मासिक धर्मचक्र क्या है? इसकी विभिन्न अवस्थाओं एवं हार्मोनल नियंत्रण पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिये।[उत्तर सीमा: 250 शब्द] [UKPSC 2016]
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मासिक धर्मचक्र (Menstrual Cycle) एक जैविक प्रक्रिया है, जो महिलाओं में प्रजनन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। यह चक्र लगभग 28 दिनों का होता है और इसे चार मुख्य अवस्थाओं में विभाजित किया जा सकता है:
1. फॉलिकुलर चरण: इस चरण में, पिट्यूटरी ग्रंथि एफएसएच (Follicle Stimulating Hormone) का उत्पादन करती है, जो अंडाशय में अंडाणुओं के विकास को प्रेरित करता है।
2. ओव्यूलेशन: जब अंडाणु विकसित होता है, तो एक पिक पर ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (LH) का स्राव होता है, जो अंडाणु के रिलीज का कारण बनता है।
3. ल्यूटियल चरण: अंडाणु के रिलीज के बाद, अंडाशय में कॉर्पस ल्यूटियम हार्मोन प्रोजेस्टेरोन का उत्पादन करता है, जो गर्भावस्था के लिए गर्भाशय को तैयार करता है।
4. मेनस्ट्रुएशन: यदि गर्भधारण नहीं होता है, तो प्रोजेस्टेरोन का स्तर गिरता है, जिससे गर्भाशय की दीवारें टूटकर रक्तस्राव के रूप में बाहर निकलती हैं।
यह चक्र हार्मोनों द्वारा नियंत्रित होता है, जिसमें एफएसएच, LH, और प्रोजेस्टेरोन शामिल हैं। हार्मोनल संतुलन मासिक धर्म चक्र की नियमितता और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है।