानवकर्म से क्या तात्पर्य है? मानवकर्म में नैतिकता के निर्धारक और परिणाम की विवेचना कीजिए । (200 Words) [UPPSC 2023]
- महात्मा गाँधी के मत के अनुसार वे कौन-से आवश्यक सद्गुण हैं जो एक आदर्श मानवीय नैतिक व्यवहार हेतु उत्तरदायी होते हैं? विवेचना कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2021]
- नीतिशास्त्र एवं नैतिकता में विभेद कीजिये तथा नीतिशास्त्रीय कार्यों के निर्धारक तत्त्वों की व्याख्या कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2018]
नीतिशास्त्र के आयाम
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
निजी और सार्वजनिक संबंधों में नीतिशास्त्र
2. मानवीय मूल्यों को विकसित करने में नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन, शिक्षाओं से सीख, परिवार, समाज और शैक्षिक संस्थानों की भूमिका
मानवीय मूल्य
विकसित करने में नेताओं और शिक्षाओं से सीख
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
सुधारकों और प्रशासकों की भूमिका
परिवार, समाज और शैक्षिक संस्थानों की भूमिका
- मूल्य सृजन में परिवार, समाज और शिक्षण संस्थाओं की भूमिका की विवेचना कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
- “बालक अपने चतुर्दिक जो देखता है, उससे मूल्यों को सीखता है” इस कथन के आलोक में मूल्यों के निर्माण में परिवार और समाज की भूमिका की विवेचना कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
- What are the traditional values in Indian society? How does it differ from modern values?
- हमें देश में महिलाओं के प्रति यौन उत्पीड़न के बढ़ते हुए दृष्टान्त दिखाई दे रहे हैं। इस कुकृत्य के विरूद्ध विद्यमान विधिक उपबंधों के होते हुये भी ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़ रही हैं। इस संकट से निपटने के लिये कुछ नवाचारी उपाय सुझाइये। (125 Words) [UPPSC 2019]
3. अभिवृत्ति : अंतर्वस्तु (कंटेंट), संरचना, कार्य, विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध, नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि, सामाजिक प्रभाव और सहमति पैदा करना।
अभिवृत्ति
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
अभिवृत्ति – अंतर्वस्तु (कंटेंट), संरचना, कार्य
- “अभिवृत्तियाँ हमारे अनुभवों का परिणाम है।” इस कथन के संदर्भ में अभिवृत्ति निर्माण हेतु उत्तरदायी कारकों की व्याख्या एवं मूल्यांकन कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2018]
- निम्नलिखित में विभेद कीजिये:अभिवृत्ति एवं मूल्य।अभिवृत्ति एवं मत। (125 Words) [UPPSC 2018]
- लिंग संबंधी नकारात्मक अभिवृत्ति के मूल कारणों की विवेचना कीजिये। यह इतनी दृढ़ क्यों है? (200 Words) [UPPSC 2021]
- विभेद कीजियेःवस्तुनिष्ठता एवं निष्ठा में अभिवृत्ति की संरचना एवं प्रकार्यों में। (125 Words) [UPPSC 2021]
- मनोवृत्ति को परिभाषित कीजिये तथा मनोवृत्ति एवं अभिक्षमता के ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य संबंधों की विवेचना कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2021]
- लोक सेवको की लोकतंत्रीय अभिवृति एवं अधिकारीतंत्रीय अभिवृति में विभेद कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2019]
- लोक सेवकों की लोकतंत्रीय अभिवृत्ति एवं अधिकारीतंत्रीय अभिवृत्ति में अंतर बताइए । (125 Words) [UPPSC 2022]
- निम्नलिखित में विभेद कीजिये।सहिष्णुता और सहानुभूति,अभिवृत्ति और अभिक्षमता (125 Words) [UPPSC 2020]
- अभिवृत्ति के विभिन्न अवयवों का वर्णन कीजिए तथा अभिवृत्ति निर्माण को प्रभावित करने वाले कारकों का विवेचन कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
- सामाजिक समस्याओं के प्रति व्यक्ति की अभिवृत्ति के निर्माण में कौन से कारक प्रभाव डालते हैं? उदाहरण के द्वारा अपने उत्तर को सम्पुष्ट कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2019]
विचार तथा आचरण के परिप्रेक्ष्य में इसका प्रभाव एवं संबंध
