बिहार एक बाढ़-प्रभावित राज्य है। आधुनिक प्रौद्योगिकी बाढ़ को नियंत्रित करने और इस तरह के आपदा प्रबंधन में कैसे मदद कर सकती है? उपयुक्त उदाहरण सहित स्पष्टीकरण दीजिए। [67वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा 2020]
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बिहार में बाढ़ प्रबंधन और नियंत्रण के लिए आधुनिक प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। बाढ़ नियंत्रण में तकनीकी सुधारों ने राज्य में विभिन्न पहलुओं को सुदृढ़ किया है, जो बाढ़ के प्रभावों को कम करने में सहायक हैं।
आधुनिक प्रौद्योगिकी का योगदान
बिहार में बाढ़ प्रबंधन की चुनौतियाँ
हालाँकि तकनीकी उपायों से काफी मदद मिल रही है, बिहार में बाढ़ का पूर्ण नियंत्रण मुश्किल है। राज्य की भौगोलिक स्थिति और कई नदियों की उपस्थिति, जैसे कोसी, गंगा और घाघरा, हर साल बाढ़ के खतरे को बढ़ाते हैं। इन नदियों में पानी का अत्यधिक बहाव कभी-कभी इन परियोजनाओं की तैयारी से बाहर हो जाता है।
निष्कर्ष
आधुनिक प्रौद्योगिकी जैसे AI, ड्रोन, और समय पर चेतावनी देने वाली प्रणाली ने बिहार में बाढ़ प्रबंधन को अधिक प्रभावी बना दिया है, लेकिन इनका उपयोग अभी भी शुरुआती स्तर पर है और अधिक व्यापक रूप से अपनाए जाने की आवश्यकता है। इन तकनीकों के प्रभावी उपयोग के लिए स्थानीय समुदायों की जागरूकता और भागीदारी भी उतनी ही जरूरी है।