प्रश्न का उत्तर अधिकतम 200 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 11 अंक का है। [MPPSC 2021]
“लोकतंत्र के बारे में जयप्रकाश नारायण का दृष्टिकोण समाजवाद और सर्वोदय के लक्ष्यों के साथ निकट से जुड़ा है।” इस कथन की व्याख्या कीजिए।
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जयप्रकाश नारायण का लोकतंत्र के प्रति दृष्टिकोण
जयप्रकाश नारायण, जो भारतीय राजनीति के एक प्रमुख विचारक और सामाजिक कार्यकर्ता थे, का लोकतंत्र के प्रति दृष्टिकोण समाजवाद और सर्वोदय के लक्ष्यों से गहराई से जुड़ा हुआ है। उनका मानना था कि असली लोकतंत्र तभी संभव है जब समाज में समानता, न्याय और मानवता का उत्थान हो।
समाजवाद और सर्वोदय के लक्ष्य
1. समानता और न्याय
2. सर्वोदय का सिद्धांत
3. सामाजिक और आर्थिक सुधार
निष्कर्ष
जयप्रकाश नारायण का लोकतंत्र का दृष्टिकोण इस बात को दर्शाता है कि वास्तविक लोकतंत्र केवल चुनावी प्रक्रिया तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में समानता, न्याय और मानवता के मूल्यों को भी समाहित करता है। उनका विचार यह बताता है कि लोकतंत्र का उद्देश्य केवल सत्ता हासिल करना नहीं, बल्कि सभी नागरिकों के उत्थान के लिए कार्य करना है। इस प्रकार, उनका दृष्टिकोण समाजवाद और सर्वोदय के लक्ष्यों के साथ निकट से जुड़ा हुआ है।