- अवसाद और आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं को रोकने में गीता का निष्काय कर्मयोग किस प्रकार सहायक हो सकता हैं? विवेचना कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2019]
- सामाजिक समस्या के प्रति व्यक्ति की मनोवृत्ति निर्माण को प्रभावित करने वाले कारकों की उपयुक्त उदाहरणों की सहायता से विवेचना कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2021]
नैतिक और राजनीतिक अभिरुचि
- क्या वैयक्तिक नैतिकता का प्रभाव लोक जीवन के निर्णयों पर पड़ता है। (125 Words) [UPPSC 2021]
- मानव के नैतिक एवं राजनैतिक अभिवृत्ति से आप क्या समझते हैं? आप इन्हें वर्तमान राजनैतिक परिदृश्य में किस प्रकार उचित सिद्ध करेंगे? (200 Words) [UPPSC 2021]
सामाजिक प्रभाव और सहमति
- सामाजिक प्रभाव से आप क्या समझते हैं? सामाजिक प्रभाव और अनुनय कैसे व्यवहार में परिवर्तन ला सकते हैं ? (200 Words) [UPPSC 2022]
- जनता के विरोध के सम्बन्ध में अनुनय की भूमिका की तर्क सहित व्याख्या कीजिए। (125 Words) [UPPSC 2022]
- जनता के विरोध के संबंध में अनुनय के गुणों और अवगुणों की व्याख्या कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2019]
- वर्तमान समय में सोशल मीडिया का उपयोग जनता की राय को सकारात्मक या नकारात्मक तरीके से प्रभावित करने के लिए किया जाता है। एक लोकसेवक होने के नाते आप इस मुद्दे का समाधान कैसे करेंगे ? (200 Words) [UPPSC 2023]
- लोक प्रशासन में सामाजिक प्रभाव की क्या भूमिका है? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
- उन रणनीतियों का वर्णन करें जो सिविल सेवक परिवर्तन के प्रति प्रतिरोध को दूर करने के लिए नियोजित कर सकते हैं और नई नीतियों तथा पहलों का समर्थन करने के लिए हितधारकों को प्रभावी ढंग से राजी कर सकते हैं। (200 Words) [UPPSC 2023]
- जनसमूह की अभिवृत्ति परिवर्तन में विश्वासोत्पादक संवाद के महत्त्व की विवेचना कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2018]
- मनोवृत्ति परिवर्तन में विश्वासोत्पादक संचार के महत्त्व की व्याख्या कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
4. सिविल सेवा के लिये अभिरुचि तथा बुनियादी मूल्य, सत्यनिष्ठा, निष्पक्षता तथा गैर-तरफदारी, वस्तुनिष्ठता, सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव, कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता तथा करुणा।
सिविल सेवा के लिये बुनियादी मूल्य
- सिविल सेवा के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता की विवेचना एवं मूल्यांकन कीजियेःसत्यनिष्ठानिष्पक्षतावस्तुनिष्ठता गैर-तरफदारी (200 Words) [UPPSC 2018]
- सिविल सेवा के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता का मूल्यांकन कीजिये।अंतरात्मा सेवा भाव अनुशासन (125 Words) [UPPSC 2018]
- सार्वजनिक जीवन के सात सिद्धांत क्या हैं? क्या वे सिविल के लिये आचार संहिता हैं? मूल्यांकन कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2019]
- सिविल सेवा के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता का परीक्षण कीजिये।पारदर्शकता जवाबदेही दृढ़ विश्वास का सहास (125 Words) [UPPSC 2019]
- लोक सेवकों के लिये आवश्यक बुनियादी मूल्यों को संक्षेप में प्रस्तुत कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2020]
- गीता का ‘अनासक्त योग’ क्या है? सिविल सेवकों के लिये यह क्या संदेश देता है? व्याख्या कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2020]
- अन्तरात्मा की आवाज’ से आप क्या समझते हैं? लोक सेवकों के कर्तव्य निर्वहन में यह किस प्रकार मदद करता है? (125 Words) [UPPSC 2022]
- सिविल सेवा के संदर्भ में निम्नलिखित की विवेचना कीजिये। निष्पक्षता प्रतिबद्धता (125 Words) [UPPSC 2020]
- क्या भगवद्गीता लोकसेवकों की नैतिक मार्गदर्शिका हो सकती है? टिप्पणी कीजिए । (200 Words) [UPPSC 2023]
- किन्हीं दो महत्वपूर्ण गुणों की विवेचना कीजिए जिन्हें आप लोक सेवक के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं। तर्कसंगत व्याख्या कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
