“भारत के राष्ट्रपति की भूमिका परिवार के उस बुजुर्ग के समान है जो सभी प्राधिकार रखता है किन्तु यदि घर के शैतान-युवा सदस्य उसकी न सुनें तो वह कुछ भी प्रभावी नहीं कर सकता है।” मूल्यांकन कीजिए। [67वीं बीपीएससी मुख्य परीक्षा 2022]
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भारत के राष्ट्रपति की भूमिका: एक मूल्यांकन
भारत के राष्ट्रपति की भूमिका को एक पारिवारिक बुजुर्ग के समान कहा जाता है, जो सभी अधिकारों का स्वामी होता है, परंतु यदि परिवार के शरारती सदस्य उसकी नहीं सुनते, तो वह कुछ भी प्रभावी नहीं कर पाता। यह कथन भारतीय संविधान में राष्ट्रपति के शक्तियों और उनके कार्यों के विश्लेषण पर आधारित है।
राष्ट्रपति की भूमिका का स्वरूप
भारतीय संविधान में राष्ट्रपति का पद राज्य का प्रमुख होता है, और उन्हें व्यापक शक्तियाँ दी गई हैं। हालांकि, उनका कार्य प्रायः प्रतीकात्मक होता है, और वास्तविक शक्ति प्रधानमंत्री और कैबिनेट के हाथों में होती है। राष्ट्रपति के पास संविधान में उल्लिखित शक्तियाँ हैं, जैसे कि:
राष्ट्रपति की सीमाएँ
राष्ट्रपति के पास सभी अधिकार होने के बावजूद, उनकी भूमिका अत्यधिक सीमित होती है। उनके निर्णय प्रायः सरकार के सिफारिशों और सलाह पर आधारित होते हैं। उन्हें वास्तविक सत्ता का प्रयोग नहीं करने दिया जाता।
उदाहरण के लिए:
‘शैतान-युवा सदस्य’ की तुलना
राष्ट्रपति की स्थिति को परिवार के बुजुर्ग से तुलना करना इस प्रकार समझा जा सकता है कि भले ही उनके पास अधिकार हैं, लेकिन वे उनका प्रयोग केवल उसी स्थिति में कर सकते हैं, जब उनके पास सहमति और सहयोग हो। जैसा कि घर के बुजुर्ग यदि शरारती बच्चों से किसी निर्णय पर सहमति नहीं पा सकते, तो वे प्रभावी रूप से कुछ नहीं कर सकते।
इसी प्रकार, राष्ट्रपति को अपनी शक्तियाँ तभी प्रभावी रूप से प्रयोग में लानी होती हैं, जब सरकार या प्रधानमंत्री उन्हें निर्देश देते हैं। यदि प्रधानमंत्री और कैबिनेट उनसे असहमत होते हैं, तो राष्ट्रपति के पास वह शक्ति नहीं होती कि वे अपनी इच्छा से निर्णय ले सकें।
राष्ट्रपति के कार्यों का उदाहरण
निष्कर्ष
इस प्रकार, यह कथन सही है कि राष्ट्रपति के पास सभी अधिकार होते हुए भी उनकी वास्तविक शक्ति सीमित है। उनकी भूमिका प्रायः सरकार और प्रधानमंत्री के निर्देशों पर निर्भर करती है। संविधान में दिए गए शक्तियों के बावजूद, राष्ट्रपति को अपनी भूमिका निभाने में राजनीतिक निर्णयों का पालन करना होता है, जिससे उनकी स्वतंत्रता सीमित हो जाती है।