‘बलबन’ की ‘रक्त लौह’ नीति से आप क्या समझते हैं? [उत्तर सीमा: 50 शब्द] [UKPSC 2016]
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‘बलबन’ की ‘रक्त लौह’ नीति एक कठोर और सख्त शासन नीति को दर्शाती है, जिसे उन्होंने अपने साम्राज्य को सुरक्षित रखने के लिए अपनाया। बलबन, जिसने 13वीं शताब्दी में दिल्ली सल्तनत पर शासन किया, ने अपने शासन में आंतरिक विद्रोहों और बाहरी आक्रमणों को कुचलने के लिए कठोर कदम उठाए। ‘रक्त लौह’ का अर्थ है कि वह किसी भी प्रकार की विद्रोही गतिविधियों को नकारात्मक परिणामों के माध्यम से रोकने के लिए तैयार थे। बलबन ने अपनी शक्ति और दृढ़ता के साथ शासन किया, जिससे उन्होंने अपने साम्राज्य की स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित की। यह नीति उनके कठोर और मजबूत नेतृत्व का प्रतीक है।