- “सहनशीलता सर्वोत्तम मूलभूत मूल्य है” इस कथन की विवेचना एक लोक सेवक के संदर्भ में कीजिए। (200 Words) [UPPSC 2022]
अभिरुचि
- लोक सेवक’ शब्द से आप क्या समझते हैं? लोक सेवा के लिये आवश्यक रूप से किस प्रकार की अभिक्षमता का होना विचारणीय है? विवेचना कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
- अभिक्षमता किस प्रकार रुचि से भिन्न है? “यदि किसी में लोक सेवक बनने की रुचि है लेकिन लोक सेवाओं का निर्वहन करने की अभिक्षमता नहीं है, तो क्या वह लोक सेवक के रूप में सफल होगा?” विवेचना कीजिए। (200 Words) [UPPSC 2022]
सत्यनिष्ठा
निष्पक्षता तथा गैर-तरफदारी
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
वस्तुनिष्ठता
सहानुभूति
सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण भाव
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
कमजोर वर्गों के प्रति सहिष्णुता तथा करुणा
- “लोक सेवा की पहचान समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहिष्णुता एवं करुणा पर आधारित होती है।” इस संदर्भ में सहिष्णुता एवं करुणा के मूल्यों की व्याख्या कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2018]
- कमजोर वर्गों के प्रति सहिष्णुता एवं करूणा के मूल्य लोक सेवा में किस प्रकार अभिव्यक्ति होते हैं? उपयुक्त उदाहरणों के साथ व्याख्या कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
5. संवेगात्मक बुद्धि : अवधारणाएँ तथा आयाम, प्रशासन और शासन व्यवस्था में उनकी उपयोगिता और प्रयोग।
संवेगात्मक बुद्धि
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
अवधारणाएँ तथा आयाम
- “भावनात्मक बुद्धि तत्त्वतः एक सैद्धान्तिक सम्प्रत्यय नहीं है, किंतु बहुआयामी सामाजिक कौशल है।” इस कथन के परिप्रेक्ष्य में भवनात्मक बुद्धि की अवधारणा तथा आयामों की व्याख्या कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2018]
- संवेगात्मक बुद्धि से आप क्या समझते हैं? इसके आयामों की विवेचना कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2022]
प्रशासन और शासन व्यवस्था में उनकी उपयोगिता और प्रयोग
- प्रशासन में भावनात्मक बुद्धि की उपादेयता की विवेचना कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2019]
- आप प्रशासनिक कार्यों में संवेगात्मक बुद्धि को कैसे लागू करेंगे? व्याख्या कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
- “संवेगात्मक वृद्धि प्रभावशाली कार्यप्रणलियों में बहुत आवश्क है” इस कथन पर प्रकाश डालिए। (125 Words) [UPPSC 2021]
- सुशासन और प्रशासन के लिए संवेगात्मक बुद्धि की भूमिका की व्याख्या कीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
6. भारत तथा विश्व के नैतिक विचारकों तथा दार्शनिकों का योगदान।
नैतिक विचारकों का योगदान
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
नैतिक विचारकों का योगदान
- गाँधी के नैतिक एंव सामाजिक विचारों का परीक्षण कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2018]
- “धार्मिक कट्टरता किसी भी लोकतांत्रिक देश की उन्नति में बाधक रही हैं।” विवेचना कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2019]
- गांधी के असहयोग आंदोलन पर दार्शनिक दृष्टि से विचार कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2019]
भारत तथा विश्व के दार्शनिकों
- काण्ट का ‘कर्तव्य के लिये कर्तव्य’ का सिद्धांत क्या है? सिविल सेवा में इस सिद्धांत की क्या भूमिका है? विवेचना कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2020]
- कार्ल मार्क्स के सामाजिक एवं राजनीतिक विचारों की समकालीन लोकसेवा में भूमिका की परीक्षा कीजिए। (200 Words) [UPPSC 2019]
- “काण्ट का नीतिशास्त्र आकारवादी एवं कठोरतावादी है।” इस मत का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये तथा नैतिक जीवन में काण्ट के नैतिक सिद्धांत के महत्त्व का मूल्यांकन कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2018]
