केंद्रीय सरकार के विभागों में डेस्क अधिकारी व्यवस्था की भूमिका पर टिप्पणी कीजिये। [उत्तर सीमा: 250 शब्द] [UKPSC 2012]
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केंद्रीय सरकार के विभागों में डेस्क अधिकारी व्यवस्था एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक ढांचा है, जिसका उद्देश्य कार्यों की प्रभावशीलता और दक्षता को बढ़ाना है। इस व्यवस्था के अंतर्गत प्रत्येक विभाग में एक विशेष डेस्क अधिकारी नियुक्त किया जाता है, जो उस विभाग के कार्यों का समन्वय और प्रबंधन करता है।
भूमिका:
सूचना का केंद्रीकरण: डेस्क अधिकारी सभी महत्वपूर्ण जानकारी, फाइलों और दस्तावेजों का एकत्रण और व्यवस्थापन करता है। इससे निर्णय लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता और सुगमता आती है।
समन्वय और संचार: डेस्क अधिकारी विभिन्न शाखाओं और अधिकारियों के बीच संवाद और समन्वय का कार्य करता है। यह सुनिश्चित करता है कि सभी आवश्यक सूचनाएं समय पर और सही ढंग से पहुँचें।
फैसले लेने में सहायक: डेस्क अधिकारी विभागीय नीति निर्धारण और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन में सहायता करता है। वह नीतियों की प्रगति की निगरानी करता है और समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत करता है।
संकल्पनाओं का कार्यान्वयन: डेस्क अधिकारी नीतिगत संकल्पनाओं और योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन की दिशा में कदम उठाता है, जिससे सरकार की योजनाओं का लाभ अंततः जनता तक पहुँच सके।
समस्या समाधान: यदि किसी समस्या का सामना किया जाता है, तो डेस्क अधिकारी उसे पहचानने और समाधान खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे कार्य में रुकावट नहीं आती।
इस प्रकार, डेस्क अधिकारी व्यवस्था केंद्रीय सरकार के विभागों में प्रशासनिक दक्षता, समन्वय और पारदर्शिता को बढ़ावा देती है, जो अंततः जनहित में कार्य करती है।