प्रौद्योगिकी सूचना पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद् (TIFAC) क्या है. इसका जनादेश बतायें। आई.टी. क्षेत्र में 2020 तक भारत में आनेवाली प्रौद्योगिकियों को सूचीबद्ध करें। (200 Words) [UPPSC 2020]
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प्रौद्योगिकी सूचना पूर्वानुमान और मूल्यांकन परिषद् (TIFAC):
TIFAC एक भारतीय स्वायत्त निकाय है जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भविष्य की तकनीकी चुनौतियों और अवसरों का पूर्वानुमान और मूल्यांकन करता है। इसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी रणनीतियों को आकार देना और सशक्त तकनीकी विकास के लिए आवश्यक जानकारियाँ और सिफारिशें प्रदान करना है।
TIFAC का जनादेश:
आई.टी. क्षेत्र में 2020 तक भारत में आनेवाली प्रौद्योगिकियाँ:
ये तकनीकें भारत की आई.टी. क्षेत्र में नवाचार, दक्षता, और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
सामाजिक प्रभाव का तात्पर्य समाज के विभिन्न समूहों, व्यक्तियों या सांस्कृतिक मान्यताओं द्वारा किसी के विचार, व्यवहार और निर्णयों पर पड़ने वाले प्रभाव से है। यह प्रभाव कई रूपों में हो सकता है, जैसे कि परिवार, दोस्तों, सहकर्मियों या समाज के अन्य तत्वों के माध्यम से।
सामाजिक प्रभाव और अनुनय (persuasion) के माध्यम से व्यवहार में परिवर्तन लाया जा सकता है। सामाजिक प्रभाव के उदाहरणों में सामाजिक मानदंड, सांस्कृतिक अपेक्षाएँ, और समूह दबाव शामिल हैं, जो व्यक्ति को विशेष प्रकार के व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। यदि कोई व्यवहार समाज में मान्यता प्राप्त हो, तो लोग स्वाभाविक रूप से उसे अपनाने की कोशिश करते हैं।
अनुनय एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी व्यक्ति को विचारों या दृष्टिकोणों को स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया जाता है। यह प्रभावी ढंग से किया जा सकता है जब किसी संदेश को सही ढंग से प्रस्तुत किया जाए और उसके पीछे ठोस तर्क हो। अनुनय के माध्यम से, व्यक्तियों को उनके पुराने विचारों या आदतों को बदलने के लिए प्रेरित किया जा सकता है, जैसे कि स्वास्थ्य संबंधित सुझावों को अपनाना या पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाना।
इस प्रकार, सामाजिक प्रभाव और अनुनय व्यक्ति के व्यवहार और निर्णयों में महत्वपूर्ण परिवर्तन ला सकते हैं, जिससे समाज में सकारात्मक बदलाव संभव हो सकते हैं।