- सार्वभौम धर्म क्या हैं? इसके प्रमुख तत्त्वों की विवेचना कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2019]
7. लोक प्रशासनों में लोक / सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्र : स्थिति तथा समस्याएँ, सरकारी तथा निजी संस्थानों में नैतिक सरोकार तथा दुविधाएँ, नैतिक मार्गदर्शन के स्रोतों के रूप में विधि, नियम, नियमन तथा अंतर्रात्मा, जवाबदेही तथा नैतिक शासन व्यवस्था में नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण, अंतर्राष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे, कॉर्पोरेट शासन व्यवस्था।
लोक प्रशासनों में लोक / सिविल सेवा मूल्य तथा नीतिशास्त्र
- सिविल सेवकों के बीच उदारता और वस्तुनिष्ठता को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है? अपना सुझाब दीजिए । (125 Words) [UPPSC 2023]
- वे कौन सी परिस्थितियाँ है जो अधिकारी की सत्यनिष्ठा के बारे में संदेह उत्पन्न करती है ? (125 Words) [UPPSC 2022]
- नैतिक अन्तर्दृष्टि से आप क्या समझते हैं? लोकसेवकों की नैतिक परिस्थिति में यह किस प्रकार सहायक है ? (125 Words) [UPPSC 2023]
- विभेद कीजिए:सदाचार-संहिता और आचार संहिता में ,सहिष्णुता और करुणा में। (125 Words) [UPPSC 2022]
- “सार्वजनिक नीतियां बनाते समय एक सिविल सेवक को केवल जनता की भलाई पर ध्यान देना चाहिए और उन नीतियों को लागू करते समय उसमें संभावित अनपेक्षित परिणामों का अनुमान लगाने की दूरदर्शिता होनी चाहिए।” क्या आप इस कथन से सहमत है? अपने उत्तर के लिए युक्ति तथा प्रमाण प्रस्तुत कीजिए । (200 Words) [UPPSC 2023]
- आज लोक सेवाओं में वस्तुनिष्ठता एवं निष्ठा समय की मांग है’ कथन को सिद्ध कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2021]
- “प्रशासन एक नैतिक कार्य है और प्रशासक एक नैतिक अधिकर्ता है।” इस कथन को स्पष्ट कीजिए। (125 Words) [UPPSC 2022]
स्थिति तथा समस्याएँ
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
सरकारी संस्थानों में नैतिक सरोकार तथा दुविधाएँ
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
निजी संस्थानों में नैतिक सरोकार तथा दुविधाएँ
जवाबदेही तथा नैतिक शासन व्यवस्था
- क्या लोक-प्रशासन पर न्यायिक नियंत्रण आवश्यक है? लोक प्रशासन पर संभावित न्यायकि नियंत्रण के विभिन्न रूपों की व्याख्या कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2021]
- संक्षिप्त टिप्पणियाँ लिखिये।लोक सेवक की नैतिक जिम्मेदारियाँ।लोकहित एवं सूचना का अधिकार। (125 Words) [UPPSC 2019]
- लोक सेवा के संदर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता का निरूपण कीजियेःनैतिक शासन,लोक जीवन में सत्यनिष्ठा (125 Words) [UPPSC 2021]
- लोक सेवकों के सन्दर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिता की व्याख्या कीजिए।समर्पण,जवाबदेही । (125 Words) [UPPSC 2022]
- सिविल सेवा के सन्दर्भ में निम्नलिखित की प्रासंगिकता का परीक्षण कीजिए।अ) सेवा भाव ब) दृढ़ विश्वास का साहस। (125 Words) [UPPSC 2023]
शासन व्यवस्था में नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण
अंतर्राष्ट्रीय संबंधों तथा निधि व्यवस्था (फंडिंग) में नैतिक मुद्दे
कॉर्पोरेट शासन व्यवस्था
- “प्रभावी प्रशासन के लिये लोक सेवा के प्रति समर्पण आवश्यक होता है।” व्याख्या कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2018]
- आप ईमानदार तथा उत्तरदायी सिविल सेवक हैं। आप प्रायः निम्नलिखित को प्रक्षित करते हैं:एक सामान्य धारणा हैं कि नैतिक आचरण का पालन करने से स्वंय को भी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता हैं और परिवार के लिये भी समस्या पैदा हो सकती है, जबकि अनुचित आचरण जीविका लक्ष्यों तक पहुँचने में सहायक हो सकता हैं।जब अनुचित साधनों को अपनाने वालों की संख्या बढ़ी होती हैं, तो नैतिक साधन अपनाने वाले अल्पसंख्यक लोगों से कोई फर्क नहीं पड़ता। (125 Words) [UPPSC 2019]
- उपयुक्त उदाहरणों द्वारा निगमित शासन में नैतिक मुद्धों का व्याख्या कीजिए। (200 Words) [UPPSC 2022]
