प्रश्न का उत्तर अधिकतम 200 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 11 अंक का है। [MPPSC 2020]
अभिवृत्तियों (मनोवृत्तियों) का निर्माण कैसे होता हैं? अभिवृत्ति (मनोवृत्ति) परिवर्तन के हाइडर और फेस्टिंगर के सिद्धान्तों को समझाइये ।
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अभिवृत्तियों का निर्माण
अभिवृत्तियाँ (मनोवृत्तियाँ) अनुभवों, सामाजिक प्रभावों, और मानसिक प्रक्रियाओं के आधार पर बनती हैं। यह प्रक्रिया व्यक्ति की सोच, भावना, और व्यवहार को प्रभावित करती है, जो किसी व्यक्ति, वस्तु, या घटना के प्रति सकारात्मक या नकारात्मक दृष्टिकोण का निर्माण करती हैं।
हाइडर का संतुलन सिद्धान्त (Balance Theory)
हाइडर का सिद्धान्त यह मानता है कि लोग अपने दृष्टिकोणों और रिश्तों में संतुलन बनाए रखना पसंद करते हैं। यदि किसी व्यक्ति को किसी वस्तु या व्यक्ति से जुड़ा अच्छा अनुभव होता है, तो वे उसे पसंद करेंगे। उदाहरण के लिए, यदि किसी को किसी विशेष ब्रांड का उत्पाद पसंद है और उसका प्रिय मित्र भी उसे पसंद करता है, तो वे उस उत्पाद को और अधिक पसंद करेंगे।
फेस्टिंगर का संज्ञानात्मक असंतुलन सिद्धान्त (Cognitive Dissonance Theory)
फेस्टिंगर का सिद्धान्त बताता है कि जब किसी व्यक्ति के विचार और कार्यों में असंतुलन होता है, तो यह असंतुलन मानसिक तनाव उत्पन्न करता है। इसे दूर करने के लिए व्यक्ति अपने दृष्टिकोणों में परिवर्तन कर लेता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति स्वास्थ्य के लिए सचेत है लेकिन धूम्रपान करता है, तो वह या तो धूम्रपान को छोड़ देगा या इसके हानिकारक प्रभावों को कम करके देखेगा।
निष्कर्ष
इन सिद्धान्तों से यह स्पष्ट होता है कि अभिवृत्तियाँ व्यक्तिगत अनुभवों, सामाजिक सम्बन्धों और मानसिक असंतुलन के आधार पर विकसित और परिवर्तित होती हैं।