“औद्योगिक क्रांति न केवल एक प्रौद्योगिकीय क्रांति थी, बल्कि एक सामाजिक-आर्थिक क्रांति भी थी, जिसने लोगों के उसके बाद रहने के ढंग को भी परिवर्तित कर दिया।” विवेचना करें। [उत्तर सीमा: 100 शब्द, अंक: 10] [RPSC 2023]
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औद्योगिक क्रांति, जो 18वीं शताब्दी के अंत से 19वीं शताब्दी के प्रारंभ तक फैली, ने तकनीकी उन्नति के साथ-साथ सामाजिक-आर्थिक बदलाव भी लाए। इसने औद्योगीकरण की प्रक्रिया शुरू की, जिससे ग्रामीण जनसंख्या शहरों की ओर प्रवासित हुई। नए कारखानों ने उत्पादन में वृद्धि की, लेकिन साथ ही श्रमिकों के लिए कठिन परिस्थितियाँ भी उत्पन्न कीं। इससे सामाजिक संरचना में बदलाव आया, नए वर्गों का उदय हुआ और पूंजीवाद को बढ़ावा मिला। जीवनशैली में बदलाव आया, जहाँ पारंपरिक कृषि जीवन की जगह औद्योगिक कार्यशैली ने ले ली। इस प्रकार, औद्योगिक क्रांति ने न केवल तकनीकी, बल्कि सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण प्रभाव डाला।