8. शासन व्यवस्था में ईमानदारी : लोक सेवा की अवधारणा, शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार, सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता, सूचना का अधिकार, नीतिपरक आचार संहिता, आचरण संहिता, नागरिक घोषणा पत्र, कार्य संस्कृति, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता, लोक-निधि का उपयोग, भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ।
शासन व्यवस्था में ईमानदारी
- अक्सर कहा जाता हैं कि निर्धनता भ्रष्टाचार की और प्रवृत्त करती हैं। परंतु ऐसे भी उदाहरणों की कमी नहीं हैं, जहाँ सम्पन्न एवं शक्तिशाली लोग बड़ी यात्रा में भ्रष्टाचार में लिप्त हो जाते हैं। लोगों में व्याप्त भ्रष्टाचार के आधारभूत कारण क्या हैं? उदाहरणों द्वारा अपने उत्तर को पुष्ट कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2019]
- ईमानदारी क्या है? शासन में ईमानदारी के दार्शनिक आधार की स्पष्ट व्याख्या कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2020]
- “सूचना का अधिकार अधिनियम केवल नागरिकों के सशक्तिकरण के बारे में नहीं है, अपितु यह आवश्यक रूप से जवाबदेही की संकल्पना को पुनर्परिभाषित करता है।” विवेचना कीजिए। (200 Words) [UPPSC 2022]
- नैतिक शासन व्यवस्था से आप क्या समझते हैं? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए । (200 Words) [UPPSC 2023]
- लोक जीवन के मुख्य सिद्धान्त क्या हैं? उपयुक्त उदाहरण के साथ समझाइये। (200 Words) [UPPSC 2023]
लोक सेवा की अवधारणा
शासन व्यवस्था और ईमानदारी का दार्शनिक आधार
- प्रशासन में सत्यनिष्ठा का दार्शनिक आधार क्या है? आलोचनात्मक विवेचना कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2018]
सरकार में सूचना का आदान-प्रदान और पारदर्शिता
सूचना का अधिकार
नीतिपरक आचार संहिता और आचरण संहिता
- आचार-सिद्धांत के किन पाँच सिद्धांतों को आप प्राथमिकता प्रदान करेंगे और क्यों? विवेचना कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2020]
- क्या सार्वजनिक सेवाओं में समानुभूति की कोई भूमिका हैं? उपयुक्त उदाहरण के साथ अपनी बात समझाइये। (200 Words) [UPPSC 2019]
- विभेद कीजिए:सदाचार-संहिता और आचार संहिता में,सहिष्णुता और करुणा में। (125 Words) [UPPSC 2022]
नागरिक घोषणा पत्र
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
कार्य संस्कृति
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता
लोक-निधि का उपयोग
(नोट: इस विषय से पिछले 6 वर्षों में कोई प्रश्न नहीं पूछा गया है।)
भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ
- भ्रष्टाचार की चुनौतियाँ क्या हैं? समाज में उन्हें रोकने के लिये आपके अनुसार क्या कदम उठाने चाहिये? व्याख्या कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2018].
- “ऐसा कहा जाता है कि सरकारी अफसर घूस इसलिये लेते हैं क्योंकि लोग उनको घूस देते हैं। यदि लोग घूस देना बंद कर दें, तो घूस की समस्या समाप्त हो जायेगी।” इस कथन के बारे में आपका क्या विचार है? आलोचनात्मक परीक्षण कीजिये। (200 Words) [UPPSC 2020]
- “बेईमान अधिकारियों के अभियोजन के लिये सरकार की स्वीकृति की आवश्यकता, भ्रष्टाचार के लिये एक सुरक्षा की ढाल है।” इस कथन का परीक्षण कीजिये। (125 Words) [UPPSC 2020]
- भ्रष्टाचार सरकारी राजकोष का दुरुपयोग, प्रशासन की अक्षमता एवं राष्ट्रीय विकास में बाधा उत्पन्न करने के कारण है। इस कथन के परिप्रेक्ष्य में सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार रोकने के उपाय बताइए। (125 Words) [UPPSC 2021]
- समाज में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए आपके अनुसार क्या कदम उठाने चाहिए? व्याख्या कीजिए। (200 Words) [UPPSC 2022]
- “लोकसेवक के द्वारा कर्तव्य निर्वहण न करना एक प्रकार का भ्रष्टाचार है।” क्या आप इस कथन से सहमत हैं ? तर्कसंगत व्याख्या कीजिए। (200 Words) [UPPSC 2023]
9. उपर्युक्त विषयों पर मामला संबंधी अध्ययन (केस स्टडी)।