प्रश्न का उत्तर अधिकतम 200 शब्दों में दीजिए। यह प्रश्न 11 अंक का है। [MPPSC 2021]
अशोक के “धम्म” की विवेचना कीजिए।
Lost your password? Please enter your email address. You will receive a link and will create a new password via email.
Please briefly explain why you feel this question should be reported.
Please briefly explain why you feel this answer should be reported.
Please briefly explain why you feel this user should be reported.
अशोक के “धम्म” की विवेचना
परिचय
मौर्य सम्राट अशोक का शासनकाल 268 से 232 ईसा पूर्व तक था। उन्होंने “धम्म” को अपने शासन का मूल सिद्धांत बनाया। “धम्म” का अर्थ है धर्म, नैतिकता और मानवता का पालन।
धम्म के प्रमुख तत्व
1. नैतिकता और आचार
उदाहरण: युद्ध के बाद, कलिंग युद्ध के परिणामस्वरूप अशोक ने हिंसा के बजाय शांति का मार्ग अपनाया।
2. सामाजिक कल्याण
उदाहरण: अशोक ने अस्पताल, जलाशय और सड़कों का निर्माण किया।
3. धार्मिक सहिष्णुता
उदाहरण: उन्होंने बौद्ध धर्म के प्रचार के साथ-साथ अन्य धर्मों को भी समान महत्व दिया।
4. सार्वजनिक प्रसार
उदाहरण: सारनाथ में स्थित अशोक के स्तंभ पर लिखे धम्म के सिद्धांत।
निष्कर्ष
अशोक का “धम्म” केवल एक राजनीतिक सिद्धांत नहीं था, बल्कि यह मानवता, नैतिकता और सामाजिक कल्याण का एक व्यापक दृष्टिकोण था। उनके द्वारा स्थापित धम्म ने भारतीय संस्कृति और समाज पर गहरा प्रभाव डाला, जो आज भी प्रासंगिक है।