निम्नलिखित प्रकरण को सावधानीपूर्वक पढ़िए तथा नीचे लिखे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
आप अपने सरकारी कार्यालय के अध्यक्ष हैं। आपके कर्मचारियों के आवंटन हेतु कुछ मकान सुरक्षित हैं, जिसके लिए आपको विवेकाधिकार दिया गया है। आपने मकान आवंटन हेतु नियमों की एक सूची बनाई है और जिसे सार्वजनिक भी कर दिया गया है। आपके निजी सचिव, जो आपके अत्यंत करीब हैं, आपके पास आते हैं और बताते हैं कि उनके पिता जी गंभीर रूप से अस्वस्थ हैं और इस लिए आबंटन में उन्हें प्राथमिकता मिलनी चाहिए। ऑफिस सचिवालय ने उनके प्रत्यावेदन की जाँच की और उनके प्रत्यावेदन को नियमानुसार न पाते हुए वापस कर दिया तथा : यह संस्तुत किया कि प्रक्रिया नियमानुकूल हो। आप अपने निजी सचिव को नाराज भी नहीं करना चाहते हैं।
इन परिस्थितियों में आप क्या करेंगे ?
(a) आप उसे अपने कमरे में बुलाएँगे और उसे बताएँगे कि आवंटन क्यों नहीं हो सकता है।
(b) उसकी निष्ठा पाने के लिए उसे मकान आवंटित कर देंगे।
(c) आप कार्यालयी आख्या का अनुमोदन कर यह जतायेंगे कि आप कोई पक्षपात नहीं करते ।
(d) आप सम्बद्ध पत्रावली (फाइल) अपने पास रख लेंगे और कोई आदेश पारित नहीं करेंगे।
[उत्तर सीमा: 250 शब्द] [UKPSC 2023]
इस स्थिति में, मुझे एक नैतिक और विवेकाधारित निर्णय लेना होगा, जो न केवल नियमों का पालन करे, बल्कि सभी कर्मचारियों के लिए न्यायपूर्ण भी हो।
निर्णय:
मैं विकल्प (c) चुनूंगा: “आप कार्यालयी आख्या का अनुमोदन कर यह जताएंगे कि आप कोई पक्षपात नहीं करते।”
कारण:
इस प्रकार, मैंने एक संतुलित और न्यायपूर्ण निर्णय लिया, जो न केवल मेरे सिद्धांतों को बनाए रखेगा, बल्कि कार्यस्थल के वातावरण को भी स्वस्थ रखेगा।