प्रश्न का उत्तर अधिकतम 200 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 11 अंक का है। [MPPSC 2020]
केंद्र-राज्य सम्बन्धों के संदर्भ में प्रशासनिक शक्ति विभाजन की समीक्षा कीजिए ।
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केंद्र-राज्य संबंधों के संदर्भ में प्रशासनिक शक्ति विभाजन की समीक्षा
भारत में केंद्र और राज्य सरकारों के बीच प्रशासनिक शक्ति का विभाजन संविधान द्वारा निर्धारित किया गया है। इस विभाजन का उद्देश्य केंद्र और राज्य दोनों को अपने-अपने दायरे में कार्य करने की स्वतंत्रता देना है, जिससे देश में लोकतंत्र और संविधान की संप्रभुता बनी रहे।
केंद्र और राज्य के अधिकार
केंद्र-राज्य प्रशासनिक संघर्ष
हालांकि संविधान में स्पष्ट रूप से शक्ति विभाजन किया गया है, लेकिन समय-समय पर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच अधिकारों के लिए संघर्ष उत्पन्न होते रहे हैं। उदाहरण के लिए, कुछ राज्य अपनी स्थानीय नीतियों के लिए केंद्र के हस्तक्षेप को चुनौती देते हैं, जबकि केंद्र सरकार कई बार राज्यों के अधिकारों में दखल देती है, विशेषकर जब राष्ट्रीय सुरक्षा या आंतरिक कानून-व्यवस्था की बात आती है।
निष्कर्ष
केंद्र-राज्य संबंधों में प्रशासनिक शक्ति का विभाजन संविधान द्वारा तय किया गया है, परंतु विभिन्न मुद्दों पर केंद्र और राज्य के बीच मतभेद भी देखे जाते हैं। यह विभाजन देश में लोकतांत्रिक कार्यप्रणाली और शांति बनाए रखने में सहायक है, लेकिन समय-समय पर संशोधन और सुधार की आवश्यकता होती है।