क्या कारण है कि संसार का वलित पर्वत (फोल्डेड माउन्टेन) तंत्र महाद्वीपों के सीमांतों के साथ-साथ अवस्थित है ? वलित पर्वतों के वैश्विक वितरण और भूकंपों एवं ज्वालामुखियों के बीच साहचर्य को उजागर कीजिए । (150 words) [UPSC 2014]
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वलित पर्वत तंत्र का महाद्वीपीय सीमांतों पर अवस्थित होना
महाद्वीपीय सीमांतों पर स्थिति
वलित पर्वत तंत्र महाद्वीपों के सीमांतों पर स्थित होते हैं क्योंकि ये स्थान टेक्टोनिक प्लेट सीमाओं पर होते हैं। जब दो टेक्टोनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं या एक दूसरे के ऊपर जाती हैं, तो पृथ्वी की सतह पर दबाव बनता है, जिससे वलन (folding) और पर्वत निर्माण होता है। उदाहरणस्वरूप, हिमालय महाद्वीपीय प्लेटों के टकराने का परिणाम है।
भूकंपों और ज्वालामुखियों के साथ साहचर्य
वलित पर्वत तंत्र भूकंप और ज्वालामुखी गतिविधियों से गहरे जुड़े हुए हैं। टेक्टोनिक सीमाओं पर अत्यधिक भूगर्भीय गतिविधि होती है, जिससे भूकंप और ज्वालामुखी विस्फोट होते हैं। हाल के उदाहरणों में, नेपाल में 2015 का भूकंप और चिली का 2010 का भूकंप शामिल हैं, जो कि हिमालय और एंडीज जैसे वलित पर्वतों के निकट हुआ। इसके अतिरिक्त, जापान में ज्वालामुखी गतिविधि, जैसे कि कुमामोटो ज्वालामुखी, इस साहचर्य को दर्शाती है।
निष्कर्ष
वलित पर्वत तंत्र महाद्वीपीय सीमांतों पर स्थित होते हैं क्योंकि ये स्थान टेक्टोनिक गतिविधियों का प्रमुख केंद्र होते हैं, जिससे भूकंप और ज्वालामुखियों की घटनाएँ सामान्य होती हैं।