प्रश्न का उत्तर अधिकतम 200 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 11 अंक का है। [MPPSC 2020]
संवैधानिक लोकतंत्र पर डॉ. अम्बेडकर के विचारों को स्पष्ट कीजिए ।
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
डॉ. अम्बेडकर के विचार: संवैधानिक लोकतंत्र
संवैधानिक लोकतंत्र का महत्व
डॉ. भीमराव अंबेडकर ने भारतीय संविधान को लोकतंत्र का आधार माना। उनके अनुसार, संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं, बल्कि समाज में समानता, स्वतंत्रता और न्याय को सुनिश्चित करने का माध्यम है। उन्होंने एक ऐसा लोकतंत्र स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिसमें सभी नागरिकों के अधिकारों का संरक्षण किया जाए।
मुख्य बिंदु
उदाहरण
जब भारत में संविधान लागू हुआ, तब अंबेडकर ने कहा कि यह सिर्फ एक कागज पर लिखा हुआ दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह समाज में बदलाव लाने की एक शक्तिशाली नींव है।
डॉ. अम्बेडकर के विचार हमें यह सिखाते हैं कि लोकतंत्र केवल चुनावों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक न्याय और समावेशिता की दिशा में भी महत्वपूर्ण है