COVID-19 महामारी सभी आयु वर्गों के लोगों पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। आकस्मिकता, नवीनता और घातकता के कारण इसने विभिन्न प्रकार की मनोवैज्ञानिक पीड़ा और नकारात्मक स्वास्थ्य परिणामों को जन्म दिया है। लोगों को बड़े पैमाने पर बेरोज़गार कर दिया है। लोगों ने जीवन के लिए आवश्यक वस्तुओं के अभाव का सामना किया और सभी प्रकार की मानवीय अन्र्तक्रियाओं में कमी महसूस की। विशेषज्ञों का मत है कि बचाव ही एकमात्र विकल्प है जिसके द्वारा व्यक्ति अपने और दूसरों के जीवन की रक्षा कर सकता है। इस महामारी की शुरुआत के एक वर्ष पश्चात् शोधकर्ताओं ने इसका टीका खोज लिया है। भारत सरकार अपने सभी नागरिकों के टीकाकरण की परियोजना पर कार्य कर रही है। यद्यपि अधिसंख्यक भारतीयों ने टीकाकरण करवा लिया है, किन्तु कुछ लोगों ने सरकार की इस घोषणा का अनुपालन नहीं किया है। गलत धारणाओं, परिणामों की जागरूकता का अभाव और दूसरों के स्वास्थ्य के लिए टीकाकरण के महत्व की जानकारी का अभाव उनके हिचकिचाहट का कारण हो सकता है। यह चुनौती आज भी कायम है।
a. COVID-19 महामारी क्यों बहुत हानिकारक है?
b. COVID-19 महामारी के दौरान लोगों द्वारा किस प्रकार के मनोवैज्ञानिक परिणामों का सामना किया गया?
c. COVID महामारी के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव क्या है?
d. टीकाकरण में हिचकिचाहट के संभावित कारण क्या है?
e. लोगों को टीकाकरण के लिए अभिप्रेरित करने के उपायों पर सुझाव दीजिए।
a. COVID-19 महामारी क्यों बहुत हानिकारक है?
COVID-19 महामारी निम्नलिखित कारणों से बहुत हानिकारक है:
b. COVID-19 महामारी के दौरान लोगों द्वारा किस प्रकार के मनोवैज्ञानिक परिणामों का सामना किया गया?
COVID-19 महामारी के दौरान लोगों ने निम्नलिखित मनोवैज्ञानिक परिणामों का सामना किया:
c. COVID महामारी के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव क्या हैं?
COVID-19 महामारी के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव निम्नलिखित हैं:
d. टीकाकरण में हिचकिचाहट के संभावित कारण क्या हैं?
टीकाकरण में हिचकिचाहट के निम्नलिखित संभावित कारण हैं:
e. लोगों को टीकाकरण के लिए अभिप्रेरित करने के उपायों पर सुझाव दीजिए।
टीकाकरण के लिए अभिप्रेरण के निम्नलिखित उपाय हैं:
इन उपायों को अपनाकर टीकाकरण की दर में सुधार किया जा सकता है और महामारी के खिलाफ सामूहिक सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।