चाबहार बंदरगाह से होने वाले भारत के नये आयात-निर्यात मार्ग के प्रमोचन से अफगानिस्तान और भारत के बीच व्यापार प्रोत्साहन की संभावनाओं की विवेचना कीजिये। [64वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा 2018]
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चाबहार बंदरगाह से भारत और अफगानिस्तान के व्यापार की संभावनाएँ
चाबहार बंदरगाह, जो ईरान में स्थित है, भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण मार्ग साबित हो सकता है। यह बंदरगाह भारत को अफगानिस्तान और मध्य एशिया के देशों तक पहुँचने का एक वैकल्पिक और सीधा मार्ग प्रदान करता है, जो पाकिस्तान के बंद मार्गों से स्वतंत्र है।
चाबहार बंदरगाह की विशेषताएँ
अफगानिस्तान और भारत के बीच व्यापार में वृद्धि
व्यापार की संभावनाएँ और लाभ
चाबहार की सफलता में चुनौतियाँ
हालाँकि, चाबहार बंदरगाह के माध्यम से व्यापार बढ़ाने के अनेक अवसर हैं, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी हैं:
निष्कर्ष
चाबहार बंदरगाह से भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा, और भारत को मध्य एशिया तक पहुँचने का एक महत्वपूर्ण मार्ग मिलेगा। इसके साथ ही, भारत और अफगानिस्तान के बीच वस्त्र, कृषि उत्पादों, खनिज और अन्य व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ सकती हैं। हालांकि, अमेरिकी प्रतिबंध, राजनीतिक दबाव, और इंफ्रास्ट्रक्चर की चुनौतियाँ इस व्यापार को प्रभावित कर सकती हैं। फिर भी, चाबहार परियोजना भारत और अफगानिस्तान दोनों के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, और यदि इसे सही तरीके से लागू किया जाता है, तो यह दोनों देशों की आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान कर सकता है।