बिम्सटेक संगठन को स्पष्ट कीजिये। बिम्सटेक देशों के संगठन की हाल में हुए काठमांडू सम्मेलन के परिणामों पर प्रकाश डालिये। भारत के हित, आशाएँ एवं अपेक्षाओं से संबंधित विषयों की विवेचना कीजिये। [63वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा 2017]
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बिम्सटेक संगठन: एक स्पष्टता
बिम्सटेक (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) एक क्षेत्रीय संगठन है, जिसका उद्देश्य दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के बीच तकनीकी और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है। इसकी स्थापना 1997 में हुई थी और इसमें सात सदस्य देश शामिल हैं:
बिम्सटेक का मुख्य उद्देश्य इन देशों के बीच व्यापार, परिवहन, ऊर्जा, पर्यावरण, आपदा प्रबंधन, संस्कृति, और तकनीकी क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना है। यह संगठन बंगाल की खाड़ी के क्षेत्र में स्थित है, जो इसकी सामरिक और आर्थिक महत्वपूर्णता को बढ़ाता है।
काठमांडू सम्मेलन 2024 के परिणाम
हाल ही में आयोजित काठमांडू सम्मेलन (2024) में बिम्सटेक देशों के बीच कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनका उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग को सुदृढ़ करना था:
भारत के हित, आशाएँ और अपेक्षाएँ
भारत के हित और आशाएँ:
भारत की अपेक्षाएँ और चिंताएँ:
निष्कर्ष:
काठमांडू सम्मेलन से यह स्पष्ट हुआ कि बिम्सटेक देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए इच्छाशक्ति है, लेकिन चुनौतियाँ भी मौजूद हैं, जैसे कि संगठन की संस्थागत कमजोरी और सदस्य देशों के बीच विविधताएँ। भारत का इस संगठन में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए क्षेत्रीय स्थिरता, आर्थिक विकास और सुरक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता मजबूत करना महत्वपूर्ण होगा।
बिम्सटेक संगठन:
BIMSTEC (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के बीच एक क्षेत्रीय संगठन है, जिसका उद्देश्य तकनीकी और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देना है। इसकी स्थापना 1997 में हुई थी और इसमें सात देशों का सम्मिलन है:
BIMSTEC का मुख्य उद्देश्य सदस्य देशों के बीच व्यापार, तकनीकी सहायता, और सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। इस संगठन का केंद्र बंगाल की खाड़ी के आसपास स्थित देशों पर है, जो क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
काठमांडू सम्मेलन (हाल में) के परिणाम
हाल ही में काठमांडू (नेपाल) में आयोजित BIMSTEC सम्मेलन ने संगठन के उद्देश्यों को आगे बढ़ाने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। इस सम्मेलन में सदस्य देशों के बीच विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई और विशेष ध्यान क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने, कनेक्टिविटी, और आतंकवाद जैसे मामलों पर दिया गया।
सम्मेलन के प्रमुख परिणाम:
भारत के हित, आशाएँ और अपेक्षाएँ
भारत के लिए BIMSTEC संगठन के साथ जुड़ा हुआ हर कदम रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। भारत को इस संगठन से कई प्रमुख लाभ और आशाएँ जुड़ी हुई हैं:
1. क्षेत्रीय सुरक्षा और आतंकवाद का मुकाबला:
2. आर्थिक सहयोग और व्यापार बढ़ाना:
3. ऊर्जा और संसाधन सहयोग:
4. संस्कृतिक और सामाजिक सहयोग:
निष्कर्ष
BIMSTEC का काठमांडू सम्मेलन भारतीय नीति के दृष्टिकोण से काफी सकारात्मक साबित हुआ है। यह सम्मेलन न केवल क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और सुरक्षा को बढ़ावा देने का अवसर है, बल्कि यह भारत के लिए एक मजबूत और समृद्ध साझेदारी का रास्ता भी खोलता है। भारत के लिए BIMSTEC एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां वह अपनी रणनीतिक और आर्थिक हितों को आगे बढ़ा सकता है, खासकर क्षेत्रीय सुरक्षा, व्यापारिक कनेक्टिविटी, और ऊर्जा के क्षेत्रों में।